क्या आप भी देर तक पढ़ाई करते हैं, खूब मेहनत करते हैं और अपने जीवन को पूरी तरह से यूपीएससी के लिए झोंक दिया है, फिर भी जब परीक्षा के परिणाम आते हैं तो आपका कोई दोस्त आपसे बाज़ी मार ले जाता है, वो दोस्त जो ना तो पढ़ाई में आपके जितना समय लगाता है और जो पढ़ाई के साथ साथ बाकी कामों के लिए भी समय निकाल लेता है। और आपको समझ नहीं आ रहा कि ऐसा क्यों हो रहा है। आखिर क्यों इतनी मेहनत करने के बावजूद भी आप पिछड़ रहे हैं। इसका जवाब छुपा है स्मार्ट वर्क में।


दोस्तों, स्मार्ट वर्क की शुरुआत आपके वर्क की शुरुआत के साथ ही हो जाती है। सबसे पहले पैन एक वर्क स्टेशन बनाएँ, यानि अपनी पढ़ाई के लिए एक appropriate जगह चुने। उस जगह को इस तरह तैयार करे जहां शोरगुल और distractions ना हों। उस जगह पर नोट्स, maps, charts, इत्यादि लगाने का भी बंदोबस्त करें ताकि पढ़ते समय आप इन्हें आसानी से रिफ़र कर सकें। इससे बार बार किताबें पलटने से आपका समय भी बचेगा और आपका focus भी intact रहेगा।


एक और बड़ी गलती जो अक्सर स्टूडेंट्स करते हैं वो है लंबे study sessions। यह जान लीजिये कि आपकी पढ़ाई में quantity नहीं बल्कि quality का ही महत्व होता है। और एक तय समय सीमा के बाद इंसान का दिमाग बोझिल होने लगता है और फिर आप किताबों में कितना भी झाँकते रहिए, दिमाग में कुछ नहीं जाता। आप भी अपने लिए अनुकूल study hours ही रखिए। यदि आप एक सिटिंग में एक घंटे पढ़ते हैं तो जरूरी नहीं आप जबर्दस्ती दो तीन घंटे बैठे रहें। आप एक घंटे बाद 10 – 15 मिनट का एक छोटा ब्रेक ले सकते हैं, और फिर एक घंटे पढ़ाई कर सकते हैं। यदि आप अपने sitting hours को बढ़ाना चाहते हैं तो यह काम भी gradually कीजिये। यदि आप एक घंटा पढ़ पाते हैं तो पहले उसे सवा घंटे तक बढ़ाइए, फिर डेढ़ घंटा, फिर दो।


अगला स्टेप है सिलैबस को समझना, उसे अपने सुविधा के अनुसार छोटे छोटे पार्ट्स में divide करके उसे पूरा खत्म करना। आप सबसे पहले वह सब्जेक्ट उठाये जिसमे आप सबसे ज्यादा comfortable हैं। यदि आप अपनी पसंद का विषय पढ़ते है तो आप आसानी से उसे एक महीने के अंदर पूरा खत्म कर सकते हैं। और जब आप एक पार्ट पूरा कर लेंगे तो आपका कॉन्फ़िडेंस अपने आप बढ़ जाएगा और धीरे धीरे आप उन subjects को भी पूरा कवर कर लेंगे जो आपको मुश्किल लगते हैं। कई लोग यह सोच कर मुश्किल विषय से शुरुआत कर लेते हैं कि एक बार मुश्किल subject पूरा हो गया तो आसान subject तो हो ही जाएगा लेकिन असल में होता यह है कि मुश्किल विषय को पूरा करते करते काफी समय निकल जाता है और जब तक आप अपनी पसंद के विषय पर पहुँचते हैं तब तक आपके पास समय की कमी हो जाती है।


करेंट affairs यूपीएससी का एक बहुत ही important section है। इतना कि लगभग 75 प्रतिशत सवाल कहीं ना कहीं इससे ही जुड़े होते हैं। यदि आपको यूपीएससी में सच में सफल होना है तो इस हिस्से पर पकड़ मजबूत बनानी पड़ेगी। अब इसे पूरा करने का सबसे आसान तरीका है कि आप अपने रूटीन में अखबारों और news को शामिल करें। यह काम अपनी सुविधा के अनुसार दिन में भी कर सकते हैं और रात में भी। बस इतना ध्यान रखिए कि हर दिन नियम से current affairs की पढ़ाई करें, इसके नोट्स बनाएँ और समय समय पर उसका रिवीजन करते रहें।


क्वालिटी स्टडी के लिए हर रोज सुबह- सुबह ही दिन भर का प्लान बना लें. वरना आप किताब दर किताब पलटते रहेंगे और कन्फ्यूज रहेंगे कि मैं ये पढ़ूं कि वो पढ़ूं. और इस जद्दोजेहद में आपका काफी कीमती वक्त नष्ट हो जाएगा। कई बार तो तंग आ कर आप पढ़ाई बंद भी कर सकते हैं। अपने दिन भर के गोल को किसी कॉपी या diary में नोट कर लें और जैसे जैसे tasks पूरे होते जाएँ, उन्हें मार्क करते जाएँ। रात को सोने से पहले यह जरूर देखें कि आपने दिन भर में कितने गोल पूरे किए और कितने मिस किए। हाँ, यह जरूर ध्यान में रखें कि आपके गोल रेयलिस्टिक हों। ऐसा ना हो कि आप कोई ऐसा गोल सेट कर लें जिसे पूरा ही ना किया जा सके और फिर अंत में आप इस निराशा में डूब जाएँ कि आप एक दिन का भी लक्ष्य पूरा नहीं कर पा रहे।


कई बार कोई विषय या चैप्टर या फिर कोई खास थ्योरी लाख कोशिश करने पर भी समझ में नहीं आती। उस पर अधिक वक्त बरबाद करके मूड खराब करने और निराश होने की बजाय, उस वक्त उसे छोड़ दें और दूसरी चीजें पढ़कर समय का सदुपयोग करें। बाद में अपने टीचर से मिलकर अपनी शंका का समाधान कर लें।


दोस्तों, यूपीएससी के लिए हार्ड वर्क जरूरी है, इसमे तो कोई दोराय है ही नहीं लेकिन सिर्फ हार्ड वर्क से यूपीएससी क्लियर हो जाए इसकी भी कोई गारंटी नहीं है। हाँ, यदि हार्ड वर्क में थोड़ी स्मार्टनेस मिला दी जाए तो सफलता होने के chances कई गुना बढ़ जाते हैं।