90 % छात्र UPSC के पीछे क्यों भागते है


90 % छात्र UPSC के पीछे क्यों भागते है आप यह Blog देख रहे हैं तो यह तो तय है कि आपके मन में यूपीएससी का ख्वाब पल रहा है। और सिर्फ आप ही क्यों आपके एज ग्रुप के 90 प्रतिशत लोग यही सपना देख रहे हैं कि एक दिन वो आईएएस, आईपीएस आईएफ़एस बनेंगे और एक दिन उनके पास भी वो लाल बत्ती वाली गाड़ी होगी, एक सरकारी बंगाल होगा बंगले में कई नौकर चाकर होंगे और लाइफ सेट होगी। एक दिन वे भी इस देश की Administrative Services का एक पार्ट होंगे और एक दिन वे भी देश और समाज के भविष्य निर्माण के लिए काम करेंगे। तभी तो हर साल लगभग 10 लाख से भी अधिक लोग यूपीएससी का फॉर्म भरते हैं और हर साल यह आंकड़ा बढ़ता ही जा रहा है। लेकिन आज हम जिस पॉइंट पर चर्चा करेंगे कि आखिर ऐसा क्यों है कि हर साल यूपीएससी का सपना देखने वालों की संख्या बढ़ क्यों रही है?


आईएएस, आईएफएस, आईपीएस पदों के लिए दीवानगी समय के साथ बढ़ती रहती है। ज़रा आप खुद सोचिए, जब आप हाई स्कूल में थे, तो ऐसे लोगों का एक छोटा समूह था जो एक आईएएस अधिकारी के रूप में अपना करियर बनाना चाहते थे। जैसे-जैसे आप कॉलेज में गए, यह संख्या अच्छे अंतर से बढ़ी और जैसे-जैसे कॉलेज खत्म हुआ और आपके साथियों को एहसास हुआ कि उन्हें अपने जीवन में कुछ करने की ज़रूरत है, आपके आस-पास उम्मीदवारों की संख्या अचानक कई गुना बढ़ गई। अब यूपीएससी के लिए Motivation हर किसी का पर्सनल मैटर होता है और यह सबके लिए अलग भी होता है लेकिन फिर भी यूपीएससी की परीक्षा अपने आप में मोटिवेशन के इतना विस्तृत क्षेत्र ऑफर करता है कि लगभग हर तरह के छात्र इस ओर आकर्षित हो जाते हैं।


पावर और रुतबा - नौकरशाह बनना कोई आसान बात नहीं है, इसलिए आपको आईएएस अधिकारी बनने के साथ मिलने वाली शक्ति और प्रतिष्ठा से Motivate होना बहुत ही सामान्य है। जिसके पास यह पावर होता है वह न सिर्फ समाज बल्कि देश के महत्वपूर्ण फैसलों के लिए जिम्मेदार होता है। इसलिए देश के लाखों युवा इस पेशे के पीछे आकर्षित हो रहे हैं। इसके अलावा एक और कारण जिसकी वजह से विद्यार्थी सिविल सेवा में IAS बनने के लिए जाते हैं, वह है समाज में उनकी नाम और प्रतिष्ठा का बढ़ना। IAS बन जाने पर समाज में हर जगह आपका नाम होता है और आपको एक सम्मान की नजर से देखा जाता है। IAS जैसे Top Post पर नौकरी मिलना काफी सम्मान की बात भी होती है। हालांकि कई उम्मीदवारों के लिए यह कोई मुख्य कारण नहीं होता है, पर जाहिर है जब हम IAS जैसे Posts की बात कर रहे हैं, तो समाज में नाम और प्रतिष्ठा मिलना स्वाभाविक ही है।


Salary भी कई विद्यार्थियों के लिए एक मुख्य कारण होता है आईएएस बन्ना चाहने का, क्योंकि Salary Wise भी IAS सबसे अच्छा सैलरी वाली सरकारी नौकरियों में आता है। IAS और इसके साथ-साथ सिविल सेवाओं के अंतर्गत जितनी अन्य भी नौकरियां आती हैं, उन सभी ही पदों पर Salary और उसके साथ मिलने वाली दूसरी सरकारी सुविधाएं भी बहुत ही अच्छी रहती हैं। लाख रुपए तक या इससे ज्यादा भी एक आईएएस की सैलरी चली जाती है, और इसके साथ-साथ, रहने का खर्च, आने जाने के लिए गाड़ी का खर्च, मोबाइल का खर्च, देखभाल के लिए कर्मचारियों का खर्च, जैसी कई अन्य सुविधाएं सरकार की ओर से दी जाती हैं। IAS में केवल आकर्षक वेतन, पद की सुरक्षा, कार्य क्षेत्र का वैविध्य और अन्य तमाम प्रकार की सुविधाएँ ही नहीं मिलती हैं, बल्कि देश के प्रशासन में शीर्ष पर पहुँचने के अवसर के साथ-साथ उच्च सामाजिक प्रतिष्ठा भी मिलती है।


ज्यादातर विद्यार्थियों से सिविल सेवा में जाना चाहने या IAS बनना चाहने का कारण पूछे जाने पर इसका जवाब देश की सेवा ही होता है। बहुत से विद्यार्थी वास्तव में देश की सेवा करने के लिए ही सिविल सेवा से जुड़ना चाहते हैं। सिविल सेवा में IAS अधिकारियों के पास ऐसी शक्तियां और कार्यक्षेत्र होते हैं, जिनसे वे Ground Level पर काम करके वास्तव में बदलाव लाने की क्षमता रखते हैं। नीति-निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने के कारण IAS Officer भी नीतिगत सुधारों को मूर्त रूप प्रदान कर पाते हैं। IAS Officers की प्रशासनिक शक्तियों का सही से इस्तेमाल किया जाए तो वह समाज को  बदल सकता है। और इससे जुड़ी यही वजह है कि बड़े बदलाव या कुछ अच्छा कर गुज़रने की चाह रखने वाले युवा इस IAS की नौकरी की ओर आकर्षित होते हैं, और इस बड़ी भूमिका में खुद को शामिल करने के लिये सिविल सेवा की परीक्षा में बैठते हैं।