UPSC में SELECTION से ज्यादा क्या जरूरी है ?


क्या आप जानते हैं कि यूपीएससी में Select होने के लिए पढ़ाई कितनी जरूरी है? जवाब आपको थोड़ा अटपटा लगेगा लेकिन फिर भी ध्यान से सुनिएगा। यूपीएससी Qualify करने के लिए पढ़ाई की भूमिका 25 प्रतिशत होती है। और यह हम नहीं बल्कि दृष्टि आईएएस के संचालक डॉ विकास दिव्यकीर्ति जी ने कहा है। एक निजी चैनल को दिये गए इंटरव्यू में डॉ दिव्यकीर्ति ने यह कहा कि Prelims के बाद यूपीएससी में पढ़ाई सिर्फ 25 प्रतिशत ही होता है बाकी में 15 प्रतिशत भूमिका किस्मत या संयोग की और शेष 60 प्रतिशत इस बात की कि आपकी स्ट्रेटजी क्या है? जी हाँ दोस्तों, यूपीएससी में पढ़ाई के साथ साथ आपकी रणनीति भी बहुत मायने रखती है और आज के वीडियो में हम इसी बात पर चर्चा करेंगे।


यूपीएससी का सिलैबस बहुत विशाल है यह तो आप जानते ही हैं। लेकिन क्या इन तने बड़े सिलैबस को पूरा का पूरा मन में याद रख पाना और फिर परीक्षा में उन चुनिन्दा सवालों के जवाब दे पाना संभव है? तो इसका जवाब है नहीं। इसलिए तो कहा जाता है कि यूपीएससी Qualify करने के लिए सिर्फ पढ़ाई से ज्यादा सही तरीके और सही दिशा में पढ़ाई करना जरूरी है। और इसी तरीके को रणनीति कहते हैं।


यह संभव ही नहीं है कि परीक्षा में हर कोई हर तरह के Information को अपने मस्तिष्क में कलेक्ट कर ले और फिर परीक्षा में उसके एकदम सटीक जवाब भी लिख दे। और यदि आप ऐसा करना छह रहे हैं तो इसके लिए आपको सबकुछ रटना पड़ेगा और यदि परीक्षा में आपकी अपेक्षा से इतर कुछ पूछ लिया गया तो आपकी दावेदारी वहीं खत्म हो जाएगी। तो मतलब रट कर आप इस परीक्षा को निकाल नहीं सकते और सब कुछ आप याद नहीं रख सकते। तो अब सवाल उठता है कि फिर क्या किया जा सकता है? इसका जवाब है – Improvisation यानि लीक से हट कर हर समय नए नए तरीके ढूँढना। और यह Improvisation आपको हर फील्ड में करना पड़ेगा जिसकी शुरुआत आपको अपने आप से करनी पड़ेगी।


Improvise yourself – दोस्तों, यूपीएससी में पढ़ाई के साथ साथ आपको अपनी Lifestyle भी बदलनी पड़ेगी और आपको Disciplined बनना पड़ेगा। यदि आपके जीवन में अनुशासन नहीं है तो आप चाहे कितनी भी मेहनत कर लें आपको वो सफलता नहीं मिलेगी जो आप Deserve करते हैं। लेकिन अगर आप अपना जीवन अनुशासन में रह कर बिताते हैं तो आप देखेंगे कि आप कई ऐसे कामों के लिए भी समय निकाल पा रहे हैं जो आप पहले नहीं कर पाते थे। जैसे कोई Hobby Develop करना या किसी Group Discussion का हिस्सा बनना। सुनने में भले थोड़ा अजीब लगे लेकिन यूपीएससी में इन बातों का भी महत्व होता है कि आपकी हॉबी क्या है, या आपकी Public Speaking Skills कैसी हैं।


गागर में सागर – यदि आप वाकई यूपीएससी करना चाहते हैं तो आपको गागर में सागर भरने की कला विकसित करनी पड़ेगी। इसका मतलब यह है कि आपको थोड़े से Resources से ज्यादा से ज्यादा Information Collect करना सीखना पड़ेगा क्योंकि परीक्षा में आप यह बहाना नहीं बना सकते कि किताब में यह चीज तो थी ही नहीं। आपको कोशिश करनी चाहिए कि आप किसी भी टॉपिक और खास कर Current Affairs से संबन्धित topic के विषय में जितना हो सके उतना इन्फॉर्मेशन Collect कर लें। इसके लिए आप इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते हैं।


अपने अध्यापक खुद बनें - यूपीएससी की तैयारी करना बहुत लंबा और थका देने वाला काम है. इसका पाठ्यक्रम मानो लगातार बढ़ता ही जाता है। ऐसे में किसी एक टीचर/गाइड/मेंटर या किसी एक कोचिंग क्लास मैटेरियल पर निर्भर रहने से बात नहीं बनने वाली। आपको अपना टीचर स्वयं बनना होगा। अतः खुद ही प्रश्न तैयार करें और रेफरेंस तथा स्टडी मैटेरियल के इस्तेमाल से उनके उत्तर तलाशें। टीचर और स्टूडेंट दोनों की भूमिका खुद निभाने से आपके भीतर आत्मविश्वास का संचार होगा, जो परीक्षा में और उसके बाद भी काम आएगा।


प्रतिबद्धता और समर्पण - यूपीएससी में सफलता का सफर बहुत लंबा और मुश्किल है। आपकी प्रतिबद्धता ही इस सफर को पूरा करने में आपके काम आएगी। आपके सामने ऐसी कई चुनौतियां और समस्याएं आएंगी; जिनसे आपके कदम डगमगा सकते हैं। लेकिन तमाम चुनौतियों के बावजूद यह भी सच है कि प्रत्येक वर्ष कुछ उम्मीदवार अपनी इच्छाशक्ति के बल पर इस परीक्षा को क्रैक कर ही लेते हैं। इसके लिए जरूरी है कि आपको खुद पर विश्वास हो और अपने लक्ष्य के प्रति आप में समर्पण हो।