UPSC की तैयारी में हमेशा MOTIVATED कैसे रहें ?


जब आप देश की सबसे मुश्किल परीक्षा की तैयारी कर रहे होते हों तो सिर्फ पढ़ाई ही जरूरी नहीं होती। निस्संदेह पढ़ाई के बिना तो यूपीएससी पास करने की कल्पना भी नहीं की जा सकती लेकिन इस परीक्षा का format कुछ ऐसा है कि साल दो साल तक पढ़ाई करने के लिए भी खुद को बार बार तैयार करना पड़ता है। अक्सर आइए मौके आते हैं जब लगता है कि सब छोड़ छाड़ कर वापस चला जाए तो कई बार यह भी लगता है कि बेकार में अपना समय व्यर्थ करने से अच्छा है कि किसी और फील्ड में try किया जाए। आप यूपीएससी की तैयारी कर रहे हाँ तो ऐसे phases से जरूर वाकिफ होंगे लेकिन लाख टके का सवाल तो ये हैं कि इस phase से बाहर कैसे निकला जाए? आइए जानते हैं |


सिविल सर्विसेस परीक्षा की तैयारी करने वाला हर aspirant यह तो मान कर चलता है कि उसे कम से कम एक साल तो इस परीक्षा के लिए देने ही पड़ेंगे। लेकिन यह परीक्षा हर दिन आपका धैर्य और आत्मविश्वास चेक करती है। और हर दूसरे दिन किसी न किसी कारण से आपका आत्मविश्वास डगमगाता रहेगा। लेकिन ऐसे समय में आप इन टिप्स को फॉलो कर अपनी energy, अपना आत्मविश्वास और अपना धैर्य बरकरार रख सकते हैं -


Be your own motivation – जी हाँ, सही सुना आपने, अपना motivation कहीं बाहर ढूँढने से अच्छा है कि आप उसे अपने अंदर ही ढूँढे और यदि ऐसा करने में आपको मुश्किल हो रही हो तो खुद को बार बार यह समझाते रहें कि आपका लक्ष्य कितना बड़ा है और इसे पाने के लिए कितनी sacrifices करनी पड़ती हैं। यकीन मानिए जब तक आप खुद को motivate करना नहीं सीखेंगे तब तक आप इस लड़ाई में खुद को खड़ा करने के लिए संघर्ष ही करते रहेंगे। इसलिए अपना motivation कहीं बाहर ढूँढने से बेहतर है कि आप खुद ही अपना मोटिवेशन बनें।


अपने उद्देश्य को निर्धारित करें - IAS उम्मीदवारों के लिए सुझाव है कि वह खुद से सवाल करें, जैसे - "वह IAS अधिकारी क्यों बनना चाहते हैं?" अच्छे वेतन और सामाजिक प्रतिष्ठा के अलावा, भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) समाज के उपेक्षित वर्गों की सेवा के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान करता है जो कि कई IAS उम्मीदवारों के लिए IAS अधिनियम द्वारा दी गई अवसर IAS उम्मीदवारों को प्ररित करने रहने के लिए मदद कर सकता है। इस बड़े लक्ष्य के साथ छोटे छोटे लक्ष्य भी तैयार करें। यहाँ ध्यान रखने वाली बात ये है कि लक्ष्य realistic होने चाहिए ना ज्यादा छोटे और ना ज्यादा बड़े।


Reward yourself – जब भी आप लक्ष्य पूरा कर लें तो खुद को पुरस्कृत भी करें। इससे आपको और भी अधिक मेहनत करने की प्रेरणा मिलेगी और हर लक्ष्य को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए आपको motivation भी मिलता रहेगा। खुद को reward देने के कई तरीके हो सकते हैं जैसे कि कुछ अच्छा खाना, या कोई मूवी, या फिर कहीं एक शॉर्ट ट्रिप। हाँ इस बात का ध्यान जरूर रखें कि रिवार्ड के लिए लगने वाला समय बहुत लंबा ना हो ताकि आपका दिमाग तैयारी के मोड में ही रहे।


Stay in present - IAS उम्मीदवारों को अतीत के विफलताओं को पीछे छोड़कर वर्तमान पर अधिक बल देना चाहिए। अतीत की विफलताओं के बारे में सोचकर स्वयं को निराश करने के बजाय भविष्य में सुधार करने का प्रयत्न करना चाहिए। यदि IAS उम्मीदवार ऐसा प्रयास निरंतर रुप से करते हैं तो निश्चित हीं उनके लिए प्रेरणा का श्रोत बन जाएगा और IAS की तैयारी का परिणाम उनके लिए सुखद रहेगा।


Discipline is important - IAS उम्मीदवारों को नियमित अंतराल पर खुद का मूल्यांकन करना चाहिए। दैनिक, साप्ताहिक या फिर मासिक आधार पर अभ्यास और मोक-टेस्ट के माध्यम से खुद को परीक्षण करने के लिए पर्याप्त समय आवंटित करें। यह IAS की तैयारी के लिए एक स्वमूल्यांकन-यंत्र के रूप में कार्य करेगा और IAS उम्मीदवारों को उनकी गलतियों को सुधारने में मदद करेगा। ऐसी प्रक्रिया के पश्चात IAS की तैयारी में सुधार को देखकर IAS उम्मीदवारों के लिए प्रेरक के रूप में कार्य करेगा।


आपको यह हमेशा याद रखना चाहिए कि IAS जैसी कठिन परीक्षा को पास करने के एकमात्र ज्ञान का होना काफी नहीं है बल्कि ज्ञान के साथ-साथ भर्ती प्रक्रिया को दो वर्षों की अवधि में धीरज और अनुशासन का होना बहुत हीं आवश्यक है। धीरज और अनुशासन को संतुलित करने के लिए प्रेरणा का होना आवश्यक आवश्यक है।