सिविल सर्विसेस प्री की परीक्षा हो गयी। अब बारी है मुख्य परीक्षा यानि कि मेंस की। इन दोनों ही परीक्षाओं का पैटर्न बिलकुल अलग है इसलिए स्टूडेंट्स अक्सर मेंस का नाम सुनते ही परेशान हो जाते हैं। लेकिन हमारे viewers को परेशान होने की जरूरत नहीं क्योंकि आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि प्री के बाद मेंस की बढ़िया तैयारी कैसे करें। तो आइए अब बिना और देर किए शुरू करते हैं |
मेंस की तैयारी शुरू करने से पहले सबसे पहले तो आपको यह समझना होगा कि मेंस की परीक्षा का पैटर्न और सिलैबस क्या है। इसमे कुल नौ पेपर होते हैं - जनरल स्टडी के चार पेपर, 2 ऑप्शनल पेपर, 1 निबंध का पेपर, 2 paper क्वालिफाइंग लैंग्वेज का। अब यहाँ गौर करने वाली बात यह है कि हर पेपर अलग है और आपको हर पेपर के लिए एक distinctive अप्रोच अपनानी होगी।
निबंध – बाकी papers के मुक़ाबले निबंध की तैयारी करना आसान माना जाता है। इसके लिए आपको सिर्फ इस बात की प्रैक्टिस करनी होगी कि आप अपने विचारों को स्पष्ट और सुव्यवस्थित तरीके से लिख सकें। और examination hall में निबंध का टॉपिक आपको अंजाना ना लगे इसके लिए आप current events पर अपनी नज़र बनाए रखिए। आम तौर पर देखा गया है कि essay के topics में current events को ज्यादा तरजीह दी जाती है। तो यदि आप नियमित रूप से editorials और articles पढ़ते रहेंगे तो इस पेपर में आपको मुश्किल नहीं होगी।
लैंग्वेज – लैंगवेज़ का पेपर आम तौर पर सिर्फ आपकी बुनियादी ज्ञान को जाँचने के लिए होता है। इसको लेकर बहुत जादा चिंतित होने की जरूरत नहीं है। यदि आप नियमित रूप से अँग्रेजी के अखबार पढ़ते रहेंगे तो आपकी पकड़ इस पेपर पर अपने आप ही मजबूत हो जाएगी। लेकिन यदि आपको लगता है कि आपकी अँग्रेजी कमजोर है तो भी घबड़ाने की कोई बात नहीं है। आप चाहें तो बेसिक grammar की बुक्स भी पढ़ सकते हैं ताकि इस पेपर के फूंडमेंटल्स आपके मन में क्लियर हो जाएँ।
जनरल स्टडीज (मुख्य परीक्षा) पेपर - 1
कला और संस्कृति - इस भाग के लिए सीसीईआरटी और एनसीईआरटी पुस्तकों से पढ़ना पर्याप्त होगा। आप कला और संस्कृति से जुड़े लेखों तथा घटनाओं के माध्यम से भी कई महत्वपूर्ण विषय वस्तुओं को समझ सकते हैं।
इतिहास - आधुनिक इतिहास के लिए एनसीईआरटी और स्पेक्ट्रम से पढ़ना पर्याप्त रहेगा। इसके साथ ही, आपको अपने उत्तर लेखन की गति बढ़ाने के लिए उन्हें उत्तर लेखन का भी अभ्यास करना चाहिए।
भारतीय समाज - इस भाग पर अच्छी पकड़ बनाने के लिए आपको वर्तमान मामलों के साथ अच्छी तरह से अपडेट रहना चाहिए। इस विषय से संबंधित पत्रिका और लेखों को पढ़ना आपको बेहतर उत्तर लिखने में मदद करेगा।
भूगोल - भूगोल विषय के लिए एनसीईआरटी (11वीं कक्षा और 12वीं कक्षा) के अलावा खुल्लर जैसी अन्य मानक पुस्तकों से पढ़ाई करना पर्याप्त है। हाँ कोशिश यह जरूर कीजिये कि आप maps और diagrams के माध्यम से concepts को समझें और परीक्षा में भी उनका उपयोग करें।
जनरल स्टडीज (मुख्य परीक्षा) पेपर - 2
शासन, संविधान, राजनीति और सामाजिक न्याय – इसके लिए लक्ष्मीकांत, पीआईबी लेखों और अखबार में दी गयी संबंधित जानकारी इस भाग की तैयारी के लिए पर्याप्त हैं। आपको सामान्य जानकारी और वर्तमान मामलों की अच्छी समझ होनी चाहिए।
अंतर्राष्ट्रीय संबंध - इस भाग की तैयारी के लिए समाचारपत्र सबसे अच्छा विकल्प है। इसके अलावा आप ignou के नोट्स से भी तैयारी कर सकते हैं।
जनरल स्टडीज (मुख्य परीक्षा) पेपर - 3
विज्ञान और प्रौद्योगिकी (Science & Technology) के क्षेत्र में हो रहे रिसेंट developments पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए। अख़बारों साथ - साथ साइंस रिपोर्टर जैसी कुछ पत्रिकाओं का उपयोग आपको इस क्षेत्र से परिचित होने में मदद करेंगा।
आर्थिक विकास (Economic Development) - इसमें भी वर्तमान मामलों के साथ-साथ उम्मीदवारों को अर्थशास्त्र की बुनियादी अवधारणाओं का पूरा ज्ञान होना चाहिए। आर्थिक सर्वेक्षण, ईपीडब्लू (EPW), इकोनामि टाइम्स के संपादकीय तथा एनसीईआरटी पुस्तकें इसके अध्ययन में मदद करेंगे।
पर्यावरण और जैव विविधता (Bio-diversity, Environment) - यह भाग भूगोल के कुछ हिस्सों के साथ ओवरलैप करता है या मिलता जुलता है। इंडिया ईयरबुक, एमओईएफ की आधिकारिक वेबसाइट और जैव विविधता से जुड़ी पुस्तकें, अख़बार, योजना और कुरुक्षेत्र, एनआईओएस (NIOS), इग्नू सामग्री (IGNOU Material) इत्यदि से तैयारी में मदद मिलेगी।
सुरक्षा और आपदा प्रबंधन (Security and Disaster Management) - आपदा प्रबंधन पर समाचार पत्र और संबंधित लेख इस भाग की तैयारी में आपकी सहायता करेंगे। एआरसी रिपोर्ट (ARC Report), आईडीएसए (IDSA), उपयोगी रहेगा।
जनरल स्टडीज (मुख्य परीक्षा) पेपर - 4
नैतिकता, ईमानदारी और योग्यता (Ethics, Integrity, and Aptitude) - इस प्रश्नपत्र के उत्तरों के लिये अभ्यर्थी में आचार-विचार की बुनियादी समझ और सूझबूझ की योग्यता होना चाहिए। इस पेपर से निपटने के लिए अभ्यर्थियों को पिछले साल यूपीएससी प्रश्नपत्रों को हल करने की सलाह दी जाती है। ध्यान रहे, कि उत्तर लेखन का अभ्यास और सही टेस्ट सीरीज से अभ्यास सिविल सर्विस मेन्स परीक्षा में सफलता देने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।
इसके बाद बारी आती है ऑप्शनल paper की। इसके लिए बेहतर होगा कि आप अपने गाइड या मैंटर से सलाह करें ताकि वह आपको आपकी क्षमता और जरूरत के अनुसार इस पेपर को क्लियर करने में मदद कर सके। बाकी यदि आपका ऑप्शनल पेपर जीएस के चार papers में से ही एक है तो इसके लिए आप एनसीईआरटी के अलावा ignou के स्टडी मटिरियल और graduation की मानक पुस्तकों से भी पढ़ाई कर सकते हैं।