UPSC के चक्रव्यूह से जीतकर निकलने का गुरुमंत्र


यूपीएससी एक अथाह समंदर है जिसमे उतरना तो आसान है लेकिन एक बार इस समंदर में गोते लगाना शुरू कर दिया तो ऐसी लहरों का सामना करना पड़ता है जिसके बाद कई बार आगे की राह नज़र नहीं आती। इस परीक्षा की तैयारी करने वाला हर छात्र एक अभिमन्यु है जो चक्रव्यूह में घुसना तो जनता है लेकिन निकलने का तरीका नहीं पता। मगर इस चक्रव्यूह में कुछ ऐसे भी छात्र होते हैं जो अभिमन्यु नहीं बल्कि अर्जुन बन कर प्रवेश करते हैं और इस व्यूह को सफलतापूर्वक भेदते हुए विजयश्री प्राप्त कर लेते हैं।


परिश्रम और समर्पण – यूपीएससी की परीक्षा में सफल होने के लिए यह सबसे basic quality है जो हर candidate में होनी ही चाहिए। यदि आप अपने लक्ष्य के प्रति समर्पित नहीं हैं और उसे हासिल करने के लिए पूरी ईमानदारी से मेहनत करने को तैयार नहीं हैं तो आप गलत जगह अपना समय व्यर्थ कर रहे हैं। यूपीएससी की तैयारी में आम तौर पर दो साल का समय तो लगता ही है और यह एक लंबा टाइम होता है। इतने दिनों तक अपने motivation को बनाए रखना मुश्किल हो सकता है लेकिन यदि आप अपने लक्ष्य के प्रति पूरी तरह समर्पित होंगे तो आपका वही लक्ष्य आपको हर दिन और भी मेहनत करने के लिए प्रेरित करेगा।


Positive mindset – यूपीएससी की तैयारी के दौरान ऐसे कई मौके आएंगे जब आपको अपनी क्षमता, अपने dedication पर शक होने लगेगा। जब खूब मेहनत करने के बाद भी आपको यह लगेगा कि आपकी तैयारी तो बहुत ही कमजोर है और आपके दोस्तों की तैयारी आपसे कहीं strong है। ऐसे समय में आपका एक ही दोस्त है जो आपको तमाम मुश्किलों के बावजूद आगे बढ्ने के लिए प्रेरित करेगा। वह दोस्त है आपका positive attitude। यदि आप मुश्किल दौर में भी सोच को सकारात्मक रखते हैं तो आप उस मुश्किल से निकलने का तरीका ढूंढ ही लेंगे और जब तक आपको अपनी मुश्किल का हल नहीं मिलता तब तक के लिए आपमे उसे झेल पाने की क्षमता develop हो जाती है।


Analytical thinking – एक आईएएस अधिकारी बनने के लिए एक आईएएस अधिकारी की तरह सोचना जरूरी है। और एक आईएएस अधिकारी की तरह सोचने के लिए अपने अंदर analytical thinking डिवैलप करना पड़ता है। किसी भी मुद्दे पर अपनी राय बनाने से पहले अपने निजी emotions को अलग रखें और हमेशा पूरी तरह से उसे समझने के बाद ही अपनी राय कायम करें। परीक्षा में, और खास कर इंटरव्यू में आपसे ऐसे सवाल पूछे जाते हैं जो आपकी thought process और सोच को जाँचते हैं और ऐसे सवालों के सही जवाब आप तभी दे पाएंगे जब आप अपने अंदर analytical thinking की कला विकसित करेंगे।


Writing skill – परीक्षा में आपको ज्ञान का ना सिर्फ अर्जन करना पड़ता है बल्कि आपको उसे paper पर present भी करना पड़ता है। परीक्षा में आपके उत्तरों की जांच करने वाला व्यक्ति आपको नहीं जानता वह तो आपके जवाबों के माध्यम से ही आपको समझने की कोशिश करता है और फिर उस समझ के आधार पर आपको number देता है जिससे यह तय होता है कि आप आईएएस बन सकते है या नहीं। इसलिए यदि आप वाकई में आईएएस अधिकारी बनना चाहते हैं तो आज से ही अपनी writing skil पर काम करना शुरू कर दीजिये। शुरुआत में आपको लिखने में काफी दिक्कत आएगी लेकिन जैसे जैसे आप अभ्यास करते जाएंगे वैसे वैसे आप अपने मन की बात आसानी से कागज़ पर उतार सकेंगे।


Strategy and time management – दोस्तों, यह दो ऐसी qualities हैं जो हम practice और dedication के साथ आसानी से अपने अंदर develop कर सकते हैं। और यह दो ऐसे qualities भी हैं जो आपकी मेहनत को अहिक धारदार बनती हैं। सही रणनीति के अभाव में आप चाहे कितनी भी मेहनत कर लें, उसका परिणाम हमेशा कम ही मिलता है। अपने कई experts से भी यह सुना होगा कि यूपीएससी में सफल होने के लिए सही strategy का होना बहुत जरूरी है। अब सही strategy क्या होनी चाहिए यह हर व्यक्ति के लिए अलग बात है लेकिन बिना एक प्रोपर strategy के इस परीक्षा में सफल होना मुश्किल है। इसी तरह यदि आप अपने समय को सही से manage नहीं कर रहे हैं तो कभी ना कभी ऐसा समय जरूर आयेगा जब आपको यह लगेगा कि काश थोड़ा टाइम और मिल जाता। इसलिए आज से ही अपने अंदर एक डिसिप्लिन लाइये और अधिक से अधिक समय अपनी तैयारी को dedicate कीजिये।