एनसीईआरटी को यूपीएससी की कुंजी कहा जाता है। आप किसी भी एक्सपर्ट से बात करें तो वह आपको सबसे पहले एनसीईआरटी ही पढ़ने की सलाह देगा। और यह सलाह कोई हवा हवाई नहीं बल्कि तथ्यों पर आधारित है। यूपीएससी की परीक्षा में पूछे जाने वाले सवाल कहीं ना कहीं एनसीईआरटी पर ही बेस्ड होते हैं। यदि हम current affairs को छोड़ दें तो अन्य सभी विषयों के सवाल हमें एनसीईआरटी में जरूर मिलेंगे।
दोस्तों, वैसे तो माना जाता है कि एनसीईआरटी का कोई विकल्प नहीं होता लेकिन यदि हम आपसे कहें कि आपको एनसीईआरटी का सारा मटिरियल अलग अलग हिस्सों में छोटे छोटे sections में मिल सकता है तो आप क्या कहेंगे। यही ना कि ऐसा तो संभव ही नहीं है। मगर आज हम आपको जिस किताब के बारे में बताने जा रहे हैं उसे पढ़ने के बाद आपको एनसीईआरटी पढ़ने की कोई जरूरत नहीं रहेगी।
यदि आप क्लास 6th से लेकर 12th तक कि एनसीईआरटी किताबों को देखें तो कुल मिला कर इनकी संख्या 50 के आसपास होती है। अब यह सच है कि एनसीईआरटी कि किताबें देखने में पतली होती हैं लेकिन इनके अंदर का मटिरियल ऐसा होता ही जिसके हर शब्द को अच्छी तरह समझना पड़ता है। शुरुआत में एनसीईआरटी पढ़ना आसान लग सकता है लेकिन जैसे जैसे समय बीतता जाता है वैसे वैसे इसे पढ़ने में बोरियत भी होने लगती है। इसलिए प्रभात exam आपके लिए लेकर आए हैं आईएएस रंजीत कुमार सिंह द्वारा तैयार की गयी किताबों का एक सेट जिसमे एनसीईआरटी के पूरे सिलैबस को कवर किया है और इसके लिए आपको 50 किताबें पढ़ने की जरूरत नहीं है। यह पूरा सेट सिर्फ 5 किताबों का है और इन 5 किताबों में आपको 5000 से अधिक objective type क्वेस्शन्स को include किया गया है। जी हाँ दोस्तों, 5000 से भी अधिक सवाल। यदि आप सिर्फ इन सवालों को ही अच्छी तरह पढ़ लेते हैं तो प्री में आसानी से सिलैक्ट हो सकते हैं। और इतना ही नहीं आपको इन सवालों के जवाब पूरे description के साथ दिये गए हैं ताकि पढ्ने के बाद आपको कोई कन्फ़्युशन ना रहे।
दोस्तों, इस किताब कि एक खासियत यह भी है कि इसे यूपीएससी के सिलैबस और परीक्षा के अनुसार अलग अलग sections में divide किया गया है। और आप को जो सेक्शन पढ्न है आप सीधे उसकी किताब को refer कर सकते हैं। जैसे मान लीजिये आपको economics पढ़ना है तो आप सीधे अर्थव्यवस्था की किताब उठा सकते हैं और science पढ़ना चाहें तो साइन्स कि किताब पढे।
इन short, देख जाए तो यह किताब ना सिर्फ एनसीईआरटी के सिलैबस को पूरा कवर करती है बल्कि परीक्षा में आ सकने वाले questions पर भी फोकस करती है ताकि आप अपना ज्यादा से ज्यादा समय परीक्षा की तैयारी में लगा सकें। डॉ सिंह ने यह किताब खास तौर पर हिन्दी मीडियम के स्टूडेंट्स को ध्यान में रख कर तैयार की है। आम तौर पर यह देखा गया है कि हिन्दी मीडियम के स्टूडेंट्स के पास अच्छे practice मटिरियल का अभाव रहता है और इसी समस्या को दूर करने के लिए डॉ सिंह ने प्रबहत बुक्स के साथ हाथ मिलाया है ताकि स्टूडेंट्स कि इस मुश्किल को सूर किया जा सके। इतना ही नहीं यह किताब यूपीएससी के अलावा बोस्क, जेपीएससी, आरपीएससी, एमपीपीएससी। uppsc जसई परीक्षाओं के लिए भी कारगर है।
जहां तक इसके author का सवाल है तो डॉ रंजीत कुमार सिंह एक आईएएस अधिकारी हैं और वे यूपीएससी तथा राज्य सेवाओं की तैयारी के लिए कई किताबें लिख चुके हैं और आज भी लिखते रहते हैं।