अगर रेस लंबी हो तो start early होना चाहिए। यदि सपना बड़ा हो तो पूरा तभी हो सकता है जब वह खुली आँखों से देखा जाए और हर पल हर क्षण बस उस सपने को पूरा करने के लिए मेहनत करते रहें। अब यूपीएससी को ही लीजिये। इसमे तो कोई दोराय नहीं है कि यूपीएससी एक बहुत बड़ा लक्ष्य है लेकिन यह भी सच है कि यदि इस लक्ष्य को हासिल करना है तो मेहनत भी उसी अनुपात में करनी पड़ेगी। अब यूपीएससी की मेहनत के दो तरीके हैं, या तो आप कम समय में हर दिन ज्यादा मेहनत करें, या फिर ज्यादा समय लेकर थोड़ी थोड़ी मेहनत करें ताकि जब परीक्षा की घड़ी आए तो आपकी तैयारी पूरी हो। तभी तो यूपीएससी के aspirants यदि कॉलेज में एड्मिशन लेने के साथ ही तैयारी शुरू कर दें। यदि आप भी 12th में पढ़ रहे हैं और आपका सपना भी यूपीएससी है तो आज का यह वीडियो सिर्फ आपके लिए है।
यूपीएससी की परीक्षा में बैठने के लिए ग्रेजुएशन न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता है, तो 12वीं के बाद सबसे पहले तो आपको ग्रेजुएशन पूरा करना होगा। अब अच्छी बात यह है कि आप किसी भी स्ट्रीम के किसी भी विषय में ग्रेजुएशन का कोई भी कोर्स कर सकते हैं। लेकिन कॉलेज की पढ़ाई के साथ साथ यूपीएससी की तैयारी भी सही रणनीति के साथ शुरू कर दें।
रणनीति और अध्ययन सामग्री - सिविल सेवा की तैयारी के लिए कम से कम 2 से 3 वर्ष का समय लगता है। आप अपने ग्रेजुएशन के दिनों से ही इसकी तैयारी शुरू कर दे। इस परीक्षा की तैयारी की शुरूआत NCERT की किताबों का अध्ययन करने से करे। इसके अलावा सिविल सेवा परीक्षा का पूरा सिलेबस अपने साथ रखे और उसके अनुसार ही तैयारी करे। अधिकतर कैंडिडेट अपनी ग्रेजुएशन के किसी एक विषय में से ही परीक्षा के मुख्य चरण के लिए विषय चुनते है। इससे आपको आसानी रहती है क्योंकि आप ग्रेजुएशन के साथ इस विषय को पूरे तीन साल पढ़ते है। इसके अलावा दूसरे चयनित वैकल्पिक विषयों के लिए आप स्टडी मटेरियल का चयन कर सकते है या फिर एक्सपर्ट की सलाह ले सकते है।
समसामियिकी - समसामयिक विषयों की तैयारी करने के लिए आप नियमित रूप से समाचार पत्रों का अध्ययन करें। जैसे द हिंदू, इंडियन एक्सप्रेस के अलावा बीबीसी और डीडी न्यूज का बुलेटिन जरूर देखे। पिछले साल के प्रारंभिक प्रश्न पत्रों में भी समसामयिक मुद्दों से संबंधित प्रश्नों का अच्छा अनुपात रहा है इसलिए ये जरूरी है कि समसामयिक मुद्दों की तैयारी करते रहना चाहिए। इसके अलावा आप समसामयिक मुद्दों के लिए किताबों का भी सहारा लें सकते है। इसके लिए आप चाहे तो NCERT और NIOS की किताबों को पढ़ सकते है ये किताबें आनलाईन नि:शुल्क उपलब्ध है।
Graduation के subjects - सिविल सेवा परीक्षा में सबसे जरूरी होता है विषय का अध्ययन इसलिए, विषय का चयन करते समय इस बात ध्यान रखें कि आपको उस विषय में रूचि है या नही। वैसे तो कोई भी विषय अध्ययन के लिए असंभव नही है लेकिन फिर भी जिस विषय में आपकी रूचि है उसी विषय का चयन करना आपके लिए फायदेमंद रहता है। सिविल सेवा परीक्षा का सिलेबस बहुत बड़ा होने के कारण पूरे साल भर अध्ययन करना पड़ता है। इसलिए योजना के अनुसार ही चलते हुए पूरे साल अध्ययन करना जरूरी है।
Daily study - हर दिन कम से कम 6 घंटे रोजाना पढ़ाई करना जरूरी है। कई बार ऐसा होता है कि आप तैयारी करते-करते डिमोटिवेट हो जाते है इसलिए मोटिवेशनल किताबों को पढ़े। आपके आस-पास कैसे लोग रहते है इसका आपकी जिंदगी पर काफी असर पड़ता है। अगर आपके आसपास नेगेटिव लोग रहते है तो ऐसे लोगों से जितना हो सके दूर रहने का प्रयास करे। ऐसे लोगों के साथ रहे जो आपको अच्छा फील करवाते है।
Writing practice - आपको पढ़ने के साथ लिखने का भी अभ्यास करना है क्योंकि प्री एग्जाम निकालने के बाद मेंस की परीक्षा देनी पड़ती है जिसमें आपको लिखना पड़ता है। आप किसी भी टॉपिक पर संक्षेप में लगभग 200 शब्दों में लिखने का प्रयास करें। जितना आप लिखने की कोशिश करोगे उतनी ही आपकी लेखन शैली सुधरेगी और व्याकरण में कम गलती होगी।
Discipline and smart work - अगर आप चाहते हैं कि यूपीएससी परीक्षा को क्लियर में आप सफल हो पाएं, तो स्मार्ट तरीके से पढ़ाई करना बेहद जरूरी है। साथ ही, अनुशासन के साथ तैयारी करनी चाहिए। यूपीएससी परीक्षा निकालने के लिए यह जरूरी है कि आप अपने लक्ष्य के प्रति एकाग्र रहें और पूरा ध्यान पढ़ाई और कॉन्सेप्ट्स को समझने में लगाएं, क्योंकि यह परीक्षा कोई ऐसी परीक्षा नहीं है जिसमें रट्टा मारने से आपको सफलता मिल जाती है।आपको हर विषय को पढ़ने के लिए स्मार्ट तरीका निकालना होगा, ताकि कम समय में आपकी तैयारी हो जाए। स्मार्ट स्टडी करने के लिए आपको टाइम टेबल भी बनाना होगा, जिसे फॉलो करके आप यूपीएससी की तैयारी बेहतर तरीके से कर पाएं।
राय बनाना सीखें - मुद्दों पर एक राय बनाने के आपके कौशल का परीक्षण निबंध पेपर और विशेष रूप से व्यक्तित्व परीक्षण में किया जाएगा और यह एक ऐसी चीज है जिसे रातों रात विकसित नहीं किया जा सकता है। राय बनाने की कला को धीरे धीरे सीखना चाहिए क्योंकि ये कला आपको निबंध लेखन में बहुत ही काम आएगी।
कम्युनिकेशन स्किल्स - इंटरव्यू के दौरान कम्युनिकेशन स्किल महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है क्योंकि यह उम्मीदवार के अंदर आत्मविश्वास को दर्शाता है। ज्ञान होना लेकिन उस ज्ञान को साझा करने या प्रस्तुत करने का कौशल न होना इसका ज्यादा उपयोग नहीं है यदि आपके पास किसी चीज का ज्ञान है तो उसको साझा करना ही बेहतर है। यदि आप कोई चीज सीखते हैं तो उसके बारे में लोगों को बताएं, समझाएं इससे आपकी कम्युनिकेशन स्किल अच्छी होगी साथ ही साथ आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।