UPSC 2024 के लिए बड़े बदलाव की जरूरत है ?


यूपीएससी 2024 की परीक्षा संभवतः मई के आखिर सप्ताह या जून के पहले हफ्ते में होगी। अब इस परीक्षा में मुश्किल से 10 महीने का समय रह गया और इस साल के पेपर के बाद तो Aspirants के होश उड़े हुए हैं। दरअसल इस साल जो परीक्षा हुई उसके बाद कइयों को यह लगने लगा है कि पुराने ढर्रे पर चल कर अब यूपीएससी क्लियर नहीं किया जा सकता। और काफी हद तक उनकी यह सोच सही भी है। इसलिए आज के वीडियो में हम आपको बताने वाले हैं कि 2024 के लिए आपकी रणनीति क्या होनी चाहिए?


2023 की प्री परीक्षा में यूपीएससी ने बहुत सारे लोगों को झटका दे दिया था और अच्छे अच्छे Candidates भी अपने Selection को लेकर संशयित हो गए थे। उन्हें यह तो समझ में आ गया था कि अब यूपीएससी की तैयारी Traditional Methods से नहीं की जा सकती है। लेकिन फिर सवाल यह उठता है कि आखिर नयी Strategy क्या होनी चाहिए? वो कहते हैं ना कि जब एक तरीके से परिणाम ना मिल रहे हों तो अपना तरीका बदल कर try करना चाहिए, तो आपको भी अपनी तैयारी का तरीका बदलना पड़ेगा।


Classes – लोगों को यह लगने लगा था कि यूपीएससी की तैयारी सिर्फ Self-Study के दम पर की जा सकती है लेकिन वे यह भूल गए कि Self-Study तभी काम कर सकती है जब आप के Concepts क्लियर हो रखे हों। उदाहरण के लिए मान लीजिये आप भूगोल अध रहे हैं और आपका टॉपिक एल नीनो है। अब आप उसके बारे में खुद से पढ़ तो लेंगे लेकिन क्या आपको लगता है कि बिना Classes के आप उसकी हर बारीकी क समझ सकते हैं, या फिर आप यह तय कर सकते हैं कि उसमे कौन से पॉइंट्स इंपोर्टेंट हाँ जीहने याद रखना जरूरी है और कौन से पॉइंट्स ऐसे हैं जिन्हें इगनोर किया जा सकता है? नहीं ना, इसलिए आपको किसी Classes में जाना जरूरी होता है। अब Classes का मतलब सिर्फ किसी कोचिंग से नहीं होता बल्कि आप Online भी Classes ले सकते हैं। Classes का मकसद आपको Concepts समझाना और उसकी बारीकियों पर ध्यान दिलाना होता है।


Self Study – Classes के बाद बारी आती है Self - Study की। जैसे कि हमने आपको पहले भी बताया कि Self Study तभी काम आएगी जब आपने पहले Classes की हों और Classes आपके दिमाग में तभी Retain हो सकती हैं जब आप उसे घर पर खुद से पढ़ें। इसके लिए आपको जो भी टॉपिक क्लास में पढ़ाया गया हो उसे घर पर आकार खुद से खुद के शब्दों में लिखने का अभ्यास करें। लिखने से होता ये है कि आपका दिमाग इधर उधर भटकता नहीं और आप उसे जहां फोकस रखना चाहते हैं वह वहीं फोकस रहता है। वरना किताब से सिर्फ पढ़ने पर तो आप किताब में देखते रहेंगे लेकिन आपका दिमाग कहीं और ही खोया हुआ रहेगा। इसके अलावा सेल्फ Study का एक और पहलू यह भी है कि क्लास में जो आपको पढ़ाया गया है आप उसे किसी और सोर्स से भी पढ़ें और हाँ एनसीईआरटी पढ़ना तो Mandatory है ही।


Revision – तैयारी को पूरी तरह से पुख्ता करने के लिए पढे हुए Concepts को दोहराना बेहद जरूरी है। और यह काम आपको हर दिन करना है वरना एक तरफ से आप दिमाग में Information भरते रहेंगे और दूसरी तरफ से उसे खोटे भी रहेंगे और जब परीक्षा की घड़ी आएगी तब आपको पता चलेगा कि यार ये पढ़ा तो था मगर सही जवाब क्या होगा याद ही नहीं आ रहा।


Concepts – यूपीएससी ज्ञान से ज्यादा कान्सैप्ट की परीक्षा होती है और यदि आप Concepts क्लियर नहीं करते हैं तो आप शायद प्री से आगे ही न बढ़ पाएँ क्योंकि प्री के 80 प्रतिशत सवाल आपके Concepts को टेस्ट करने के लिए ही बनाए जाते हैं।


Mock tests – आपने जो पढ़ा है वह आपके दिमाग में कितना रिटेन हुआ है और आपके Concpets कसी हद तक क्लियर हो चुके हैं इसे जाँचने का सबसे अच्छा तरीका है – Mock – Tests नियमित Test देने से आपको ना सिर्फ परीक्षा की फील मिलती अहती अहै बल्कि अपनी तैयारी का अंदाज़ा भी लगता है।


CSAT – 2023 के Csat पेपर के बाद यह बात तो स्पष्ट है कि अब आप इसे बहुत हल्के में नहीं ले सकते हैं और आपको इसकी भी तैयारी अच्छे ढंग से करनी पड़ेगी। इसके लिए आपको Maths और Aptitude के लिए थोड़ा और समय देना पड़ेगा। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि आपको हर दिन Csat की तैयारी करनी चाहिए। हाँ ल्कें यह भी है कि यदि आप इसकी तैयारी 3 महीने पहले शुरू करते थे तो अब आपको इसकी तैयारी छह महीने पहले कर देनी चाहिए।


दोस्तों, यूपीएससी समय समय पर Candidates को Monotony से निकालने के लिए ऐसे बदलाव करती रहती है इसलिए ज्यादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है। यदि अप यूपीएससी के बदलाव के अनुसार अपनी तैयारी में भी बदलाव कर लेंगे तो आप निश्चित रूप से सफल हो सकते हैं।