कॉलेज की पढ़ाई के साथ साथ यूपीएससी की तैयारी


संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित भारतीय प्रशासनिक सेवा परीक्षा की प्रारंभिक और मुख्य परीक्षा के अंतर्गत कौशल और सफल होने की क्षमता दोनों की ही ज़रूरत होती है। इसी वजह से यह सलाह दी जाती है कि UPSC सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी शुरू करने के लिए सबसे अच्छा समय कॉलेज समय होता है, क्योंकि इस दौरान आपके पास अपने विषय से संबंधित सभी अवधारणाओं को मज़बूती से समझने के लिए पर्याप्त समय मिलता है। मगर कॉलेज की पढ़ाई के साथ साथ यूपीएससी की तैयारी करना बहुत आसान भी नहीं है। ज़्यादातर कॉलेज के छात्र, ख़ासकर इंजीनियरिंग के छात्र, अपने कॉलेज प्रोजेक्ट्स, असाइंमेंट्स, टेस्ट आदि में काफी व्यस्त रहते हैं। ऐसे में अलग से यूपीएससी की तैयारी के लिए समय निकालना मुश्किल हो सकता है। मगर कुछ स्मार्ट वर्क से आप समय भी निकाल सकते हाँ और तैयारी भी अच्छी कर सकते हैं।


Syllabus को समझें – किसी भी परीक्षा में सफल होने के लिए यह जरूरी है कि आप उस परीक्षा के syllabus को अच्छी तरह से समझें। यूपीएससी की परीक्षा में भी यह मंत्र बहुत कारगर होता है। यूपीएससी का सिलैबस आप इसके वैबसाइट से download कर सकते हैं या फिर बाज़ार से खरीद भी सकते हैं। सिलैबस को साथ में रख कर पढ़ाई करने की आदत बनाएँ। इससे आप व्यर्थ की टोपिक्स पर अपना समय नष्ट करने से बच सकेंगे।


NCERT की पुस्तकों के साथ शुरूआत करें - NCERT की पुस्तकें अच्छे ज्ञान का भंडार का स्रोत तो होती ही है, साथ-साथ इसकी भाषा बहुत सरल होती है। इसलिए NCERT की पुस्तकों के साथ शुरूआत करना एकदम सही क़दम है। इन पुस्तकों की मदद से आप जटिल अवधारणाओं को समझ पाएंगे और है अध्ययन की एक मजबूत नींव का निर्माण करने के लिए मदद करते हैं। NCERT की कक्षा छठी से बारहवीं की पुस्तकों को पढ़ने के बाद, आप अधिक विस्तृत अध्ययन सामग्री के लिए आगे बढ़ सकते हैं।


वैकल्पिक विषय का सही चयन - अधिकांश छात्रों को पहले ये जांच लेना चाहिए कि उनके स्नातक / स्नातकोत्तर विषय मुख्य परीक्षा में एक वैकल्पिक विषय के रूप में पेश किए गए हैं कि नहीं। यदि हां, तो फिर वे अपने स्नातक स्तर की पढ़ाई के अधीन या किसी अन्य अपनी रुचि के अनुसार विषय का चयन करने के लिए स्वतंत्र हैं। मगर यदि आप अपने स्नातक के विषय को लेकर बहुत ज्यादा confident नहीं हैं तो आप कोई दूसरा विषय भी चुन सकते हैं। हाँ, इसके बाद आपको मेहनत थोड़ी ज्यादा करनी पड़ेगी।


Current affairs की तैयारी – यह एक ऐसा विषय है जिसकी तैयारी कोई एक पुस्तक पढ़ कर नहीं की जा सकती है। आसपास की नवीनतम घटनाओं के बारे में पता करने के लिए कोई विकल्प मौजूद नहीं है। बाज़ार में मिलने वाली पत्रिकाएं मौजूदा मामलों से संबंधित संक्षिप्त विश्लेषण उपलब्ध कराएंगी लेकिन दैनिक समाचार-पत्र पढ़ने से लेखन कौशल में सुधार करने से निबंध लेखन में भी काफी हद तक मदद मिलेगी। यह बेहद महत्वपूर्ण बात है कि आप समाचार-पत्र को सही तरीके से पढ़ने की कला को जानते हों यानि आपकोIAS परीक्षा के लिए चुनिंदा प्रासंगिक विषयों पर ध्यान केंद्रित करना होगा और समाचार-पत्र की अनावश्यक सामग्री को छोड़ देना चाहिए जिससे समय की बर्बादी न हो सके।


Mock test को seriously लें - आईएएस परीक्षा में मिलने वाली सफलता इस बात पर भी निर्भर करती हैं कि आप मॉक टेस्ट को कितनी गंभीरता से लेते हैं. तैयारी के दौरान मॉक टेस्ट जरूर दें। इससे आपको अपनी गलतियों और कमजोरियों का पता भी लगता रहेगा। mock test के लिए आप किसी ऑनलाइन  पोर्टल या कोचिंग संस्थान की मदद ले सकते हैं या फिर खुद ही घर पर बैठ कर test paper solve कर सकते हैं।


अपने अंदाज़ से करें तैयारी – कॉलेज के समय हम सब सफल व्यक्तियो से बहुत प्रभावित होते हैं। उनकी अफलता की कहानी हमे भी कुछ करने के लिए प्रेरित करती रहती है और अक्सर इस प्रभाव में बह कर हम उनकी नकल करने लगते हैं। मगर यह तरीका ठीक नहीं है। हर व्यक्ति का चरित्र अलग होता है, उनकी समस्याएँ, उनको सुलझाने का तरीका इत्यादि भी अलग होते हैं। इसीलिए आप अपनी तैयारी अपने तरीके अपनी क्षमता को ध्यान में रखते हुए करें।