UPSC Prelims में Maximum Marks कैसे पाए


जैसे जैसे Prelims का दिन नजदीक आता जा रहा है, आपके दिलों की धड़कनें भी बढ़ती जा रही होंगी। हर पल मन में प्री को लेकर उथल पुथल मची रहती होगी। यही सोचते होंगे की यार तैयारी तो अच्छी चल रही है फिर भी पता नहीं क्यों प्री को लेकर मन घबड़ा रहा है। और ऐसा होना बहुत ही सामान्य बात है क्योंकि यही वो राउंड है जिसमे 99 Percent Candidates इस रेस से बाहर हो जाते हैं। लेकिन आज का यह Blog पूरा देख लेने के बाद आपके मन की हर दुविधा दूर हो जाएगी क्योंक इयाज़ मैं आपको बताऊँगी कि आप प्री में ज्यादा से ज्यादा मार्क्स कैसे स्कोर कर सकते हैं।

दोस्तों, जैसा कि आप जानते ही हैं कि यूपीएससी की परीक्षा तीन Rounds की होती है जिसमे पहला राउंड प्रिलिम्स होता है। इस राउंड में दो सेशन्स में परीक्षा होती है। पहले सेशन में जीएस की परीक्षा होती है जिसमे हिस्ट्री, ज्योग्राफी, पोलिटी, इक्नोमिक्स, एनवायरनमेंट, साइन्स अँड टेक्नालजी, करेंट Affairs इत्यादि से सवाल पूछे जाते हैं। दूसरे सेशन में मैथ्स, कॉम्प्रिहेन्शन, मेंटल एबिलिटि डिसिशन मेकिंग इत्यादि से सवाल होते हैं। दोनों ही सेशन्स औब्जैकटिव टाइप होती है जिसमे Negative Marking अप्लाई होती है। यहाँ ध्यान देने वाली बात ये है कि क्वालिफ़ाइंग मेरिट लिस्ट में सिर्फ पेपर 1 के मार्क्स ही जोड़े जाते हैं और पेपर 2 सिर्फ क्वालिफ़ाइंग होता है यानि उसमे सिर्फ 33 प्रतिशत अंक लाने अनिवार्य होते हैं।

अब बात करते हैं आज के मूल सवाल की यानि प्री में ज्यादा से ज्यादा स्कोर कैसे किया जा सकत है। इसके लिए आप इन पॉइंट्स को फॉलो कर सकते हैं –


ज्यादा Sources से ना पढ़ें – यदि आप बहुत सारी किताबें पढ़ रहे हैं और यह सोच रहे हैं कि आप अपने ज्ञान में बढ़ावा कर रहे हैं तो आप गलत दिशा में जा रहे हैं। बहुत सारी किताबों, पत्रिकाओं या अखबारों से संदर्भ लेने से आप कहीं नहीं पहुंचेंगे। बल्कि अंत में आप मेंटल फेटिग से ग्रस्त हो सकते हैं। इसलिए, अपनी जानकारी सीमित रखें और अधिकतम एक या दो किताबों की मदद लें। लगभग प्रत्येक विषय के लिए आपकी जरूरत सिर्फ एनसीईआरटी से पूरी हो सकती है। कुछ विषयाओं में हो सकता है आपको रिफ्रेन्स बुक्स की जरूरत पड़े, जैसे कि राजनीति के लिए लक्ष्मीकांत, इतिहास के लिए बिपिन चंद्र और भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए रमेश सिंह। समसामयिक मामलों के लिए, आप पीआईबी, राज्यसभा टीवी, द हिंदू पढ़ सकते है। एप्टीट्यूड टेस्ट के लिए आप टाटा मैकग्रा हिल सीएसएटी मैनुअल, अरिहंत की सीएसएटी और आरएस अग्रवाल की वर्बल एंड नॉन-वर्बल रीजनिंग जैसी किताबों की मदद ले सकते हैं।

Previous Year’s Question Papers – किसी भी परीक्षा को Qualify करने के लिए यह समझना जरूरी है कि आखिर परीक्षा में कैसे सवाल पूछे जाते हैं और परीक्षा का पैटर्न क्या है। इसलिए अपनी प्रारंभिक तैयारी शुरू करने से पहले आपको प्रश्न पैटर्न जानने के लिए पिछले वर्ष के प्रश्न पत्रों का अध्ययन करना होगा। इसके अलावा, यदि आप पिछले पांच वर्षों के यूपीएससी प्रश्न पत्रों को हल कर रहे हैं तो आपको समझ आयेगा कि कुछ प्रश्न दोहराए भी जाते हैं। पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों को हल करने से आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा। लेकिन बिना अधिक तैयारी के प्रश्नों को हल करने का प्रयास न करें क्योंकि कई प्रश्नों को हल न कर पाने के बाद आप हतोत्साहित महसूस कर सकते हैं।

Go With The Trend - हर साल प्रश्न पत्र का ट्रेंड बदलता रहता है। उदाहरण के लिए, यदि इस वर्ष करेंट अफेयर्स से बहुत सारे प्रश्न पूछे जाएंगे तो अगले वर्ष भी ऐसा नहीं होगा। यह संभव है कि सामान्य अध्ययन या किसी अन्य विषय के प्रश्नों का वेटेज अधिक हो। इसलिए, पिछले वर्षों के प्रश्नपत्रों और वरिष्ठ उम्मीदवारों के संपर्क में रहना एक अच्छा विचार है।

Notes - कई अभ्यर्थी नोट्स नहीं बना पाते जो प्रारंभिक परीक्षा के आखिरी कुछ महीनों में उनके लिए खतरनाक हो जाते हैं। इसलिए किताब पढ़ते समय साथ साथ नोट्स भी बनाते रहें। हालांकि इन दोनों में संतुलन बनाए रखना थोड़ा मुश्किल हो सकता है क्योंकि जब आपको इसे लिखना होता है तो पढ़ने की लय गड़बड़ा जाती है। लेकिन, मेरा विश्वास करें, चाहे यह कैसा भी लगे, यह करना आपके लिए बेहद जरूरी भी है। पढ़ते समय एक रजिस्टर या डेयरी रखें और उसमें नोट्स बनाएं। नोट्स पैराग्राफ में नहीं होने चाहिए; केवल एक या दो पंक्तियों के बिंदुओं का उपयोग करें। नोट्स प्रत्येक विषय के अंतिम क्षण के पुनरीक्षण के लिए सहायक होते हैं। आप प्रीलिम्स से पहले आखिरी कुछ हफ्तों में पूरी किताब दोबारा नहीं पढ़ सकते हैं।

Revision Is The Key – रिवीजन के बिना आप परीक्षा हॉल में कुछ भी याद नहीं रख सकते। इसलिए, अपने द्वारा पढ़े गए विषयों को हर दिन दोहराना सुनिश्चित करें। आप चाहे तो नोट्स से रिवीजन भी कर सकते हैं। आप 45 एनसीईआरटी और 20 संदर्भ पुस्तकें दो-तीन महीनों में पूरी नहीं कर सकते। इसलिए, बेहतर होगा कि आप अपने नोट्स खुद बनाएं और उनसे अभ्यास करें। रिवीजन में सर्वश्रेष्ठ आईएएस कोचिंग की मदद लें क्योंकि वे प्रत्येक विषय का संक्षेप में विवरण प्रदान करते हैं। रिवीजन से आपको पिछले साल पढ़ी गई सभी बातें याद रखने में मदद मिलेगी।