इजराइल वॉर डायरी' पुस्तक में इजराइल और हमास युद्ध के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। यह पुस्तक युद्ध क्षेत्र से एक रिपोर्टर की आँखों देखी सच्ची कहानी है। 7 अक्तूबर, 2023 को हमास ने इजराइल पर आतंकी हमला किया, जिसके बाद इजराइल और हमास के बीच युद्ध की शुरुआत हो गई। इजराइल और हमास के बीच यह युद्ध आज भी जारी है और इसका दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। जब युद्ध की शुरुआत हुई तो विशाल पांडेय भारत से इजराइल पहुँचने वाले पहले भारतीय पत्रकार थे। विशाल ने गाजा बॉर्डर से लगातार 18 दिन तक ग्राउंड रिपोर्टिंग की और अपनी आँखों से युद्धभूमि में जो कुछ देखा और महसूस किया, उसे शब्दों के माध्यम से इस पुस्तक में अंकित किया है। गाजा बॉर्डर से लेकर यरूशलम और फिलिस्तीन के वेस्ट बैंक तक की एक-एक तसवीर और जानकारी को इस पुस्तक में जगह दी गई है।


इस पुस्तक में आप यह पढ़ेंगे कि कैसे इजराइल और हमास के युद्ध की शुरुआत होती है। हमास आखिरकार इजराइल पर इतना बड़ा हमला कैसे कर पाया ? इजराइल और फिलिस्तीन की लड़ाई कितनी पुरानी है? मध्य पूर्व के देशों पर इस युद्ध का कितना असर पड़ रहा है ? इजराइल और हमास युद्ध के बीच भारत का स्टैंड क्या है ? इजराइल में आतंकी हमलों के पीड़ित लोगों की गवाहियाँ हैं तो फिलिस्तीन के लोगों का भी पक्ष आप यहाँ पढ़ पाएँगे।


इसके अलावा एक रिपोर्टर जब घर से युद्ध के मैदान के लिए रवाना होता है, उसकी क्या चुनौतियाँ होती हैं और किन हालात में वो रिपोर्टिंग करता है, यह सब आपको इस पुस्तक में मिलेगा।






प्रोडक्ट विवरण

लेखक के बारे में : 

विशाल पांडेय

भारत के एक युवा पत्रकार हैं और पिछले 10 सालों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय भूमिका में हैं। Zee News के साथ मुख्य विशेष संवाददाता के तौर पर कार्यरत हैं। अपने कॅरियर की शुरुआत Zee News के साथ बतौर प्रोडक्शन एग्जीक्यूटिव के तौर पर की। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अयोध्या के रहने वाले हैं और दिल्ली में एक राजनीतिक रिपोर्टर के तौर पर कार्यरत हैं। उत्तर प्रदेश की सियासत पर बहुत पैनी नजर रखते हैं और दिल्ली में संसद की कार्यवाही भी कवर करते हैं। कई राज्यों के विधानसभा चुनाव और 2014, 2019 के लोकसभा चुनाव ग्राउंड जीरो से कवर किए हैं। बतौर एंकर भी कई शो होस्ट कर चुके हैं।

भारत की विदेश नीति पर भी बहुत पैनी नजर रखते हैं। विदेश मंत्रालय कवर करने के नाते दुनिया के 15 देशों का दौरा कर चुके हैं। प्रधानमंत्री के अमरीका, फ्रांस, जापान, ऑस्ट्रेलिया, यूएई दौरों की कवरेज भी ग्राउंड जीरो से की है। 2015 में नेपाल और 2023 में तुर्किए में आए भूकंप को भी ग्राउंड जीरो से कवर किया है। ताइवान और चीन तनाव को भी ताइवान-चीन सीमा पर जाकर कवर किया है।

पत्रकारिता, लेखन और घूमना ही शौक हैं। नई जगहों को देखने और समझने में बेहद दिलचस्पी है। जो काम असंभव लगते हों, उन्हें चुनौती मान कर पूरा करना सबसे बड़ा शौक है। बतौर पत्रकार इनकी टैगलाइन है-'खबर पाने की फिक्र में' ।