UPSC में LANGUAGE का पेपर (कौन से होते हैं ?, कैसे पास करें ? क्या पढ़ें)


दोस्तों, यह तो आप जानते ही होंगे कि सिविल सेवा मुख्य परीक्षा में कुल 9 पेपर होते है और यह भी जानते होंगे कि इनमे से पहले दो Paper भाषा के होते हैं और इनमे Qualify करना कोमपुलसोरी होता है वरना आपके बाकी के Papers चेक ही नहीं किए जाएंगे। लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि हर साल Mains लिखने वाले Candidates में से लगभग 10 प्रतिशत इन Papers में ही Qualify नहीं कर पाते हैं। इसका मतलब यह हुआ कि 10 प्रतिशत लोग Candidates ऐसे होते हैं जो भाषा के पेपर को Seriously नहीं लेते जिसका खामियाजा उन्हें रेस शुरू होने से पहले ही बाहर होकर चुकाना पड़ता है। यदि आप भी Language Papers को Seriously नहीं ले रहे हैं तो आप भी उन 10 प्रतिशत Candidates में अपनी जगह पक्की करने की ओर बढ़ रहे हैं। इसलिए Language के पेपर को इग्नोर करने की भूल ना करें और इसकी तैयारी कैसे करनी चाहिए, उसके लिया इस वीडियो को पूरा देखें।


पेपर ‘ए’ UPSC Civil Services Syllabus परीक्षा में पहला पेपर होता है और यह अनिवार्य भारतीय भाषा का पेपर है। उत्तर-पूर्वी राज्यों - मिजोरम, मेघालय, सिक्किम, अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर और नागालैंड के उम्मीदवारों को छोड़कर सभी उम्मीदवारों के लिए यह पेपर लिखना और उसमे Qualify करना अनिवार्य है। उम्मीदवार संविधान की 8 वीं अनुसूची में किसी भी भाषा को ले सकते हैं। हालांकि अधिकांश उम्मीदवार, औसतन, भारतीय भाषा के पेपर के रूप में हिंदी का चयन करते हैं। उम्मीदवार निम्नलिखित भाषाओ में से किसी एक का चुनाव कर सकते हैं।


 भाषा

 लिपि

Assamese

Assamese

Bengali

Bengali

Gujarati

Gujarati

Hindi

Devanagari

Kannada

Kannada

Kashmiri

Persian

Konkani

Devanagari

Malayalam

Malayalam

Manipuri

Bengali

Marathi

Devanagari

Nepali

Devanagari

Odia

Odia

Punjabi

Gurmukhi

Sanskrit

Devanagari

Sindhi

Devanagari or Arabic

Tamil

Tamil

Telugu

Telugu

Urdu

Persian

Bodo

Devanagari

Dogri

Devanagari

Maithili

Devanagari

Santhali

Devanagari



इस पेपर में मुख्य रूप से पांच प्रकार के प्रश्न पूछे जाते हैं -


• निबंध (100 अंक) 

• रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन (60 अंक) 

• सटीक लेखन (60 अंक) 

• अनुवाद (विशिष्ट भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद के 20 अंकों के 2 प्रश्न) 

• अनिवार्य भारतीय भाषा के व्याकरण पर प्रश्न। (40 अंक)


इस पेपर की तैयारी के लिए आवश्यक टिप्स -


• उस भाषा का चयन करें जिस पर आपकी पकड़ मजबूत हो। यह आपकी मातृभाषा हो सकती है या कोई ऐसी भाषा हो सकती है जिसे आपने बचपन से बोला और सीखा है। 

• व्याकरण के हिस्से की तैयारी करने के लिए, बेहतर होगा कि आप दसवीं कक्षा तक की स्कूली पाठ्य पुस्तकों को पढ़ें और उनके सवालों को हल करें। 

• अपने निबंध-लेखन और सार-लेखन कौशल को बेहतर बनाने के लिए आपने जिस भाषा को चुना है उसमें समाचार पत्र पढ़ें। 

• अपनी पसंद की भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद का अभ्यास करें। इससे आपको अनुवाद संबंधी प्रश्नों को हल करने में मदद मिलेगी। ऐसा करने के लिए आप फिर से समाचार पत्रों का सहारा ले सकते हैं। 

• अपनी भाषा पर मजबूत कमांड प्राप्त करने के लिए पिछले वर्ष के 2 - 3 प्रश्न पत्रों को हल करें। 

• पेपर हल करते समय, सुनिश्चित करें कि आपने प्रश्न को ठीक से पढ़ा है। 

• प्रश्नों का उत्तर देते समय आपकी लिखावट साफ और सुपाठ्य होनी चाहिए। 

• Negative Impression से बचने के लिए शब्द सीमा का पालन कड़ाई से करें।


अच्छी बात यह है कि इस पेपर की तैयारी आप दूसरे Merit Papers के साथ भी कर सकते हैं। हालाँकि, आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आप इसे उचित महत्व दे रहे हैं और अनुवाद-प्रकार के प्रश्नों और निबंध लेखन का अभ्यास कर रहे हैं।


मुख्य परीक्षा का दूसरा पेपर, यानि पेपर B इंग्लिश Language का होता है। यह भी Qualifying नेचर का होता है यानि इसमे भी कुल 300 में से 75 अंक ही लाने आवश्यक हैं।


इस पेपर में पूछे जाने वाले प्रश्न


• निबंध (100 अंक) 

• रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन (75 अंक) 

• Precis writing (75 अंक) 

• व्याकरण आधारित प्रश्न (50 अंक)


इस पेपर में पूछे जाने वाले सवालों की तैयारी कैसे करें –


• निबंध-लेखन - निबंध-पर मजबूत पकड़ बनाने का सबसे अच्छा तरीका अभ्यास करना है! यह समझने के लिए कि आपका निबंध क्या होना चाहिए, द हिंदू या द इंडियन एक्सप्रेस अखबार में संपादकीय पढ़ें। यह आपको सुसंगत निबंध तैयार करने में मदद करेगा। 

• रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन - इस भाग में एक गद्यांश और इस गद्यांश पर आधारित 5 subjective questions शामिल हैं। प्रभावी उत्तर लिखने के लिए पैसेज को ध्यान से पढ़ें। इसके बाद प्रश्नों को पढ़ें और गद्यांश को फिर से पढ़ें। उन प्रासंगिक बिंदुओं को चिह्नित करें जो पूछे गए प्रश्नों के संभावित उत्तर हो सकते हैं। अब, उन पॉइंट्स को दोबारा लिखें और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर अपने शब्दों में लिखें। यह ध्यान रखें कि आपका जवाब सीधे गदयांश के वाक्यों को उठा कर ना बनाया गया हो। यह एक नकारात्मक प्रभाव पैदा कर सकता है और आपका स्कोर कम हो सकता है। परीक्षा में इन प्रश्नों को अधिक आराम से करने के लिए पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों से रीडिंग कॉम्प्रिहेंशन प्रश्नों का अभ्यास करें। 

• Precis writing – precis writing मूल रूप से दिए गए गद्यांश का सारांश – लेखन होता है। आपको यथासंभव कम से कम शब्दों का प्रयोग करते हुए गद्यांश का सार लिखना पड़ता है। आम तौर पर, शब्द सीमा गद्यांश के कुल शब्दों का एक तिहाई होती है। इसके लिए दिए गए गद्यांश को ध्यान से पढ़ें और महत्वपूर्ण बिंदुओं को चिन्हित करें। ऐसे करते समय आप उन वाक्यों को निकाल सकते हैं जो जानकारी में नहीं जुड़ती हैं या फ़िलर-लाइन हैं। इस बात का ध्यान रखें कि कि आप शब्द सीमा को पार नहीं कर रहे हैं या एक ही जानकारी को दोबारा नहीं दोहरा रहे हैं। इसकी तैयारी भी आप समाचार पत्रों या पत्रिकाओं के माध्यम से कर सकते हैं। 

• व्याकरण आधारित प्रश्न - व्याकरण आधारित प्रश्नों के लिए, आपको अपनी अवधारणात्मक समझ को सुधारने पर काम करना होगा। आप एसपी बख्शी की व्रेन एन मार्टिन या ऑब्जेक्टिव जनरल इंग्लिश जैसी मानक पुस्तकों की मदद ले सकते हैं। part of speech पर एक कमांड विकसित करें और इस पुस्तक या पिछले वर्ष के प्रश्नों से व्याकरण आधारित प्रश्नों का अभ्यास करें। इस सेक्शन में मुख्य रूप से एरर-करेक्शन, फिल-इन-द-ब्लैंक्स, naration , vocabulary आदि से प्रश्न पूछे जाते हैं। व्याकरण की पुस्तकों को पढ़ने और व्याकरण आधारित और शब्दावली आधारित प्रश्नों का अभ्यास करने से आपको इस खंड में बेहतर प्रदर्शन करने में मदद मिलेगी।


इस पेपर में उन छात्रों के लिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता नहीं है, जिन्होंने शिक्षा के माध्यम के रूप में अंग्रेजी का अध्ययन किया है। हालांकि, जिन उम्मीदवारों को अंग्रेजी लिखने या समझने में समस्या आती है, उन्हें इस पेपर को तैयार करने के लिए विशेष ध्यान देने की आवश्यकता हो सकती है।