UPSC में Top-20 Selected Aspirants का Analysis ?


23 मई 2023 को यूपीएससी 2022 के फ़ाइनल रिजल्ट्स घोषित हो गए हैं। इस बार 900 से भी ज्यादा लोगों का फ़ाइनल selection हुआ है और लगभग 180 लोगों की रिज़र्व्ड लिस्ट जारी की गयी है। इस बार के परिणाम में बहुत कुछ खास है जो शायद पहली बार हुआ है या बहुत सालों के बाद हुआ है। आज के वीडियो में हम यूपीएससी 2022 के परिणामों का विश्लेषण करेंगे।


यूपीएससी में देश की बेटियाँ तो कमाल करती ही रहती हैं, लेकिन इस बार जो कमाल लड़कियों ने किया है उसे जान कर पूरे देश को गर्व हो रहा है। दरअसल हुआ ये है की इस बार टॉप 4 में लड़कियों ने ही बाजी मारी है, और टॉप 10 और टॉप 20 में 60 प्रतिशत भागीदारी लड़कियों की ही है। पिछले 13 सालों में आठवीं बार ऐसा हुआ है जब किसी लड़की ने topper में अपना नाम दर्ज कराया है। एक और खास बात यह है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी ने टॉपर्स के मामले में आईआईटी समेत बड़े संस्थानों को पीछे छोड़ दिया है। डीयू के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स की इशिता किशोर ने सिविल सेवा परीक्षा 2022 में शीर्ष स्थान हासिल किया है। डीयू के ही किरोड़ीमल कॉलेज की गरिमा लोहिया को दूसरा स्थान मिला है। जबकि आईआईटी हैदराबाद से इंजीनियरिंग करने वाली उमा हरीती एन को तीसरा स्थान मिला है। वहीं डीयू के ही मिरांडा हाउस की स्मृति मिश्रा को चौथा स्थान मिला है। यदि टोटल रिज़ल्ट की बात करें सिविल सेवा परीक्षा 2022 में 933 अभ्यर्थियों ने सफलता हासिल की है। सिविल सेवा परीक्षा में सफल होने वालों में 613 पुरूष और 320 महिलाएं हैं। हालांकि कुल परिणामों में पुरुषों की संख्या महिलाओं से ज्यादा है लेकिन फिर भी इस बार के परिणाम महिलाओं के दृष्टिकोण से एक बेहतर भविष्य की ओर इशारा कर रहे हैं।


अब जरा इस साल के परिणामों के कुछ अन्य पहलुओं की –


टॉप-20 में 17 सिर्फ ग्रेजुएट -  टॉप - 20 में 17 सिर्फ ग्रेजुएट हैं। तीन के पास मास्टर डिग्री है। 9 ऐसे हैं जिनके पास B Tech या BE की डिग्री है। दो B Sc और एक MBBS है। आर्ट्स स्ट्रीम के सभी पांचों ग्रेजुएट DU के हैं। दो कॉमर्स और एक लॉ ग्रेजुएट है।


जबकि 20 टॉपर्स में से सात ने अपने तीसरे प्रयास में सीएसई 2022 को पास किया, पांच चौथे प्रयास में, चार पहले प्रयास में और एक पांचवें प्रयास में पास हुए। शीर्ष 20 स्कोररों में से आधे 25 से 27 वर्ष के आयु वर्ग में हैं, जबकि पांच प्रत्येक की आयु 21-24 वर्ष और 28-29 वर्ष है।


टॉप-20 में 5 के पास एंथ्रोपोलॉजी विषय - टॉप-20 में वैकल्पिक विषय के रूप में सबसे ज्यादा 5 उम्मीदवारों के पास एंथ्रोपोलॉजी है। रैंक -1 समेत 3 उम्मीदवारों का विषय पॉलिटिकल साइंस व अंतरराष्ट्रीय संबंध था। दो-दो उम्मीदवार (10-10%) जूलॉजी, सोशियोलॉजी, इकोनॉमिक्स, कॉमर्स, मैथ्स, हिस्ट्री, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, फिलॉसफी व लॉ विषय से हैं।


35% ने तीसरे और 25% ने चौथे प्रयास में पाई सफलता - टॉप-20 में चार उम्मीदवार अपने पहले प्रयास में सफल रहे। 35% ने तीसरे व 25% ने चौथे प्रयास में कामयाबी हासिल की। 20वें पायदान पर आईं इंदौर की अनुष्का शर्मा एक मात्र ऐसी उम्मीदवार हैं जिन्होंने विदेश (न्यूयॉर्क) से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएशन किया है।


हिन्दी माध्यम के विद्यार्थियों के लिए भी खुशखबरी - इस बार UPSC की सिविल सेवा परीक्षा के नतीजे काफी खास हैं। इसकी वजह यह है कि 2022 बैच में हिंदी माध्यम से 54 उम्मीदवार सफल हुए हैं। यह UPSC के इतिहास में हिंदी का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। पिछले साल आए 2021 बैच के रिजल्ट में ऐसे 24 उम्मीदवार सफल हुए थे। यानी हिंदी का ग्राफ लगातार सुधर रहा है। इस बार टॉप-100 में 66वीं, 85वीं व 89वीं रैंक पर तीन उम्मीदवारों ने सफलता हासिल की है।


हिन्दी माध्यम की टॉपर 66वीं रैंक हासिल करने वाली कृतिका मिश्रा कानपुर की रहने वाली हैं। दिव्या तंवर ने इस बार 105वीं रैंक हासिल की है। 2021 बैच में भी दिव्या ने 438वीं रैंक हासिल की थी और सबसे कम उम्र (महज 22 साल) की IPS चुनी गई थीं। अब वह IAS हो गई हैं।


इन नतीजों में सबसे खास बात यह है कि 54 उम्मीदवारों में से 29 ने वैकल्पिक विषय के रूप में हिंदी साहित्य लेकर यह कामयाबी हासिल की है। पांच-पांच उम्मीदवार ऐसे भी सफल हुए जिन्होंने इतिहास, भूगोल व राजनीति विज्ञान विषय लिया था। दो छात्रों ने गणित विषय लेकर हिंदी माध्यम से सफलता हासिल की, जिनमें से एक ने 120वीं रैंक हासिल की है।