IAS/IPS Officer बनने लिए Best Stream कैसे चुने ?
दोस्तों,बारहवीं की परीक्षा अब समाप्त हो चुकी है, गर्मियों का मौसम भी आ गया है और आप भी परीक्षा दे कर गर्मी की छुट्टी एंजॉय करने के बारे में सोच रहे होंगे। लेकिन यही वह समय है दोस्तों, जब आपको अपने भविष्य के बारे में सोचने की सबसे ज्यादा जरूरत है। परीक्षा के आखिरी दिन से लेकर परीक्षा के रिजल्ट्स Announce होने के दिन तक आपके पास लगभग दो महीने का समय होता है और इसी समय में आपको यह तय कर लेना है कि आप अब क्या करेंगे? मुझे पता है कि इस उम्र में अपने भविष्य को लेकर स्टूडेंट्स के मन में बहुत सारे Confusion भी होते हैं और खास कर तब जब वे आईएएस/आईपीएस आईएफ़एस आईआरएस बनने का सपना देखते हैं। लेकिन आपको तो पता ही है, आपके मन में Confusion हो तो प्रभात एग्जाम पर आपको उसका Solution जरूर मिलेगा और हमारा आज का Blog भी आपके कन्फ़्युशन को दूर करने वाला है।
चाहे आप 11th में एड्मिशन लेने जा रहे हों, या फिर ग्रेजुएशन में, यदि आपका ड्रीम यूपीएससी है तो आपके मन में यह दुकीधा जरूर होगी कि आखिर कौन सी स्ट्रीम से आगे की पढ़ाई करना ठीक रहेगा? हालांकि यह तो सबको पता है कि यूपीएससी Qualify करने के लिए आपके विषय से ज्यादा आपका दृष्टिकोण मायने रखता है लेकिन फिर भी यूपीएससी की सिलेबस को यदि गौर से देखें तो यही पता चलता है कि इसमे कुछ ऐसे विषय हैं जो परीक्षा में आपको एक Head स्टार्ट दे सकते हैं। और ये विषय Humanities यानि मानविकी से संबन्धित हैं। उदाहरण के लिए, इतिहास, लोक प्रशासन, राजनीति विज्ञान, भूगोल, मनोविज्ञान, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र आदि जैसे विषय सामान्य अध्ययन के पेपर का प्रमुख पाठ्यक्रम हैं।
हालांकि यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में अपियर होने के लिए अपक किसी भी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से स्नातक होना अनिवार्य है और इसमे विषय की कोई बाध्यता नहीं है लेकिन इसका जो सिलेबस है उसका झुकाव मानविकी के विषयों की ओर थोड़ा ज्यादा है। यदि हम पिछले कुछ वर्षों के Toppers की Subjects पर एक नज़र डालें तो यह बात और साफ हो जाएगी।
Year |
UPSC Toppers |
Graduation Course
Taken After 12th |
Optional Subject
Chosen for IAS |
2021 |
Shruti Sharma |
BA History |
History |
2020 |
Shubham Kumar |
BTech Civil
Engineering |
Anthropology |
2019 |
Pradeep Singh |
BTech in Computer
Science |
Public Administration |
2018 |
Kanishk Kataria |
BTech in CS |
Mathematics |
2017 |
Anudeep Durishetty |
Civil Engineering
BTech |
Anthropology |
2016 |
Nandini KR |
BTech Civil
Engineering |
Kannada Literature |
2015 |
Tina Dabi |
Political Science
Hons. |
Political Science |
2014 |
Ira Singhal |
Computer Science BTech |
Geography |
2013 |
Gaurav Aggarwal |
BTech Computer Science |
Economics |
2012 |
Haritha V Kumar |
BTech E&C |
Economics and
Malayalam |
तो इसमें आप देख सकते हैं कि पिछले 10 – 11 साल के Toppers में से अधिकांश Student Engineering Graduates हैं लेकिन साथ ही आपको यह भी नज़र आ रहा होगा कि सभी Toppers के Optional Subject Arts से संबन्धित हैं।
इतना ही नहीं यदि सभी Selected Candidates के Academic Background के डाटा को देखें तो पता चलता है कि 63.1% इंजीनियरिंग से थे, इसके बाद क्रमशः 24.2%, 6.6% और 6.1% क्रमशः मानविकी, विज्ञान और चिकित्सा विज्ञान से थे। हालाँकि, Selected Candidates द्वारा चुने गए वैकल्पिक विषयों में से 82.6% मानविकी (भाषाओं के साहित्य सहित) से संबंधित थे, इसके बाद क्रमशः 9.6%, 4.7% और 3.1% क्रमशः विज्ञान, इंजीनियरिंग और चिकित्सा विज्ञान से संबंधित थे।
इससे यह पता चलता है कि लगभग 90 प्रतिशत Students अपने Graduation के Subjects से हट कर Humanities की ओर शिफ्ट करना पड़ा है। अब आप खुद सोचिए कि उनके लिए यह करना कितना मुश्किल रहा होगा। जो विषय कभी पढ़ा ही नहीं उसे पढ़ना और न सिर्फ पढ़ना बल्कि उसके बार में पूरी जानकारी इकट्ठा करना और उसे परीक्षा में Present करना यह सब कोई आसान काम नहीं है लेकिन फिर भी यूपीएससी की चाह में लोग ऐसा कर रहे हैं।
तो अब जरा ये सोचिए कि यदि आप इन विषयों को ग्रैजुएशन में हो पढ़ लें तो आपके लिए यूपीएससी की तैयारी करना कितना आसान हो जाएगा। इसलिए, यदि आप सिविल सेवाओं को अपने करियर लक्ष्य के रूप में चुनना चाहते हैं, तो मानविकी (कला) निश्चित रूप से आपको ऐसा करने के लिए अतिरिक्त लाभ प्रदान करेगा। इसमें उन विषयों की विस्तृत श्रृंखला शामिल है जिन्हें उच्च अध्ययन के लिए लिया जा सकता है और यह सीएसई के लिए एक मजबूत आधार भी प्रदान करता है। यदि कोई छात्र सीएसई करना चाहता है, तो बेहतर होगा कि वह इस आशंका को त्याग दे कि अन्य धाराओं की तुलना में मानविकी में करियर के कम अवसर हैं। यह अधिक नहीं तो समान अवसर प्रदान करता है और छात्रों द्वारा समान प्रयास और समर्पण की आवश्यकता होती है।