98% UPSC Aspirants ये गलती करते हैं


यूपीएससी की तैयारी कितना मुश्किल है यह तो आपको मालूम ही है। हर साल लाखों लोग इस परीक्षा में बैठते हैं और 99.9 प्रतिशत को हार कर लौटना पड़ता है। अब जब Competition इतना Tough हो तो गलती की गुंजाइस ना के बराबर होती है और जो भी इस मूल मंत्र को समझ जाता है उसके सफल होने के Chances कई गुना बढ़ जाते हैं। अब, यूपीएससी निकालने के लिए क्या करना चाहिए, यह बताने वाले ढेरों लोग आपको मिल जाएंगे मगर इस वीडियो में हम आपको बताएँगे कि यूपीएससी Qualify करने के लिए आपको क्या नहीं करना चाहिए? तो देर किस बात की, आइए फिर शुरू करते हैं।


यूपीएससी की तैयारी एक रूपी नहीं है – दोस्तों, सबसे बड़ी गलती जो हम करते हैं वो ये है कि हम इसे किसी आम परीक्षा की तरह ट्रीट करते हैं। पढ़ाई करो, टेस्ट Practice करो और परीक्षा में बैठ जाओ। किसी और परीक्षा के लिए तो यह फॉर्मूला काम कर जाएगा लेकिन यूपीएससी! यूपीएससी इस मंत्र से निकलने वाला नहीं।


यूपीएससी की तैयारी दो स्तर की होती है, पहला है सब कुछ अपने अंदर फिर करना यानि पढ़ाई करना और दूसरा जो फिट किया है उसे प्रिसेंट करना। और ये दोनों काम जब तक नहीं करेंगे तब तक आप सिर्फ एक उम्मीदवार ही रहेंगे। इसलिए इस परीक्षा के लिए कम से कम दो साल का समय जरूर निकालिए। पहले साल में सब कुछ पढ़िये और सब कुछ समझिए। इस दौरान किसी तरह कि कोई टेंशन ना लीजिए। दूसरे साल में जो पढ़ा है उसे present करना सीखिये। इसके लिए जितना अधिक हो सके Test दीजिये। याद रखिए आप जितना अधिक टेस्ट लेंगे। आपको उतने ही अधिक सवालों का सामना होगा और उतना ही अधिक आप Examination हाल में सहज रहेंगे। इसके अलावा ज्यादा से ज्यादा सवालों को हल करने से आपको यह भी पता  चलता है कि एग्जाम में सवाल किस तरह से पूछे जाते हैं और हो सकता है कि वहाँ आपको कुछ सवाल ऐसे भी मिल जाएँ जो अपने पहले से पढ़ रखे हों!


एक और बड़ी गलती जो Aspirants करते हैं, वो है, पूर्ण समर्पण की कमी। यह परीक्षा ऐसी नहीं है जिसमे आप दुनियादारी के साथ साथ तैयारी कर सकते हों। इस परीक्षा के लिए आपको दुनिया से पूरी तरह अलग होना पड़ेगा। कहने का मतलब यह है जब आप तैयारी कर रहे हैं तो यह भूल जाइए कि आपके चाचा के लड़की की शादी किससे हो रही है या आपके दोस्त का चक्कर किसके साथ चल रहा है। यूपीएससी Complete Dedication मांगती है और Complete Dedication मतलब Complete Dedication इसमे किसी भी तरह की कोताही की कोई गुंजाइश नहीं है। तैयारी के दौरान आपके दिमाग में सिर्फ आपकी तैयारी से संबन्धित बातें ही घूमनी चाहिए। जब आप दिन भर पढ़ाई करते हों तब आपके मन में सिर्फ पढ़ाई की बातें रहनी चाहिए और जब आप सोने जा रहे हो तब आपका दिमाग उसे ही Revise कर रहा हो। जब आप इस लेवल के समर्पण पर पहुँच जाते हैं तब ही आप यूपीएससी की Aspirants कि लाइन में आगे निकल सकते हैं।


तीसरी बड़ी गलती है गलत संगत – दोस्तों, जब आप तैयारी कर रहे हैं और आपको उस लेवल तक जाना है जहां आपके जीवन में सिर्फ तैयारी की ही बातें हो तब यह बहुत जरूरी हो जाता है कि आप उन लोगों के साथ उठना बैठना रखें जो Preparation में आपके सहायक बन सके। कहने का मतलब ये हैं कि ऐसे लोगों से दोस्ती रखिए जो आपकी सिचुएशन को ना सिर्फ समझते हों बल्कि खुद भी उसी Situation में हों जहां उनके जीवन में सिर्फ और सिर्फ यूपीएससी ही हो। दोस्तों, एक कहावत तो आपने सुनी ही होगी, संगत से गुण आत हैं संगत से गुण जात और यह कहावत यूपीएससी की तैयारी पर 100 प्रतिशत फिट बैठती है। यदि आप किसी ऐसी मंडली में बैठ रहे हैं जो यूपीएससी की तैयारी नहीं कर रहे तो Obviously आप उनके साथ कोई Discussion नहीं कर सकेंगे और जब आप Discussion नहीं करनेगे तो वो बात आपके दिमाग से धीरे धीरे डाइल्यूट होती जाएगी। और मजे की बात पता है, आपका दिमाग भी यही चाहता है कि आप इन बातों को निकाल कर उसमे कुछ Gossips भरें इसलिए अपने दिमाग को ट्रेन कीजिये कि नही, तुझे अपने अंदर Gossip नहीं बल्कि Information भरनी है। शुरुआत में यह थोड़ा मुश्किल हो सकता है लेकिन धीरे धीरे आपको और आपके दिमाग दोनों को इसकी आदत हो जाएगी।


तो दोस्तों, उम्मीद है कि आपने अब ये समझ लिया होगा कि यूपीएससी की तैयारी के दौरान वे कौन सी छोटी छोटी लेकिन Important गलतियाँ हैं जो हम अक्सर समझ नहीं पाते और कर जाते हैं जिसके कारण हमारा Selection रुक जाता है और अब आप भी अपनी तैयारी में इन बातों का ध्यान रखेंगे।