IAS Ravi Kumar Sihag :


कहते हैं हर सफलता के पीछे कड़ी मेहनत और लंबा संघर्ष के साथ परिवार का साथ जरूरी होता है | अगर ये आपके पास है तो आपको सफलता पाने से कोई नहीं रोक सकता | कुछ ऐसी ही कहानी है राजस्थान के श्रीगंगानगर के रहने वाले IAS Ravi Kumar Sihag की जहाँ Aspirants एक बार UPSC में सफलता का सपना देखते हैं, वहीं IAS RAVI ने 1 नहीं बल्कि 3 बार इस परीक्षा में सफलता पाई | अपनी इस सफलता से IAS RAVI ने न केवल अपना IAS बनने का सपना सच किया बल्कि Hindi Medium के Aspirants के लिए भी एक मिशाल बन गए | लेकिन इस सफलता के स्वाद को चखने के लिए IAS रवि को कई तरह की परेशानियों से गुजरना पड़ा | ऐसे में आइए जानते हैं IAS Ravi Kumar Sihag की सफलता और उनकी UPSC Aspirants को दी गई सलाह के बारे में |


IAS Ravi Kumar Sihag Biography :


रवि एक साधारण से किसान परिवार से आते हैं | उनके परिवार के सभी लोग किसानी और खेती से जुड़े हैं | जिस वजह से रवि भी बचपन से ही अपने पिता के साथ खेतों में काम किया करते थे | रवि अपनी 3 बहनों में इकलोते भाई है | उन्होंने अपनी 10वीं तक की शिक्षा अपने गाँव के ही सरस्वती विद्या मंदिर से की , जिसके बाद 11वीं कक्षा की पढ़ाई अनूपगढ़ के शारदा स्कूल से और 12वीं विजयनगर के एक सीनियर सेकंडरी स्कूल से पूरी की वहीं उन्होंने अपना ग्रेजुएशन BA में अनूपगढ़ के शारदा कॉलेज से पूरा किया | ग्रेजुएशन के दौरान भी रवि अपने पिता का खेती में हाथ बँटाया करते थे | इस दौरान कभी भी कोई खेती को लेकर या सिचांई को लेकर परेशानी आती थी, तो सभी गाँव वाले मिलकर अपने क्षेत्र के DM के पास जाया करते थे | इस तरह रवि के मन में DM के पद को लेकर Interest बढ़ने लगा | जिसके बाद उन्होंने इस पद के बारे में जानकारी इकट्ठा करनी शुरू की और आखिर में उन्होंने एक IAS बनने का फैसला कर लिया |


अपनी ग्रेजुएशन पूरी करने के बाद साल 2017 से रवि ने UPSC की तैयारी शुरू कर दी | जिसके लिए उन्होंने सबसे पहले दिल्ली का रुख किया | इस दौरान उन्होंने एक ऐसा फैसला किया जो शायद उनको असफलता दिला सकता था, वो फैसला थी हिंदी मीडियम से परीक्षा देना | इसके साथ ही उन्होंने अपने OPTIONAL SUBJECT के तौर पर भी हिंदी साहित्य को चुना | अपने इस फैसले के बार में रवि ने बताया कि "अब तक जो कुछ भी पढ़ा और सीखा वो हिंदी में ही सीखा | इसलिए मैं अंग्रेज़ी से ज़्यादा हिंदी में सहज हुँ " | दिल्ली आने के बाद रवि ने हिंदी मीडियम के कोचिंग में हिस्सा लिया | जहाँ उन्हें उनके टीचर्स की ओर से सही Guidance मिली | दो साल तक तैयारी करने के बाद रवि ने साल 2019 में अपना पहला ATTEMPT दिया, जिसमें वे सफलता रहे | लेकिन उन्हें 337वीं रैंक मिली और उनका चयन भारतीय रक्षा लेखा सेवा (IDAS) के लिए हुआ, पर उनका सपना IAS अधिकारी बनन था | इसलिए उन्होंने फिर से परीक्षा में हिस्सा लेने का मन बनाया और तैयारी शुरू कर दी | साल 2020 में रवि ने फिर से परीक्षा में हिस्सा लिया और इस बार भी वे सफल रहे, लेकिन इस बार उन्हें 317वीं रैंक मिल, जिससे उन्हें भारतीय रेलवे यातायात सेवा (IRTS) का पद मिला | 2 बार लगातार मिली सफलता से रवि के हौंसले और मजबूत हो गए | जिसके बाद उन्हें साल 2021 में तीसरा प्रयास करने का फैसला किया और तैयारी शुरू कर दी | आपको बता दें रवि नौकरी के साथ अपने UPSC की तैयारी किया करते थे, काम के दौरान उन्हें जब भी समय मिलता वे पढ़ाई किया करते थे | 1 साल की तैयारी के बाद रवि ने साल 2021 में हिस्सा लिया | इस बार आखिरकार उनका सपना सच हुआ और उन्हें AIR 18 हासिल हुई | इस सफलता से उन्हें न केवल IAS का पद मिला बल्कि वे हिंदी मीडियम के टॉपर भी बन गए |


IAS Ravi Kumar Sihag Strategy :


UPSC की तैयारी करने वाले Aspirants को सलाह देते हुए रवि कहते हैं कि UPSC आपका शुरू के लेकर अंत तक यानि PRE से लेकर Interview Rounds तक TEST लेती है | इसलिए Aspirants को सबसे पहले सिलेबस को अच्छे से समझना चाहिए और फिर तैयारी शुरू करनी चाहिए | वहीं जब बात मीडियम की हो तो उसे ही चुने जिसमें आप Comfortable Feel करें | लेकिन इसका मतलब ये बिलकुल नहीं की आप English भाषा सिखने की कोशिश ही न करें | UPSC के लिए हिंदी और English दोनों ही जरूरी है, फील्ड पर अगर आप जनता से हिंदी मे बात करते हैं, वैसे ही Flies का काम आपको English में करना है | इसलिए हर Aspirant को Basic English जरूर सिखनी चाहिए |