UPSC की तैयारी कब Quit करें?
अभी कुछ ही दिनों पहले ही यूपीएससी के Results आए हैं। सफल होने वाले Candidates की हर तरफ चर्चा हो रही है। लेकिन जो लोग इस बार सफल नहीं हुए उनका क्या? उनकी मेहनत, उनका समर्पण और उनका टाइम सब एक झटके में जीरो हो गया। अब इनमे से कुछ तो ऐसे होंगे जो एक बार फिर से कमर कस कर तैयारी शुरू करेंगे लेकिन कई लोग ऐसे भी होंगे जिनके लिए यूपीएससी का सफर यहीं समाप्त हो गया होगा। और जो लोग अगली बार फिर से अपियर करने वाले होंगे उनके लिए भी ऐसा नहीं है कि अगला साल सफलता की Surety लाएगा ही लाएगा क्योंकि एक बार फिर उन्हें तैयारी शुरू तो शून्य से ही करनी होगी और इसके साथ ही अगली बार उनके लिए Competition में और भी नए लोग आएंगे जो शायद उनसे ज्यादा ऊर्जावान और मेहनती होंगे। कुल मिलाकर कहा जाए तो यूपीएससी की दुनिया सफलता के बाद जितनी रंगीन दिखती है असफल होने पर वो उतनी ही बदरंग हो जाती है।
दोस्तों, जब हम युवा होते हैं तब हमारे अंदर एनर्जी होती है, हमारे सपने बड़े होते हैं और उन सपनों को पूरा करने के लिए हमारा Conviction भी बहुत स्ट्रॉंग होता है। ऐसे में यह बेहद आम है कि आप अपने लिए कुछ ऐसे लक्ष्य सेट कर लें जो बहुत बड़े हों। यूपीएससी की तैयारी के पीछे इस प्रकार का मोटिवेशन बहुत काम करता है। 21 – 22 साल की उम्र है, अभी अभी कॉलेज से पास हुए हैं, ज़िम्मेदारी कोई नहीं है और मन में कुछ करने का जुनून तो है ही, तो बस चल पड़े यूपीएससी की तैयारी करने। लेकिन जैसे जैसे आप इस मैदान में उतर कर खेलना शुरू करते हैं आपको पता चलता है कि सपना कुछ ज्यादा ही बड़ा हो गया है। मगर जब तक आपको यह एहसास होता है तब तक आप इस रास्ते पर इतना आगे आ चुके होते हैं कि पीछे जाने या रास्ता बदलने के बारे में सोच कर भी मन में सिहरन हो जाती है। और बस ऐसे में मन में एक ही ख्याल आता है कि बस लगे रहो, अब तो यही रास्ता है और इसी रास्ते पर चल कर मंजिल को पाना है। और यही वो गलती है जो अधिकांश IAS Aspirant करते हैं।
दोस्तों बड़े सपने देखना और उन्हें पूरा करने के लिए मेहनत करना कहीं से भी बुरा नहीं है लेकिन यदि आप Ambition और जिद में फर्क नहीं कर पाएंगे तो एक समय ऐसा आयेगा जब आप के पास बहुत ज्यादा Options नहीं रह जाएंगे। तो क्या बेहतर नहीं होगा कि आप अपने सपनों के पीछे दौड़ें लेकिन उसे अपनी जिद ना बनाएँ।
यदि आप यूपीएससी की तैयारी करना चाहते हैं तो सबसे पहले तो खुद से यह पूछिए कि आखिर आप आईएएस क्यों बनना चाहते हैं? यदि आपको उसका कोई ऐसा कारण नहीं मिलता जो आपको दृढ़ता से अपने लक्ष्य की ओर प्रेरित कर सके तो यकीन मानिए यह सफर आपके लिए बहुत मुश्किल होने वाला है। क्योंकि जब तैयारी के दौरान आपके लिए मुश्किल पल आएंगे तो आपका आईएएस बनने का कारण ही आपको आगे बढ्ने के लिए प्रेरित करेगा। अब जैसे आपने देखा होगा कि कई लोग ऐसे होते हैं जो बेहद गरीब परिवार से आते हैं और फिर भी वो तमाम मुश्किलें सह कर भी यूपीएससी की तैयारी करते हैं और आईएएस बनते हैं। दरअसल उनके लिए उनके परिवार की गरीबी ही सबसे बड़ा मोटिवेशन बन जाती है। उनके पास इसके अलावा और कोई ऑप्शन ही नहीं होता और तभी वे तैयारी के दौरान लाख मुश्किलें सहते हुए भी आगे बढ़ते रहते हैं।
जहां तक बात सालो तक तैयारी करने की है तो यह आपका निजी फैसला हो सकता है लेकिन आपको यह भी याद रखना पड़ेगा कि हर साल आपकी एनर्जी, आपका मोटिवेशन और आपका Conviction पिछले साल की तुलना में कम होता जाएगा और ऐसे में अटैम्प्ट पर अटैम्प्ट वेस्ट करना कोई समझदारी का फैसला नहीं हो सकता है। आपको लगेगा कि यार बस एक मौका और, बस एक साल और लेकिन धीरे धीरे आपकी उम्र निकलती चली जाएगी और अंत में शायद आप कुछ भी और करने की स्थिति में ना रह जाएँ।
तो दोस्तों, अंत में मैं आपसे यही कहना चाहूंगी कि यूपीएससी की तैयारी कीजिये, जरूर कीजिये। यह एक ऐसा एक्सपिरियन्स है जो आपको लेना ही चाहिए लेकिन इस बात का भी ध्यान रखिए कि यूपीएससी क्लियर करने की आपकी चाहत आपकी जिद ना बन जाए।