UPSC के लिए कैसा व्यक्तित्व चाहिए ?


आपने एक कहावत सुनी होगी - “with power comes great responsibility,” यानि ताकत जितनी अधिक होगी जिम्मेदारियाँ भी उतनी बड़ी होंगी। और यही कारण है कि हर साल लाखों उम्मीदवार सिविल सेवा परीक्षा में शामिल होते हैं, लेकिन उनमें से कुछ ही सफल हो पाते हैं। एक आईएएस अधिकारी की भूमिका नीतियों और कार्यक्रमों को लागू करने, संसाधनों का प्रबंधन करने और कानून और व्यवस्था बनाए रखने के द्वारा सरकार और जनता की सेवा करना है। इसलिए यह कहा जाता है कि एक आईएएस अधिकारी की Personality काफी Unique और Distinctive होते हैं।


आईएएस परीक्षा को इतना कठिन बनाने के मुख्य कारणों में से एक है कि यह परीक्षा आपके ज्ञान की परीक्षा के अलावा आपके जीवनशैली, व्यक्तित्व और चारित्रिक गुणों की भी परीक्षा होती है। ज्ञान तो किताबों और संसाधनों से प्राप्त किया जा सकता है लेकिन जीवनशैली के गुण जैसे आत्म– अनुशासन, प्रेरणा, समयनिष्ठा जैसे अन्य तथ्यों की जानकारी हमें किताबों से नहीं मिल सकती है। ये किसी के जीवनशैली का हिस्सा होते हैं और समय के साथ उनमें विकसित होते हैं। जब बात अंतिम चयन की आती है तब ये गुण ही उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण अंतर पैदा कर देते हैं। आज हम कुछ ऐसी ही Qualities के बारे में जानेंगे जो यूपीएससी के लिए बेहद जरूरी हैं।


रचनात्मक बनें - वस्तुतः रचनात्मक लोग चीजों को उस नजरिए से नहीं देखते जैसे वे होते हैं, वे चीजों को उस नजरिए से देखते हैं कि वे क्या हो सकते हैं। अगर आप आईएएस बनने की इच्छा रखते हैं तो इस उद्धरण को आपके जीवन की सफलता के एक मंत्रों में से एक होना चाहिए। बतौर आईएएस अधिकारी आपसे कई सारी अलग– अलग परिस्थितियों से निपटने, कुछ रचनात्मकता की जरूरत वाले और लीक से हट कर कठिन फैसले करने की उम्मीद की जाएगी। संक्षेप में कहें तो गूढ़ बातों को समझना और जटिल समस्याओं के लिए सरल लेकिन रचनात्मक समाधान प्रस्तुत करना आपकी प्रमुख जिम्मेदारी होगी। आईएएस की परीक्षा की पूरी परीक्षा के दौरान आपकी योग्यताओं की भी परीक्षा होती है और इसलिए रचनात्मक सोच सफल आईएएस अधिकारी बनने में आपकी मदद करेगा। वास्तव में रचनात्मक सोच आपको आईएएस परीक्षा में सफल होने के लिए तैयारी करने की नई रणनीति बनाने में भी मदद कर सकती है।


विवेचनात्मक सोंच - रचनात्मकता की तरह ही विवेचनात्मक सोच भी आईएएस बनने की इच्छा रखने वालों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होती है। आईएएस अधिकारी देश के नौकरशाही सेटअप में अनेक विषयों की जानकारी रखने वाले होते हैं। कई लोग इस बात से असहमत हो सकते हैं लेकिन बतौर अभ्यर्थी यह गुण आपके पक्ष में होगा। आईएएस परीक्षा के पाठ्यक्रम का ज्यादातर हिस्सा हमारे दैनिक– जीवन से कवर होता है, आपको परिप्रेक्ष्य समझने के लिए इन पर सिर्फ विवेचनात्मक तरीके से सोचने की जरूरत है। आज के समय में उपलब्ध ज्यादातर जानकारी विवेचनात्मक सोच, लोगों के सामान्य प्रश्नों और गतिविधियों  का ही परिणाम है। इसी प्रकार यदि आप अवधारणाओं का विशलेषण और विवेचनात्मक परीक्षण कर सकते हैं और उन्हें अपने दैनिक जीवन से जोड़ कर देख सकते हैं तो यह आपको अवधारणा को विस्तार से समझने और आईएएस की परीक्षा में प्रश्नों का उत्तर देने में मदद कर सकता है। इसलिए शर्लक होम्स के बताये गए इस कथन ‘देखना बंद करें और आज से ही समीक्षा करना शुरु कर दें’ के अनुसार कार्य करना शुरू करें।


आत्मविश्वास - सच्चे साधकों में बहुत आत्मविश्वास होता है; इस प्रकार, वे अपनी क्षमताओं और नेतृत्व कौशल से अवगत हैं। उन्हें अपनी क्षमताओं और नेतृत्व क्षमताओं पर पूरा भरोसा है। वे आत्मविश्वासी और आत्म-सम्मानित होते हैं, और वे मानते हैं, कि वे बदलाव ला सकते हैं और जरूर लाएँगे। जैसे कि रोज़लिन कार्टर ने कहा है  'आपको अपनी क्षमता पर विश्वास रखना होगा और आगे बढ़ने के लिए काफी कठोर होना होगा।' तो आईएएस बनने के लिए आपको भी अपने अंदर आत्मविश्वास भरना होगा और इसके लिए खुद को कठोर बनाना पड़ेगा।


स्व-प्रेरित – नेपोलेयन हिल ने कहा था - व्यापार, उद्योग और वित्त के महान नेता, और महान कलाकार, कवि, संगीतकार और लेखक सभी महान बने क्योंकि उन्होंने आत्म-प्रेरणा की शक्ति विकसित की। दूसरों को प्रेरित करने की क्षमता सबसे महत्वपूर्ण नेतृत्व विशेषताओं में से एक है। जब उनके कर्मचारियों का मनोबल कम होगा, तो अच्छे नेता उन्हें प्रेरित करेंगे और उनका मनोबल बढ़ाएंगे। खतरनाक परिस्थितियों में भी वे अपनी नाव आसानी से पार कर लेते हैं। वे स्व-प्रेरित होते हैं और दूसरों के अनुसरण के लिए एक उदाहरण स्थापित करते हैं। और यही बात एक आईएएस को बकियों से अलग करती है कि वे मुश्किल से मुश्किल परिस्थित्यों में भी अपने आप को संयमित रखते हैं और अपने juniors को प्रेरित भी करते हैं।


समयनिष्ठता और समय प्रबंधन - स्कूल के दिनों से ही हमें 'समयनिष्ठ' होना कहा जाता रहा है। हममें से कई लोगों ने इसे स्वीकार कर लिया है और इसे अपनी जीवनशैली का हिस्सा बना लिया है, लेकिन अभी भी ऐसे कई लोग हैं जो अभी भी अपना समय प्रबंधित करने में अक्षम हैं। अगर आप दूसरे प्रकार के लोगों में से हैं, तो आपको ज्यादा सावधानी बरतनी होगी क्योंकि यह आईएएस परीक्षा में सफल होने के आपके अवसर को बुरी तरह से प्रभावित कर सकता है। आईएएस अभ्यर्थी के लिए समय सबसे दुर्लभ संसाधन है। इसलिए परीक्षा में सफल होने के लिए समयनिष्ठ होना और समय का उचित प्रबंधन महत्वपूर्ण है। इसी प्रकार यह अभ्यर्थियों को उस अनुशासित जीवन के लिए तैयार करता है जिसका पालन उन्हें आईएएस परीक्षा में सफल होने के बाद करना होता है।


यह कुछ ऐसी Qualities हैं जो आईएएस बनने के लिए मिनिमम Requirement हैं। इसलिए यदि आप आईएएस बनना चाहते हैं तो आज से ही इन्हें अपने अंदर विकसित करने के लिए प्रयास करना शुरू कर दें