ऐसे पढोगे तो, IAS नहीं बनोगे


आपने अक्सर लोगों से यह सुना होगा कि आईएएस की तैयारी कोई खेल नहीं है। फिर भी ना जाने क्यों लाखों युवा हर साल कूद पड़ते हैं इस मैदान में अपनी किस्मत आजमाने। हालांकि उनमे से अधिकांश या यूं कहें कि 90 प्रतिशत सिर्फ किस्मत के भरोसे ही इस परीक्षा की तैयारी करते हैं और अंत में जब उनका Selection नहीं होता है तब तरह तरह के बहाने ढूंढ कर अपनी असफलता को Justify करने की कोशिश करते हैं। लेकिन वे यह नहीं समझ पाते कि दरअसल उनकी असफलता का सबसे बड़ा कारण है उनके पढ़ने का ढंग। जी हाँ, आपके पढ़ने का ढंग यदि ठीक ना हो तो आप कितनी भी कोशिश कर लीजिये आप आईएएस नहीं बन सकते।


यूपीएससी की परीक्षा किसी भी आम परीक्षा से अलग है। इसका Syllabus, इसका Pattern इसका Tough Competition आपसे यह अपेक्षा करता है कि आप हर कदम पर अपने 100 प्रतिशत से भी बढ़कर देने के लिए तैयार रहें। इस परीक्षा में सफल होना है तो गलती की छोटी सी भी गुंजाइश नहीं होनी चाहिए। अब जो नज़र आने वाली गलतियाँ हैं, वो तो आपको कोई भी बता सकता है, समझा सकता है लेकिन कई बार हम कुछ ऐसी गलतिया भी करते रहते हैं जो दूसरों को तो छोड़िए, हमें खुद भी नज़र नहीं आती। आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही गलतियों के बारे में –


Basics की कमी – यूपीएससी करना है तो सबसे पहले अपने Basics को मजबूत करना जरूरी है। अब आप ही सोचिए कि जब Foundation ही कमजोर हो तो आप उस पर कितनी भी ऊंची इमारत बना लें, उसका भविष्य हमेशा डावांडोल ही रहेगा। Basics के बिना आप अपने विचार भी नहीं बना सकते हैं क्योंकि जो भी आप सोचेंगे या लिखेंगे वो सब आपके ख्याल का हिस्सा होगा जो अक्सर वास्तविकता से कोसो दूर होता है। यदि आप भी इस गलती को इगनोर कर रहे हैं तो आज ही इसे Seriously लेना शुरू कर दीजिये। इसमे कोई शर्मिंदगी की बात नहीं यदि आप भारत के सभी सीमावर्ती राज्यों के नाम नहीं बता सकते या सभी राज्यों की राजधानी आपको याद नहीं है, दिक्कत तब आती है जब आप इसे सुधारने की बजाय इसे Face करें और उसे ठीक करने के लिए मेहनत करें।


Awareness की कमी – रूस और यूक्रेन का युद्ध पिछले डेढ़ साल से चल रहा है, क्या आप अभी, इसी वक़्त यह बता सकते हैं कि यूकेन का प्रधान मंत्री कौन है? क्या आप बता सकते हैं कि आपके पड़ोसी देश पाकिस्तान का राष्ट्रपति कौन है? चलिये छोड़िए यही बताइये कि इस बार के बजट में सरकार ने सबसे ज्यादा Revenue कहाँ से Generate किया है? नहीं बता सकते ना? यह आपकी Awareness की कमी को दर्शाता है। खबरे तो आपने जरूर पढ़ी होंगी और एक समय में आपको याद भी रहा होगा लेकिन ऐसी पढ़ाई का क्या फायदा जब समय पर वह याद ही ना रहे। अब आब खुद ही सोचिए कि जो भी सवाल मैंने आपसे पूछे हैं क्या वो कोई मुश्किल सवाल हैं? नहीं ना, तो फिर आपको उनका जवाब एकदम से क्यों याद नहीं आया? क्योंकि अभी भी आपके अंदर Awareness की कमी है और आप इसे हल्के में ले रहे हैं। आज से ही एक जागरूक विद्यार्थी बनिए और जो भी सूचना आपको मिलती है उसे पूरे ध्यान, पूरी तन्मयता और पूरी उत्कंठा के साथ पढ़िये। ऐसा करने से ही वो आपके मस्तिष्क में बैठ जाएंगी और समय पर आपको इन छोटे छोटे महत्वहीन दिखने वाले सवालों के जवाब भी याद रहेंगे।


कमियों पर ध्यान ना देना – ऐसा कोई स्टूडेंट नहीं जो हर सब्जेक्ट में बेस्ट हो, कम से कम यूपीएससी की फील्ड में तो नहीं। कमियाँ सब में होती है और यकीन मानिए आपकी कमियाँ तब तक आपके रास्ते का रुकावट नहीं बन सकती जब तक आप उन्हें Confront करते रहते हैं। जिस दिन आपने कमियों को Confront करना छोड़ दिया या उन्हें इगनोर करना शुरू कर दिया उस दिन से ही वो आपके रास्ते में ऐसी रुकावटें पैदा करेंगी कि आप एक कदम भी चल नहीं पाएंगे। इसलिए अपनी कमियों को पहचानिए और उनसे भागने की बजाय डट कर उनका सामना कीजिये। आप देखेंगे कि आपकी कमियाँ धीरे धीरे गायब होती जाएंगी और आपका Confidence Level भी ऊपर जाता रहेगा।


उद्देश्य के बिना पढ़ाई करना – आप जो भी पढ़ते हैं, वो क्यों पढ़ रहे हैं? सिर्फ नौकरी लेने के लिए? तो बेहतर है कि आप यूपीएससी की तैयारी ना ही करें। लेकिन यदि आप ज्ञान के लिए, Information के लिए, सोच विकसित करने के लिए पढ़ रहे हैं तो इसका मतलब है कि अपकी पढ़ाई का कोई उद्देश्य है और जब आप उद्देश्य के साथ पढ़ते हैं तो आपको यह भी पता चलता है कि आपने जो पढ़ा है, उसका उपयोग कैसे करना है। यह कला आपको मेंस की परीक्षा में बहुत काम आने वाली है। इसलिए आज से जो भी पढ़िये सबसे पहले उसका उद्देश्य समझिए। जैसे यदि फंडामैंटल राइट्स` के बार में पढ़ रहे हैं तो यह समझने की कोशिश कीजिए कि आखिर Fundamental राइट्स हैं क्या, इनकी जरूरत क्यों है, इसका दमन और इसका उपयोग कैसे होता है और साथ ही यह भी समझने की कोशिश कीजिये कि कैसे इन मौलिक अधिकारों ने देश की उन्नति में अपना योगदान दिया है।


तो दोस्तों, उम्मीद है कि अब आपको समझ में आ गया होगा कि आप तैयारी में कहाँ गलतियाँ कर रहे हैं और कैसे उन गलतियों को दूर किया जा सकता है।