UPSC Civil Services 29 Years Solved Papers


नमस्कार और स्वागत है आपका प्रभात एग्जाम्स पर। यहाँ हम परीक्षा से रिलेटेड तमाम Topics पर चर्चा करते हैं। और आज की वीडियो बुक Review सिरीज़ की अगली कड़ी है। आज की पुस्तक है – 29 Years Solved Papers UPSC Civil Services.

चलिये अब आज के किताब पर चलते हैं। जैसा कि मैंने आपको बताया आज की पुस्तक का नाम है यूपीएससी सिविल सर्विसेस 29 इयर्स Solved Papers। इसका कवर आपको सामने दिख रहा होगा।

और जैसा कि नाम से ही जाहिर है इस किताब में आपको पिछले 29 साल में परीक्षा में पूछे गए सवालों का एक कलेक्शन मिलता है। जरा सोचिए 29 साल यानि 1995 से परीक्षा में पूछे गए सवाल आपको यहाँ मिलेंगे। इसका मतलब ये हुआ कि बीते तीन दशकों में यूपीएससी के सवालों में , पैटर्न में, Syllabus में जो भी बदलाव हुए हैं वो सब आपको यहाँ एक ही जगह पर मिल जाएगा। वरना पिछले दस साल के ही सवाल और हाँ Mind यू, Authentic सवाल, जो परीक्षा में Actually पूछे गए हैं, वो भी एक साथ मिल पाना मुश्किल होता है।

पता नहीं कहाँ कहाँ हाथ पैर मारना पड़ता है, कितनों के आगे पीछे घूम कर, बाज़ार के कोने कोने में झांक लेने के बाद तो टेन Years, 15 Years के Questions का जुगाड़ हो पता है और वहीं इस एक ही किताब में 30 साल के सभी सवाल आपको बिना किसी झंझट घर बैठे मिल जाएंगे।

अब आप सोच रहे होंगे कि चलो अगर तीस साल के सवाल एक साथ मिल भी गए तो क्या बड़ी बात हो गयी। इतने की जरूरत भी है क्या? तो जनाब जी हाँ बिलकुल जरूरी है। कैसे, ये भी बताती हूँ लेकिन पहले आप कुछ और भी जान लीजिये। अगर आपको लगता है कि इस किताब कि बेस्ट पार्ट ये है कि इसमे तीस साल के सवाल दिये गए हैं तो जरा रुकिए। इस किताब की एक खासियत और भी है। वैसे तो बहुत सारे हैं, लेकिन पहले इसके बारे में जान लीजिये। इस किताब में जो सवाल दिये गए हैं ना, वो आपको Year Wise नहीं बल्कि टॉपिक Wise दिये गए हैं।

जी हाँ ये देखिये, अब जैसे मैंने खोला ये Chapter 1 जो है Ancient History। अब इसके नीचे जो भी सवाल दिये गए हैं वो सब इसी टॉपिक से Related हैं और ये देखिये इन सवालों के नीचे आपको साल भी दिख रहा है जब वो पूछा गया था। और इसी एक Section में टोटल 109 सवाल आपके सामने हैं। इसके बाद दूसरे Chapter में Medieval History से पूछे गए सारे सवाल दिये गए हैं।

अब ये देखिये, हर चैप्टर के एंड में आपको उन सवालों के जवाब भी मिल जाएंगे और सवालों के सिर्फ जवाब ही नहीं हैं, ना जी ना, ये Answers आपको Explanation के साथ दिये गए हैं ताकि आपको उस सवाल की पूरी क्लारिटी मिल सके।

तो अब आपको समझ में आया कि ये किताब औरों से अलग क्यों है? अब कोई भी टॉपिक पढ़िये और आपको यह टेस्ट करना है कि आप उस टॉपिक में कितना Comfortable हैं तो कुछ नहीं करना है बस इस किताब में वो टॉपिक खोलिए और सवालों को हल करना शुरू कीजिये। जैसे मान लीजिये अपने अभी आर्ट एंड कल्चर के बारे में पढ़ा और अब आपको खुद को टेस्ट करना है, तो बस अब वो टॉपिक खोलिए और सवाल आपके सामने हैं, और सवाल भी कोई ऐसे वैसे नहीं बल्कि वो जो परीक्षा में पूछे गए हैं।

इसमे आपको ना सिर्फ पेपर 1 के सवाल मिलेंगे बल्कि पेपर 2 के पिछले बारह साल के सवाल भी इसमे आपको मिल जाएगे, बारह साल इसलिए क्योंकि इस पैटर्न की शुरुआत ही 2011 में हुई थी। और ये सवाल भी टॉपिक wise हैं।

अब इस किताब की एक और खास बात बताती हूँ। इसमे आपको पिछले 32 साल में पूछे गए Essay भी दिये गए हैं। और वो भी Topic Wise। यानि जैसे 1995 में एक Essay पूछा गया था Restructuring of Indian Education system। ये निबंध Education के टॉपिक` के अंदर लिस्ट किया गया है। इसी तरह से जितने भी Essay पूछे गए हैं वो सब कौन से Topics से संबन्धित हैं वो आपको मिल जाता है। इसके अलावा इसमे आपको 350 ऐसे Topics दिये गए हैं Essay के जो परीक्षा में पूछे जा सकते हैं। जरा सोचिए, साढ़े तीन सौ। यदि आपने इसके हर टॉपिक पर खुद ही प्रैक्टिस कर लिया तो परीक्षा में तो आप बेहतरीन लेख लिख कर आने वाले हैं।

इस किताब के बारे में मुझे अभी और भी कुछ बताना है आपको। आप देखिये इस किताब को खोलते ही आपको परीक्षा से संबन्धित Instructions दिख जाएंगे कि जैसे परीक्षा में क्या करना चाहिए, क्या नहीं करना चाहिए, परीक्षा में क्या Allowed है और क्या Banned है, परीक्षा में अप्लाई कैसे करना है, वगैरह वगैरह। तो ये किताब आपको सवालों के साथ साथ परीक्षा से संबन्धित Technical Confusions भी दूर कर देती है।

इसके Author की बात करें तो डॉ मनीष रंजन ने इस किताब को लिखा है, उनकी हमेशा से यही सोच रही है कि यूपीएससी के विद्यार्थियों का ज्यादा से ज्यादा समय पढ़ाई में जाना चाहिए और इसलिए बाकी जितने भी तरह के Resources हम उन्हें Provide कर सकते हैं, वो हमें करना चाहिए। इसलिए उन्होने इस पुस्तक की रचना की है। और हाँ ये किताब हिन्दी और इंग्लिश दोनों ही भाषाओं में आपके लिए उपलब्ध है।