जल्द ही UPSC 2022 के RESULT जारी होने वाले है, जिसका इस परीक्षा को देने वाले हर उम्मीदवार को बेसबरी से इंतजार है | UPSC परीक्षा में सफलता हासिल करने वाले ASPIRANTS को उनकी रैंक के अनुसार से IAS, IPS, IFS जैसे अन्य पदों के लिए चुना जाता है | अब आप सोच रहे होंगे कि अखिर यह कैसे तय होता है कि किस उम्मीदवार को IAS बनाना है या किस को IPS बनना है | आपको बता दे इसके लिए एक निश्चित प्रक्रिया होती है, जिसके जरिए UPSC CIVIL SERVICES EXAM पास करने वाले candidates को उनकी रैंक के अनुसार पोस्ट दी जाती हैं | ऐसे में आइए जानते हैं कि आखिर UPSC में वो क्या प्रक्रिया है, जिसके जरिए यह तय होता है कि परीक्षा में पास होने वाले candidates को क्या पद दिए जाए ?
क्या है परीक्षार्थियों की चयन प्रक्रिया ?
सबसे पहले बात करते हैं की UPSC में उम्मीदवार का चयन होता कैसे है ? दरअसल, सरकार की ओर से हर साल IAS,IPS,IFS जैसे कई पदों के लिए परीक्षा का आयोजन होता है, जिसके लिए एक नोटिफिकेशन जारी की जाती है और उसके बाद चयन प्रक्रिया शुरु होती है | सिविल सर्विसेज परीक्षा में सबसे पहले प्रारंभिक परीक्षा होती है, जिसमें सफल होने वाले परीक्षार्थी को मुख्य यानी मेंस परीक्षा में हिस्सा लेने का मौका मिलता है | इसके बाद मेंस परीक्षा में पास होने वाले उम्मीदवारों को इंटरव्यू के लिए चुना जाता है, फिर इंटरव्यू के बाद फाइनल चयन किया जाता है | इस प्रक्रिया के बाद इंटरव्यू में चयन होने वाले उम्मीदवार फिर IAS, IPS या IFS जैसे अन्य पदों के लिए चुने जाते हैं | जिसके बाद सभी candidates को TRANING के लिए LBSNAA भेजा जाता हैं |
UPSC में होते है कितने पद ?
अक्सर लोगों का मानना होता है कि सिविल सर्विसेज परीक्षा में पास होने के बाद candidates IAS या IPS ही बनते हैं | लेकिन, ऐसा नहीं है | आपके बता दें कि सिविल सर्विसेज के बाद कुल 24 पदों के लिए कैंडिडेट्स का चयन किया जाता है | सर्विसेज में दो कैटेगरी होती है, जिसमें ऑल इंडिया सर्विसेज और सेंट्रल सर्विसेज शामिल है | ऑल इंडिया सर्विसेज में तो IAS, IPS जैसे पद आते हैं | वहीं सेंट्रल सर्विस में इंडियन फॉरेन सर्विस यानी IFS, IIS, IRPS,ICS जैसे पद आते हैं | इसके अलावा आर्म्ड फोर्सेज हेडक्वार्टर्स सिविल सर्विस भी इसके अंतर्गत आती है |
कैसे तय होता है पद ?
अब बात करते हैं कि किस candidate को कौन-सी पोस्ट दी जाती है | यह कई चीजों पर निर्भर करता है कि किस candidate को कौनसी पोस्ट दी जाएगी | पहले की प्रक्रिया के अनुसार candidates से पहले ही उनकी प्राथमिकता पूछ ली जाती है | उसके आधार पर ही पोस्ट का बंटवारा होता था | वैसे सामान्य तौर पर रैंकिंग के आधार पर पदों का बंटवारा होता है, जिसमें टॉप रैंक पर रहने वाले उम्मीदवारों को IAS ,IFS जैसी सर्विस मिलती है | लेकिन, ऐसा नहीं है कि सभी टॉप candidates को IAS बनाया जाएगा, अगर मान लीजिए किसी candidate की रैंक अच्छी है और प्राथमिकता IPS है तो उन्हें IPS का पद दिया जाएगा | यानी इसमें आपकी प्राथमिकता और रैंक के आधार पर सर्विस का बंटवारा होता है | इसके अलावा खाली पदों के आधार पर भी सर्विस बांटी जाती है, जिससे कई बार कम रैंक वाले कैंडिडेट्स को भी IFS जैसी सर्विस मिल जाती है | आपको बता दें कि हर बार सिविल सर्विस के पदों में IAS , IPS के लिए पदों की संख्या तय रहती है, जिसके अनुसार ही पदों को बाँटा जाता है ।