IAS बनने के लिए 12th में कितने नम्बर चाहिए ? 


यूपीएससी के मिनिमम एडुकेशन qualification को लेकर कई बार छात्रों में कन्फ़्युशन पाय जाता है। जैसे एक आम धारणा यह है कि यदि किसी के मार्क्स 12th में अच्छे नहीं हैं तो वह आईएएस नहीं बन सकता। इसीलिए आज के विडियो में हम यूपीएससी के लिए required मिनिमम qualification के बारे में बात करेंगे।


यूपीएससी UPSC के नोटिफिकेशन के तहत आईएएस (IAS) बनने के लिए आपकी न्यूनतम योग्यता स्नातक होनी चाहिए। यूपीएससी ने उसमे किसी प्रकार के पर्सेंटेज की बात नहीं की है बल्कि उम्मीदवार को ग्रेजुएशन में सिर्फ पास होना चाहिए। उसके लिए कोई भी परसेंटेज मान्य नहीं है बस उसको ग्रेजुएशन में पास होना चाहिए।


इसी प्रकार आपको 12वीं में उतने परसेंटेज चाहिए जितने में आप ग्रेजुएशन के लिए एडमिशन ले सकते हैं। अगर आप को ओपन यूनिवर्सिटी Open University से एडमिशन लेना है तो आपको सिर्फ पासिंग मार्क्स चाहिए और आपको किसी बड़े कॉलेज में एडमिशन लेना है तो उसकी कटऑफ के हिसाब से आपको मार्क्स चाहिए पर यूपीएससी आपके मार्क्स नहीं देखता। यूपीएससी को ग्रेजुएशन चाहिए जो यूपीएससी UPSC के फॉर्म को भरने के लिए महत्वपूर्ण है।


जैसे ही आपको पहले बता दिया गया है यूपीएससी UPSC को ना तो कोई परसेंटेज Percentage से मतलब है ना ही आप की डिग्री से। यूपीएससी को सिर्फ ग्रेजुएशन चाहिए वह चाहे आप किसी भी सब्जेक्ट में करें चाहे आप आर्ट साइड से हो चाहे कॉमर्स चाहे साइंस।


अब जब यह क्लियर हो गया है कि 12th में मार्क्स की कोई बंदिश नहीं है तो जरा बात तैयारी की भी कर लें। दरअसल 12th यूपीएससी की तैयारी करने के लिए आइडियल समय माना गया है। 12th के बाद रेगुलर पढ़ाई करने की आदत बनाइये। नियमित पढ़ने से आप रोजाना कुछ न कुछ नया सीखेंगे जो आपको आईएस की  परीक्षा में महत्वपूर्ण योगदान देगा। आईएएस परीक्षा के लिए करंट अफेयर्स एक महत्वपूर्ण विषय है  जिससे अधिक प्रश्न पूछे जाते हैं। रोजाना नियमित रूप से  न्यूज़पेपर पढ़े ,देश विदेश में हो रही घटनाओं पर विशेष नजर बनाए। साथ हीं कंपटीशन एग्जाम से संबंधित पत्रिकाओं को पढ़ें। करंट  अफेयर्स में  देश-विदेश में  होने वाली घटनाओं , खेल, पुरस्कार, किताब  एवं अर्थव्यवस्था से  संबंधित प्रश्न पूछे जाते हैं  इसलिए आप ऐसी न्यूज़ पर विशेष ध्यान दें।


आप चाहें तो इन घटनाओं की एक डायरी भी बना सकते हैं जिनमे आप Date के अनुसार उन्हें रेकॉर्ड कर सकते हैं।


एक एस्पिरेंट को जो पहला निर्णय लेना होता है, वह यह तय करना होता है कि उसे किस स्ट्रीम में स्नातक करना है। चूँकि Humanity विषय आईएएस पाठ्यक्रम का मूल है, जो मानविकी यानि Humanity विषयों के साथ स्नातक करते हैं, उन्हें निश्चित रूप से मामूली लाभ होगा, विशेष रूप से Optional Subject में। लेकिन यदि आप Maths, या Engineering जैसे Subjects को Optional रखते हैं तो आप ज्यादा Score कर सकते हैं। एक एस्पिरेंट जिसने स्नातक की पढ़ाई शुरू की है, उसके पास तैयारी के लिए 3+ वर्ष का समय होगा। स्नातक के पहले दो वर्षों में जीएस विषयों के लिए और अंतिम, तीसरे वर्ष में वैकल्पिक विषय के लिए तैयारी करने के लिए एक अंडर-ग्रेजुएट छात्र की योजना होनी चाहिए।