95वें ऑस्कर अवॉर्ड सेरेमनी भारत के लिए बेहद खुशी का मौका लेकर आई है | एसएस राजामौली की फिल्म 'आरआरआर' के सॉन्ग 'नाटू-नाटू' ने और प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा की डॉक्यूमेंट्री 'द एलीफेंट व्हिस्परर्स' ने ऑस्कर 2023 में इतिहास रच दिया है और दो ऑस्कर अवॉर्ड अपने नाम कर लिए हैं | इसी के साथ पूरे देश भी जश्न में डूब गया है | 'द एलीफेंट व्हिस्परर' एक नेटफ्लिक्स डॉक्यूमेंट्री है | इसे कार्तिकी गोंसालविज़ ने निर्देशित और गुनीत मोंगा ने प्रोड्यूस किया है | इसकी कहानी अकेले छोड़ दिए गए हाथी और उनकी देखभाल करने वालों के बीच अटूट बंधन की बात करती है |


इस शॉर्ट फिल्म की कहानी की बात करें तो ये साउथ के कपल बोम्मन और बेली और रघु नाम के बेबी एलिफेंट के इर्द-गिर्द घूमती है | कहानी में दिखाया गया है कि कैसे एक कपल एक अनाथ बेबी हाथी की देखभाल करने के लिए अपना जीवन समर्पित करते हैं, एक परिवार बनाते हैं | वहीं द एलिफेंट व्हिस्परर्स को बेस्ट डॉक्यूमेंट्री शॉर्ट फिल्म का अवॉर्ड मिलने पर प्रोड्यूसर गुनीत मोंगा ने सोशल मीडिया पर लिखा- हमने अभी-अभी किसी भी इंडियन प्रोडक्शन के लिए पहला ऑस्कर जीता है | दो महिलाओं ने ये कर दिखाया | मैं अभी तक कांप रही हूं | वहीं डायरेक्टर कार्तिकी गोंजाल्वेस ने लिखा- यह अवॉर्ड मेरी मातृभूमि भारत के लिए 


वहीं बात करें 'आरआरआर' के सॉन्ग की तो, 'नाटू-नाटू' सॉन्ग एमएम कीरावणी ने कम्पोज किया है और चंद्रबोस ने इसे लिखा है और इस गाने को जूनियर एनटीआर और रामचरण पर फिल्माया गया है |  ये गाना हिंदी में "नाचो नाचो", तमिल में "नट्टू कूथु" और कन्नड़ में "हल्ली नातु" के रूप में रिलीज किया गया था | इस गाने ने 80वें गोल्डन ग्लोब अवार्ड्स में बेस्ट ओरिजनल सॉन्ग कैटेगिरी में भी अवॉर्ड जीता था | इससे पहले ‘नाटू-नाटू’ ने बेस्ट सॉन्ग  के लिए क्रिटिक्स च्वाइस अवार्ड भी जीता था |


आज तक कितने इंडियन्स ने जीता ऑस्कर ?


• 1992 में फिल्ममेकर सत्यजीत रे को ‘ऑनरेरी लाइफटाइम अचीवमेंट’ का ऑस्कर अवॉर्ड दिया गया था। 

• एआर रहमान को 2008 में रिलीज हुई ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ के म्यूजिक और सॉन्ग के लिए बेस्ट म्यूजिक कैटेगरी में ऑस्कर मिला था। 

• गीतकार गुलजार को ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ के ‘जय हो’ गाने के लिए ऑस्कर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। 

• ‘स्लमडॉग मिलेनियर’ के लिए रेसुल पोक्कुट्टी को ‘बेस्ट साउंड मिक्सिंग’ कैटेगरी में ऑस्कर अवॉर्ड दिया गया था। 

• 1983(तिरासी) में रिलीज हुई फिल्म गांधी के लिए भानु अथैया को कॉस्ट्यूम डिजाइन के लिए गोल्डन ट्रॉफी से नवाजा गया था।