क्या सब कुछ छोड़कर ही IAS बन सकते हैं ?
Financial सेक्युर्टी आज के जमाने में ऐसी चीज हो गयी है जिसके बिना कुछ भी प्लानिंग कर पाना लगभग असंभव है। अब देखिये न यूपीएससी की तैयारी करना हो तो आपको कम से कम दो साल का समय तो लगाना ही पड़ेगा और इन दो सालों में यदि आपके पास कोई financial security ना हो तो तैयारी मुश्किल हो जाएगी। अब यदि आपके parents आपको यह financial security provide करवा दें तो आप निश्चिंत हो कर सारा ध्यान सिर्फ यूपीएससी पर फोकस कर सकते हैं। लेकिन हर कोई इतना भाग्यशाली नहीं होता और पढ़ाई पूरी करते हीं उन्हें नौकरी करनी पड़ती है ताकि अपना और अपने परिवार की आर्थिक जरूरतों को पूरा कर सकें। लेकिन यदि किसी का सपना यूपीएससी करने का हो और नौकरी करना उसकी मजबूरी हो तो क्या? क्या उसे इन दोनों में से किसी एक को छोडना पड़ेगा? या दोनों काम एक साथ भी हो सकते हैं? आइए जानते हैं।
आप अपनी नौकरी के साथ साथ यूपीएससी की भी तैयारी कर सकते हैं। इसके लिए आपको नौकरी छोड़ने की जरूरत नहीं है। आपको यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा को क्रैक करने के लिए ऑफिस टाइम और पर्सनल टाइम के बीच एक अच्छा संतुलन बनाना होगा। आपको यूपीएससी की तैयारी के लिए शुरू में नौकरी छोड़ना सही नहीं होगा। इससे आपका करियर भी प्रभावित हो सकता है। और अच्छी बात तो यह है कि work experience यूपीएससी साक्षात्कार के दौरान अच्छा स्कोर करने में भी मदद करता है।
तो नौकरी के साथ तैरी करने के लिए सबसे पहले resource allocation पर काम करने की जरूरत है। आपका सबसे महत्वपूर्ण resource है टाइम इसलिए time मैनेजमेंट तैयारी का सबसे महत्वपूर्ण भाग बन जाता है। अपने दिमाग से यह बात निकाल दीजिये कि यदि आप दिन के दस घंटे पढ़ाई नहीं करेंगे तो पास नहीं कर सकेंगे। सच्ची तो यह है कि यदि आप नियमित रूप से दिन के चार से छह घंटे भी पढ़ लेते हैं तो भी आपकी तैयारी अच्छी हो सकती है।
अपनी पढ़ाई को दो हिस्सों में बाटें। सुबह जल्दी उठें और कम से कम दो घंटे जरूर पढ़ें। इसके ऑफिस से आने के बाद और सोने से पहले दो – तीन घंटे पढ़ाई करें। यदि आप किसी बड़े शहर में रहते हैं और ऑफिस से आने जाने में आपको घंटे – दो घंटे का समय लगता है तो आपको इस दौरान भी पढ़ाई करनी चाहिए।
यूपीएससी परीक्षा की तैयारी शुरू करने से पहले आपको प्रीलिम्स परीक्षा के लिए कम से कम 9-10 महीने का प्लान बनाना होगा। इस समय के दौरान, आपको मुख्य विषयों जैसे इतिहास, राजनीति और अर्थशास्त्र जैसे विषयों और वैकल्पिक विषयों को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करना होगा। पहले छह महीनों के लिए प्रीलिम्स और मेन्स दोनों को ध्यान में रखकर पढ़ाई करनी चाहिए। इसके बाद प्री की परीक्षा से तीन महीने पहले सिर्फ प्री पर फोकस करें और हर phase को एक एक कर tackle करें।
यूपीएससी परीक्षा से पहले फाइनल रिवीजन के दौरान नोट्स से पढ़ाई करने की सलाह दी जाती है। ऐसे तो नोट्स खुद ही बनाने चाहिए लेकिन अगर आपके पास टाइम कम है तो आप नोट्स खरीद भी सकते हैं। इससे आपका टाइम बच जाएगा। इसके साथ ही अपने सोर्स भी लिमिट रखें. जरूरत से ज्यादा किताबों से पढ़ाई करने से कंफ्यूजन बढ़ सकता है।
वीकेंड के लिए स्पेशल प्लान बनाएँ। वीकेंड ऐसा समय है जब आपके पास दो पूरा दिन होता है और इन दो दिनों में बाकी हफ्ते के बचे हुए कोर्स को पूरा करने के साथ साथ आप अगले हफ्ते की पढ़ाई के लिए एडवांटेज points भी स्कोर कर सकते हैं।
नौकरी के साथ तैयारी करने में स्मार्ट वर्क का बड़ा योगदान है। आपको पाने समय का इस्तेमाल कुछ इस तरह से करना चाहिए कि बेकार के कामों में आपका टाइम वेस्ट ना हो। आपको वीकेंड parties और इसी तरह की दूसरे समय बर्बाद करने वाली activities से बचना चाहिए।
आईएएस परीक्षा की तैयारी करना आसान नहीं है। इस दौरान कई तरह के उतार-चढ़ाव आ सकते हैं. बेहतर रहेगा कि आप ऑफिस स्ट्रेस को वहीं पर छोड़ कर आएं। इससे आप घर पर रिलैक्स होकर सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कर सकेंगे।