हिंदी मीडियम वाले NOTES कैसे बनाए ?


नोट्स UPSC परीक्षा का एक बहुत महत्वपूर्ण अंग होता है। दरअसल UPSC का Syllabus इतना विशाल और व्यापक है कि यदि आप नोट्स नहीं बनाते हैं तो रिवीजन करने में और चीजों को याद रखने में आपको बहुत मुश्किल होने वाली है। अब हर व्यक्ति के नोट्स बनाने का तरीका अलग होता है और यही कारण है कि अधिकांश लोग यह समझ ही नहीं पाते हैं कि आखिर नोट्स बनाने का सही तरीका क्या है? लेकिन आपकी हर मुश्किल को दूर करने के लिए ही तो हम नए नए वीडियोज़ लेकर आते हैं और आज के वीडियो में हम नोट्स बनाए की आपकी समस्या का समाधान आपको बताने जा रहे हैं।


Notes बनाना क्यों जरूरी है – अगर आप सोचते हैं कि आप सिर्फ पढ़ाई करके ही याद कर सकते हैं और याद रखने के लिए नोट्स की जरूरत नहीं है तो आपको नोट्स बनाने की जरूरत नहीं है। लेकिन ऐसा शायद ही कोई है जिसे सब कुछ याद रह जाए इसलिए यह मान लीजिए कि नोट्स बनाए बगैर आपका काम नहीं चलने वाला। और जैसे जैसे परीक्षा की घड़ी नजदीक आती जाएगी, पहले से पढे हुए Chapters को दोबारा से पढ़ना भी किसी पहाड़ से कम नहीं होता और ऐसी परिस्थिति में आपका सबसे अच्छा साथी आपका नोट्स ही होता है।


UPSC Notes बनाने के क्या फायदे –


• नोट की हुए चीज आपको हमेशा याद रहती है। 

• बुक की बजाय खुद के नोट्स पड़ना बहुत सरल होता है। 

• बुक के दौरान नोट्स अपनी भाषा में लिखने से ज्यादा समझ में आता है। 

• नोट्स में आप फुल पेराग्राफ न लिख कर शॉर्ट फॉर्म , इमेज , डाईग्राम  कलर पैन का उपयोग  करने से चीजे आपके Mind में सेट हो जाती है। 

• नोट्स आपके एग्जाम के समय पर ज़्यादा हेलफुल होते है। 

• एग्जाम के टाइम पर बुक पड़ने से ज्यादा फायदा नोट्स से रिविज़न करना होता होता है  और समय की बचत होती है। 

• नोट्स बनाने से आपकी लिखावट भी अच्छी होती है।


नोट्स बनाते समय ध्यान रखने वाली बातें –


i. दूसरों के नोट्स कभी कॉपी ना करें: दूसरे ने नोट्स अपने हिसाब से बनाए हैं और अपने पढ़ने के लिए बनाए हैं अगर आप उन्हें पढ़ेंगे तो आप सही से नहीं पढ़ पाएंगे इसलिए आप अपने नोट्स खुद लिखें। 

ii. नोट्स एक दिन में बनाने की कोशिश ना करें: आप कभी भी नोट्स एक दिन में बनाने की कोशिश ना करें क्योंकि इससे आपके ऊपर बोझ बढ़ेगा और आप उनको सही से ना लिख पाएंगे और ना आपको कुछ याद होगा। 

iii. केवल महत्वपूर्ण चीजों को लिखें: नोट्स बनाते समय आप केवल महत्वपूर्ण चीजों को ही लिखे जो आपको याद है उनको आप छोड़ भी सकते है या बहुत शॉर्ट में लिखें। जो चीजें याद नही है उनको आप अच्छे से लिखे ताकि परीक्षा के टाइम आप उन्हे पढ़ पाएं। 

iv. चैप्टर या टॉपिक वाइज लिखें: अगर आप नोट्स लिखते है तो पहले तो हर विषय के लिए अलग कापी बनाएं और एक बार में एक साथ एक ही Chapter या Topic के नोट्स लिख लें। 

v. Underline ना करें: नोट्स को हमेशा साफ सुथरा रखें उसमे आप पहले ही महत्वपूर्ण चीजें लिख रहे है तो अंडरलाइन करने की क्या जरूरत।


अब बात UPSC Hindi Medium के छात्रों की – दोस्तों, जैसा कि आप जानते ही हैं, कि इंग्लिश मीडियम के स्टूडेंट्स को नोट्स तैयार करने में बहुत मुश्किल नहीं होती क्योंकि उनके लिए तो ढेरों मटिरियल बाज़ार में उपलब्ध हैं लेकिन हिन्दी मीडियम के स्टूडेंट्स को इस चीज में काफी मुश्किल का सामना करना पड़ता है। मगर घबड़ाने की जरूरत नहीं है क्योंकि अब हम आपको बताने जा रहे है कि हिन्दी मीडियम के स्टूडेंट्स नोट्स कैसे बना सकते हैं।


i. सबसे पहले नोट्स बनाने के लिए आप A4 Sized Sheets  या फिर Digital Notes Maker  की सहायता से नॉट बना सकते है। 

ii. आपको बिलकुल रफ़ तरीके से नोट्स बनाने है – जितना हो सके रंगीन पैन डायग्राम का उपयोग करे इससे आपके Mind में एक इमेज Create होगी जो आपको याद करने में मददगार हो सकती है। 

iii. अपने नोट्स में  Short Forms ,Symbols Point Flow Diagrams , Tabales का भर पुर इस्तेमाल करे। 

iv. नोट्स बनाने का मतलब होता है की आपने जो पड़ा है या जो समझा है उसे अपनी भाषा में शार्ट फॉर्म के जरिये लिखे , पेराग्राफ की तरह न लिखे। और आपको समझ में आना चाहिए की आपने क्या लिखा है। 

v. जो आप भूल रहे है केवल वही चीज नोट्स में लिखे उन चीज़ों को न लिखे जिसे आप याद कर चुके है। 

vi. सिलेबस और पिछले वर्ष के प्रश्न  पत्र हमेशा अपने पास रखें  और  डिमांड के अकॉर्डिंग ही  नोट्स बनाए । 

vii. प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के लिए सामान्य नोट्स बनाएं 

viii. सबसे महत्वपूर्ण चीज मैन्स पेपर के लिए यह है की हर टॉपिक के  आपके पास Short Notes होना बहुत जरुरी  है जितने टॉपिक आपके UPSC  सिलेबस में मेंशन है आप उन सभी Subject के नोट्स बनाए GS1 से लेकर GS4  तक प्रीहेंसिव नोट्स बनाए। 

ix. अगर Same टॉपिक पर आपको कुछ अलग मिल रहा है अपने नोट्स में  तो उसे अपडेट करते रहे। 

x. इसके बाद, अपने नोट्स पढ़ें और बार – बार Revision करते रहे।  आपके द्वारा कवर किए गए प्रत्येक बिंदु में एक या दो महत्वपूर्ण शब्दों को हाइलाइट करने के लिए हाइलाइटर का उपयोग करें। आप कवर किए गए प्रत्येक विषय के लिए एक अलग रंग का उपयोग कर सकते हैं। 

xi. करंट अफेयर्स या न्यूज़ पेपर पत्रों से नोट्स लिखने से पहले, सुनिश्चित करें कि आप पाठ्यक्रम से भलीभांति परिचित हैं। 

xii. पिछले वर्षों के प्रश्नों को देखें और परीक्षा की मांग को समझें। इससे आपको यह मार्गदर्शन करने में मदद मिलती है कि कैसे लिखना है और क्या लिखना है। 

xiii. नोट्स का संगठन भी बहुत महत्वपूर्ण है. हर विषय के लिए आप अलग – अलग फ़ाइलें या कागज़ रखें और हर विषय के लिए Consolidated तरीके से नोट्स लिखें। 

xiv. कभी भी न्यूज़ पेपर पत्रों से सीधे लेख कॉपी-पेस्ट न करें। लेख को एक से दो बार पढ़ें और अपने शब्दों में लिखें।


यहाँ एक मूलमंत्र जो आपको याद रखना है वो ये कि - नोट्स बनाने से पहले आपको पूरा चैप्टर पढ़ना है। चैप्टर को पहली बार पढ़ते समय का नोट्स कभी नहीं बनाने हैं इंपॉर्टेंट पॉइंट्स को अंडरलाइन करना है और उन्हें ठीक से समझना है। उसके बाद आप नोट्स बना सकते है।