वो UPSC की FREE COACHING जिससे इस साल सबसे ज्यादा बने IAS-IPS


दोस्तों, आपने अक्सर लोगों से यह सुना होगा की यूपीएससी की कोचिंग में बहुत पैसे खर्च होते हैं। अगर कोचिंग की बात करें तो इनकी फीस 30 हज़ार से लेकर डेढ़ से 2 लाख तक होती है और इतने पैसे खर्च करने की हिम्मत सबके पास तो होती नहीं। वहीं दूसरी तरफ हमारे देश की कई सरकारें यह चाहती हैं कि पैसों की कमी के कारण हाशिये पर खड़े लोगों को भी यूपीएससी की सिरियस तैयारी करने का मौका मिलना चाहिए। तो इसलिए उन्होने अपने अपने राज्यों में यूपीएससी की तैयारी के लिए मुफ्त कोचिंग की व्यवस्था शुरू की है। आज के वीडियो में हम ऐसी ही कुछ coachings के बारे में जानेंगे।


जामिया मिलिया इस्लामिया आवासीय कोचिंग एकेडमी, नई दिल्ली – यूपीएससी की मुफ्त तैयारी करवाने वाले कोचिंग में सबसे पहला दिल्ली के जामिया मिलिया इसलामिया विश्वविद्यालय द्वारा संचालित जामिया मिलिया इस्लामिया आवासीय कोचिंग एकेडमी का आता है। यह कोचिंग अल्पसंख्यक वर्गों के छात्रों को यूपीएससी की तैयारी करवाता है और हर साल अच्छी ख़ासी संख्या में यहाँ के छात्र यूपीएससी में सफलता भी पाते हैं। यदि रिज़ल्ट की बात करें तो 2021 की topper श्रुति शर्मा ने यहीं से पढ़ाई की थी। इस साल भी यहाँ के 23 स्टूडेंट्स का final selection हुआ है। इस कोचिंग के लिए कुल 100 सीटें होती हैं. यहां पढ़ने जामिया मिलिया इस्लामिया RCA में दाखिले को लेकर नोटिफिकेशन जारी किया जाता है. RCA में दाखिला लेने के लिए छात्रों को आवेदन करना होता है. इसके लिए हर साल आवेदन मांगे जाते हैं. अप्लाई करने के लिए एलिजबल कैंडिडेट का ग्रैजुएट होना जरूरी है. आवेदन के बाद एंट्रेंस एग्जाम देना होता है. एंट्रेंस एग्जाम का पैटर्न सिविल सर्विसेज एग्जाम की तरह ही होता है. मल्टिपल च्वॉइस क्वेश्चन होते हैं. टेस्ट कुल 3 घंटों का होता है. इसमें निबंध का भी एक पेपर देना होता है. पेपर में निगेटिव मार्किंग भी होती है, जो कि एक तिहाई होती है. मतलब अगर तीन सवाल गलत किए तो एक नंबर कटेगा. रिटन क्वालिफाई करने के बाद इंटरव्यू देना होता है. इंटरव्यू 30 मार्क्स का होता है. वो क्वालिफाई करने के बाद यहां से तैयारी की जा सकती है. कोचिंग की कोई फीस नहीं ली जाती है. हॉस्टल उपलब्ध होता है और खाने के लिए मेस की सुविधा होती है, जिसके लिए फीस देनी होती है. के लिए एससी/एससी (SC/ST) कैटेगरी, महिला और अल्पसंख्यक कैटेगरी के कैंडिडेट अप्लाई कर सकते हैं।


अभ्युदय कोचिंग – यह एक सरकरी कोचिंग है जो उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा शुरू की गयी है। उत्तर प्रदेश सरकार ने ग़रीब बच्चों को मुफ़्त में पढ़ाने के लिए अभ्युदय योजना शुरू की थी और इस साल का नतीजा ये रहा है प्रदेश के बेहद कमज़ोर तबके से आने वाले 13 छात्रों ने इस बार सिविल सेवा की परीक्षा पास कर ली। यह कोचिंग उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ की महत्वाकांक्षी अभ्युदय योजना के अंतर्गत शुरू की गयी है। इस साल यहाँ से 13 स्टूडेंट्स ने सफलता पायी है और सबसे आश्चर्य जनक बात यह है कि इसकी शुरुआत इसी साल हुई है। केंद्र सरकार मुफ्त कोचिंग - केंद्र सरकार दलित और ओबीसी कम्युनिटी के बच्चों को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाने के लिए मुफ्त कोचिंग दे रही है. इनमें अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं समेत यूपीएससी की तैयारी भी हो रही है. यहां हम सिर्फ उन जगहों के बारे में बता रहे हैं, जहां से यूपीएससी की तैयारी कराई जाती है. यह सुविधा उन स्टूडेंट्स को मिलेगी जिनके अभिभावकों की सालाना आय 6 लाख रुपये या उससे कम है. इसके तहत लाभ दो बार से अधिक नहीं लिया जा सकता. कुछ परीक्षा दो चरणों (प्री और मेन्स) में होती है. ऐसे में दोनों चरणों में दो बार मुफ्त कोचिंग मिलेगी. चयनित स्टूडेंट्स को सभी कोचिंग क्लासों में आना होगा. अगर कोई बिना किसी उचित वजह के 15 दिनों से अधिक समय तक गैर हाजिर रहता है तो फ्री कोचिंग की सुविधा बंद हो जाएगी. कोचिंग में आने के लिए स्थानीय छात्रों को हर महीने 2500 रुपये जबकि बाहर से आने वालों को 5000 मिलेंगे.