बदल गया UPPSC का Syllabus. क्या है नया Pattern ? जानें A to Z Details.


अभी कुछ दिनों पहले उत्तर प्रदेश राज्य लोक सेवा आयोग ने अपनी civil सेवा परीक्षा को लेकर एक बहुत बड़ी घोषणा की है। आयोग ने यह कहा है कि 2023 से वह परीक्षा के पैटर्न में बड़ा बदलाव करने जा रहा है। आपने सुना क्या? नहीं तो आइए हम बताते हैं।


उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग पीसीएस परीक्षा में तीन चरण होते हैं- प्रारंभिक यानि prelims, मुख्य यानि mains और साक्षात्कार यानि interview। यह तीनों ही परीक्षा इसी क्रम में आयोजित की जाती है और एक चरण को क्लियर करने के बाद ही अगले चरण में बैठने की अनुमति मिलती है।


Prelims syllabus and pattern - यूपीपीएससी प्रिलिम्स परीक्षा में दो papers होते हैं। पहला पेपर सामान्य अध्ययन का होता है और दूसरा पेपर csat का। दोनों paper दो - दो सौ अंकों के होते हैं। हालांकि, कट-ऑफ की गणना के लिए केवल प्रथम प्रश्न पत्र पर विचार किया जाएगा जो अंततः मुख्य परीक्षा के लिए उम्मीदवारों का निर्णय करेगा। पेपर 2 में qualify करने के लिए minimum 35 प्रतिशत अंक लाने की अनिवार्यता है। paper 1 में 150 प्रश्न होंगे और paper 2 में 100


प्रारंभिक परीक्षा उत्तीर्ण करने के बाद उम्मीदवारों को यूपीपीसीएस मुख्य परीक्षा में बैठने की अनुमति दी जाएगी जो वर्णनात्मक यानि subjective होगी। इसमे सामान्य हिन्दी, निबंध और सामान्य अध्ययन समेत कुल आठ paper होंगे। सामान्य हिन्दी और निबंध का पेपर 150 अंकों का होगा जबकि सामान्य अध्ययन 1 से लेकर 6 तक के सभी papers दो दो सौ अंकों के होंगे। सभी papers तीन घंटे के होंगे जो एक ही हफ्ते में आयोजित किए जाएंगे।


अब नए पैटर्न में मुख्य परीक्षा से वैकल्पिक विषय की अनिवार्यता को समाप्त कर दिया है। इसके स्थान पर उत्तर प्रदेश से जुड़े हुए समान्य ज्ञान के दो प्रश्नपत्र जोड़ दिए गए हैं। वैकल्पिक विषयों के पेपर के जगह पर अब यूपी पीसीएस परीक्षा पैटर्न में राज्य विशिष्ट जीएस के दो प्रश्न पत्र जोड़े गए हैं। हालांकि अभी तक आयोग ने इन दो papers का सिलैबस अभी तक जारी नहीं किया है लेकिन यह स्पष्ट है कि इनमे उत्तर प्रदेश राज्य से संबन्धित सवाल ही पूछे जाएंगे। इस प्रकार मुख्य परीक्षा के कुल अंक 1500 होंगे और सभी papers में appear करना अनिवार्य है वरना candidature cancel कर दी जाएगी।


Syllabus –


जीएस पेपर 1 के लिए यूपीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा का पाठ्यक्रम -


• राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाएँ - राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय महत्व की समसामयिक घटनाओं पर, उम्मीदवारों से उनके बारे में ज्ञान होने की अपेक्षा की जाएगी। 

• भारतीय इतिहास - प्राचीन, मध्यकालीन, आधुनिक: इतिहास में भारतीय इतिहास के सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक पहलुओं की व्यापक समझ पर जोर दिया जाना चाहिए। भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में, उम्मीदवारों से अपेक्षा की जाती है कि वे स्वतंत्रता आंदोलन की प्रकृति एवं चरित्र, राष्ट्रवाद के विकास तथा स्वतंत्रता प्राप्ति के बारे में एक संक्षिप्त दृष्टिकोण रखें। 

• भारत एवं विश्व भूगोल - भारत एवं विश्व का भौतिक, सामाजिक, आर्थिक भूगोल: विश्व भूगोल में केवल विषय की सामान्य समझ की अपेक्षा की जाएगी। भारत के भूगोल पर प्रश्न भारत के भौतिक, सामाजिक एवं आर्थिक भूगोल से संबंधित होंगे। 

• भारतीय शासन एवं राजव्यवस्था - इसमें भारतीय राज व्यवस्था, अर्थव्यवस्था एवं संस्कृति का विवरण शामिल है। 

• सामाजिक एवं आर्थिक विकास - सतत विकास, निर्धनता उन्मूलन, जनसांख्यिकी, सामाजिक क्षेत्र की पहल, इत्यादि। 

• पर्यावरण पारिस्थितिकी, जलवायु परिवर्तन एवं जैव विविधता – सामान्य मुद्दे जिनके लिए विषय विशेषज्ञता की आवश्यकता नहीं है: प्रश्न जनसंख्या, पर्यावरण एवं शहरीकरण के मध्य समस्याओं एवं संबंधों के संबंध में होंगे।


सीसैट पेपर के लिए यूपीपीएससी प्रारंभिक परीक्षा का पाठ्यक्रम 

• Comprehension 

• अंतर वैयक्तिक कौशल (संचार कौशल सहित) 

• विश्लेषणात्मक क्षमता एवं तार्किक तर्कणा 

• समस्या समाधान एवं निर्णय निर्माण 

• General mental ability 

• प्राथमिक गणित बीजगणित, सांख्यिकी, ज्यामिति एवं अंकगणित): 

• सामान्य अंग्रेजी 

• सामान्य हिंदी


यूपीपीएससी मुख्य परीक्षा का पाठ्यक्रम – 

• सामान्य हिन्दी 

• दिए गए गद्य खण्ड का अवबोध एवं प्रश्नोत्तर। 

• संक्षेपण। 

• सरकारी एवं अर्ध सरकारी पत्र लेखन, तार लेखन, कार्यालय आदेश, प्रपत्र 

• शब्द ज्ञान एवं प्रयोग 

• उपसर्ग एवं प्रत्यय प्रयोग 

• विलोम शब्द 

• वाक्यांश के लिए एक शब्द 

• वितरण एवं वाक्य शुद्धि 

• नीतिवचन तथा उक्तियां।


निबंध लेखन - 

प्रश्न पत्र में तीन खंड होंगे। उम्मीदवारों को प्रत्येक खंड से एक विषय पर 700 शब्दों में निबंध लिखना होगा। तीन खंडों में, निबंध के विषय निम्नलिखित क्षेत्रों पर आधारित होंगे:

 • खंड ए - साहित्य एवं संस्कृति, सामाजिक क्षेत्र, राजनीतिक क्षेत्र। 

• खंड बी -  विज्ञान, पर्यावरण एवं प्रौद्योगिकी, आर्थिक क्षेत्र कृषि, उद्योग तथा व्यापार। 

• खंड सी -  राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय घटनाएं, प्राकृतिक आपदाएँ, भूस्खलन, भूकंप, जलप्रलय, सूखा, इत्यादि। राष्ट्रीय विकास कार्यक्रम एवं परियोजनाएँ।


इसके अलावा आयोग ने कहा है कि सामान्य अध्ययन 1 से 4 तक के सभी विषयों का सिलैबस यथावत रहेगा आप अपयोग की अधियाकरिक वैबसाइट से इन papers का syllabus नोट कर सकते हैं और पेपर 5 और 6 के लिए सिलैबस वह जल्द ही जारी करेगा।