हमारे देश में सरकारी नौकरी को एक Safe Future के तौर पर देखा जाता है | जिस वजह से युवा अपने कॉलेज के दिनों से ही सरकारी नौकरी की तैयारी शुरू कर देते हैं | बात करें सरकारी नौकरियों में युवाओं की पसंद की तो ज्यादा युवाओं की पहली पसंद UPSC ही होती है, और दूसरें नंबर पर आती है PCS  लेकिन कई ASPIRANTS को इस बात की CONFUSSION होती है कि UPSC पास करके भी एक IAS को SDM का पद मिलता है, और PCS पास करके भी SDM का ही पद मिलता है | तो आखिर UPSC SDM और PCS SDM में फर्क क्या है | दोस्तों अगर आप भी इसी सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं ,तो आज के Blog में हम अपके इस सवाल का जवाब लेकर आए हैं |


सबसे पहले बात करते हैं कि UPSC क्वालीफाई करके SDM पद मिलने के बारे में

जैसा कि हम सभी जानते हैं हर साल UPSC की ओर से CIVIL SERVICES EXAM का आयोजन होता है | जिसमें लाखों ASPIRANTS हिस्सा लेते हैं | लेकिन इसमें केवल कुछ ही उम्मीदवारों को सफल मिल पाती है | इसमें सफलता के बाद IAS को LBSNAA भेजा जाता है, जहाँ उन्हें एक IAS की जिम्मेदारियों के बारे में बताया जाता है | LBSNAA में अपनी Training पूरी करने के बाद एक IAS को राज्य के SDM के तौर पर नियुक्त किया जाता है | इसके अलावा कुछ अन्य पदों पर भी उन्हें कार्य करने होते हैं, जोकि उनक Training का हिस्सा होती है | जहाँ उनकी लगभग 2 से 3 साल तक की Training होती है ,और इसके बाद उन्हें DM यानि District Magistrate का पद मिलता है | जिसके बाद PROMOTION के साथ उनका पद भी बढ़ता रहता है |


अब बात करते हैं STATE PCS क्वालीफाई करके SDM पद मिलने के बारे में

पीएससी यानी पब्लिक सर्विस कमीशन की ओर से आयोजित परीक्षा से राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों का चयन किया जाता है | इस परीक्षा में संबंधित राज्य का नाम भी शामिल होता है जैसे UPPSC (उत्तर प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन), BPSC (बिहार पब्लिक सर्विस कमीशन), MPPSC (मध्य प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन) ऐसे ही हर राज्य में इसका आयोजन होता है |  इसके माध्यम से चुने गए राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को कई पदों पर नियुक्त किया जाता है | SDM इन्हीं पदों में से एक पद होता है | PCS परीक्षा पास करने के बाद सफल उम्मीदवारों को उनके राज्य की Training Academy में भेजा जाता है | जहाँ से  Training पूरी कर उन्हें SDM का पद दिया जाता है | और 14 से 15 साल तक एक SDM के रूप में सेवा देने के बाद ही एक PCS अधिकारी को DM का पद मिलता है | जिसके बाद वे रिटायर हो जाते हैं |


UPSC SDM और PCS SDM के कार्य में क्या अंतर होता है ?

इन दोनों के कार्यों में ज्यादा कोई अंतर नहीं होता , लेकिन 2 -3 साल के बाद जब एक UPSC SDM एक DM बनता है, तो वे पूरे राज्य में होने वाले कार्यों को संभालता है | वहीं बात करें PCS SDM की तो उन्हें राज्य के किसी एक AREA का कार्य सौंपा जाता है, जिससे जुड़ी सारी IMPORTANT जानकारी उन्हें अपने राज्य के DM को देनी होती है | एक UPSC SDM और PCS SDM में अंतर उनकी नेम प्लेट से भी पता चलता है UPSC SDM की नेम प्लेट पर SAS यानि IAS लिखा होता है , जबकि एक PCS SDM की नेम प्लेट पर केवल SDM लिखा होता है |