देश के हर राज्य के जिले में IAS और IPS एक जरूरी अंग होते है | इन्हीं के कंधों पर जिले में होने वाली छोटी से बड़ी घटनाओं की जिम्मेदारी होती है | जिम्मेदारियों के अलावा लोगों को इन अधिकारियों की वर्दी और इनके रहने के ढंग भी बहुत पसंद आता है | लेकिन इस पद तक पहुँचने के लिए एक उम्मीदवार को UPSC में सफलता हासिल करनी पड़ती है, जिसके बाद ही उन्हें यह पद मिल पाता हैं | UPSC के ये दोनों पद किसी भी जिले के लिए अहम होते हैं | इनमें से एक की जिम्मेदारी यानि IPS कानून व्यवस्था बनाए रखने की होती है, तो दूसरे यानी IAS की जिले के विकास और प्रशासनिक व्यवस्था को देखने की होती है | लेकिन अब बात आती की अखिर किसी जिले में कोई सा अधिकारी ज्याद पॉवरफुल होता है और किसे ज्यादा सुविधाएं दी जाती हैं?


IAS या IPS कौन होता है ज्यादा पावरफुल?

IAS अधिकारी और एक IPS अधिकारी का काम बिल्कुल अलग होता है और इसी हिसाब से दोनों की शक्तियां भी बिल्कुल अलग होती हैं | IAS अधिकारियों को कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग और कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन मंत्रालय नियंत्रित करती है | वहीं IPS अधिकारियों को केंद्रीय गृह मंत्रालय नियंत्रित करता है | इसके साथ ही, एक क्षेत्र में केवल एक IAS अधिकारी होता है, जबकि एक क्षेत्र में IPS अधिकारी की संख्या आवश्यकता के अनुसार होती है | IAS अधिकारी का वेतन IPS अधिकारी की तुलना में ज्यादा होती है | कुल मिलाकर, कहें तो एक IAS अधिकारी पद वेतन और अधिकार के मामले में एक IPS अधिकारी से ज्यादा पॉवरफुल होता है |


IAS और IPS को मिलने वाली सुविधाएँ ?


IAS OFFICER को 7वें वेतन आयोग के अनुसार मूल वेतन 56 हजार 100 रुपये मिलता है | उसके अलावा उन्हें यात्रा भत्ता यानि Travel allowance और महंगाई भत्ता यानि Dearness Allowance समेत कई अन्य भत्ते भी दिए जाते हैं | जानकारी के अनुसार एक IAS अधिकारी को प्रति माह कुल 1 लाख रुपये से ज्यादा सैलरी मिलती है | कैबिनेट सचिव के पद वाले आईएएस को करीब 2.5 लाख रुपये प्रतिमाह वेतन मिलता है, जिसमें कई और सुविधआएं जुड़ी होती हैं | बात करें IPS की तो किसी भी IPS अधिकारी की बेसिक सैलरी 56 हजार 100 रुपए के करीब होती है और रैंक के साथ ये बढ़ती जाती है | IPS अधिकारियों को कई अन्य सुविधाएं भी मिलती हैं | हर IPS अधिकारी को उनके पद के अनुसार रहने के लिए एक घर मिलता है | साथ ही एक सरकारी गाड़ी भी दी जाती है | जूनियर अधिकारियों के लिए वाहन का बजट ज्यादा नहीं होता है , जैसे-जैसे उनका पद बढ़ता जाता है उसी के अनुसार उनको सुविधाएं दी जाती हैं |