UPSC की तैयारी के समय कैसे करें Stress को Handle


Stress, यानि तनाव, 10 में 9 समस्याओं की जड़ है। यदि किसी ने स्ट्रैस हैंडल करना सीख लिया तो समझिए कि वह जीवन में किसी भी परिस्थिति का सामना करना सीख लिया। यूपीएससी की तैयारी करने वाले अधिकांश स्टूडेंट भी stress की समस्या से जूझते रहते हैं। चेहरे पर तनाव, किसी एक जगह पर बैठ नहीं पाना, हमेशा चिंतित रहना, भविष्य को लेकर लगातार परेशान रहना, यह सब कुछ ऐसे symptoms जो यूपीएससी aspirants के साथ आपको आसानी से नज़र आ जाएंगे। सब को यह लगता है कि वे यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं तो यह सब तो आम बात है लेकिन सच तो यह है कि यह सब स्ट्रैस के लक्षण हैं और यही symptoms परीक्षा में असफलता का कारण बनते हैं। यदि आप भी खुद में यह symptoms notice कर रहे हैं |


छोटे छोटे breaks – एक ही जगह पर देर तक बैठे रहने से पहले तो शरीर अकड़ने लगता है और फिर धीरे धीरे दिमाग भी बंद पड़ने लगता है। इसलिए जरूरी है कि आप पढ़ाई के बीच बीच में छोटे छोटे ब्रेक्स जरूर लें। साथ ही अपने बॉडी को भी थोड़ा ब्रेक दें। इसके लिए पढ़ाई के कुछ समय बाद आप अंगड़ाई लेकर शरीर की अकड़न को दूर कर सकते हैं, साथ ही थोड़ा वॉक करते हुए रिवीजन कर सकते हैं। इससे आपके शरीर को ना सिर्फ थोड़ा आराम मिलेगा बल्कि आपके muscles और blood circulation को भी फायदा मिलेगा। हालांकि यह भी ध्यान रखें कि यह ब्रेक ज्यादा लंबा ना हो ताकि आपका दिमाग पढ़ाई के मोड से पूरी तरह बाहर ही ना आ जाए।


Recreation का भी ध्यान रखें - पूरे दिन पढ़ाई करने से आप बोर होने के साथ तनाव में आ सकते हैं, इसलिए कुछ समय अपने लिए भी निकालें। इस दौरान आप अपनी हॉबी को पूरा करने के साथ अपना इंटरटेनमेंट भी कर सकते हैं। इस दौरान आप अपने हॉबी के अनुसार खेलकूद में भाग ले सकते हैं, म्‍यूजिक सुन सकते हैं और फिल्‍म भी देख सकते हैं। वहीं अपने परिवार व दोस्‍तों के साथ बातचीत करके भी अपने मन को हल्‍का कर सकते हैं।


अच्छी और पर्याप्त नींद - परीक्षा तैयारियों में जुटे छात्रों में नींद की अनियमितता थकान का सबसे बड़ा कारण हो सकती है। रात में अगर आप एक अच्छी नींद नहीं लेते हैं तो दिनभर थका-हारा महसूस करते हैं। अपर्याप्त नींद आपके मूड, मेंटल अवेयरनेस, एनर्जी लेवल और फिजिकल हेल्थ पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। इसलिए अगर आप स्ट्रेस से छुटकारा पाना चाहते हैं तो पर्याप्त नींद जरूर लें। प्रतिदिन 6 से 7 घंटे की एक अच्छी और लंबी नींद बेहद होती है। इससे आपकी क्षमता बढ़ती है और लम्बे समय तक पढ़ने में सहायता मिलती है। आपकी नींद का टाइम टेबल उतना ही ज़रूरी है जितना कि अध्ययन के लिए बनाया गया टाइम टेबल।


Healthy diet - पढ़ाई के दौरान अधिक फ़ैट के खाद्य पदार्थ आपको आलसी बना सकते हैं। इसलिए आपको फ़ास्ट फ़ूड, जंक फ़ूड और ऐसे ही अन्य पदार्थों से दूर रहना चाहिए। तैयारी के दौरान आप हरी सब्ज़ियां, कम फ़ैट का प्रोटीन युक्त भोजन आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करके आपको चुस्त रखेगा और परीक्षा के लिए प्रभावी ढंग से पढ़ने में सहायक होगा। यह एकाग्रता बढ़ाने में भी सहायक साबित होगा। यदि लम्बे समय तक पढ़ने से आपको भूख लगती है तो कुछ स्वस्थ खाएं जैसे सलाद, फल और सूखे मेवे।


इन सब के अलावा एक और बेहद जरूरी stress buster है – खुद पर आपका विश्वास। दरअसल stress बढ्ने पर सबसे पहले यही चीज मार खा जाती है जो stress को और बढ़ा देती है। इसीलिए आप जैसी भी परिस्थिति में हों, अपने ऊपर से भरोसा कभी कम ना होने दें।