घर रहकर UPSC की  तैयारी में कौन-कौन सी समस्याएं आती हैं ?


दोस्तों, आपने अक्सर यह सुना होगा कि यूपीएससी की तैयारी घर पर रह कर बहुत अच्छे तरीके से की जा सकती है। हालांकि यह बात सच है लेकिन इस बात का एक दूसरा पहलू भी है जिसे लोग आम तौर पर इग्नोर कर देते हैं। घर पर रह कर तैयारी करने में कुछ समस्याएँ भी होती हैं जिनको नहीं समझ पाने से आप उन्हें दूर नहीं करते और परिणाम आपकी असफलता में झलकता है।


वैसे तो घर पर रह कर तैयारी करने के कई फायदे हैं जैसे आपको कहीं आने जाने के लिए समय खर्च नहीं करना पड़ता, आपको किसी कोचिंग में पैसे खर्च नहीं करने पड़ते इत्यादि लेकिन इसके बावजूद घर पर रह कर अटैरी करने के कुछ constraints हैं जिन्हें समझे बगैर आपकी तैयारी पूरी नहीं कर सकते।


Getting started – दोस्तों, हर पर रह कर तैयारी करने में सबसे पहली समस्या यह है कि आपको यह समझ नहीं आता कि शुरुआत कहाँ से करनी है। खुद से तैयारी करने में हो सकता है कि आपको syllabus को पढ़ने और समझने में ज्यादा समय लगे जबकि यदि कोई जानकार आदमी आपको syllabus समझा दे तो आपका काफी समय बच सकता है।


Vastness of syllabus – दोस्तों, यूपीएससी का syllabus बहुत व्यापक है और ऐसे में यह संभव है कि आप इसके समुद्र में खो कर रह जाएँ। इसके अलावा खुद से यह तय कर पाना कि किस पेपर की तैयारी किस phase में करनी है भी मुश्किल हो सकता है।


Lack of availability of mock tests of smaller units – घर पर रह कर तैयारी करने में एक और बड़ी समस्या mock tests की हो सकती है। घर पर आपको regular mock tests नहीं मिल पाते। इसके लिए या तो आपको previous year questions या फिर model papers पर निर्भर रहना पड़ता है और exam के हिसाब से proper type की mock test या proper amount में mock test नहीं ले पाना घातक हो सकता है। और इसके अलावा घर पर आपको खास topics के लिए mock tests भी नहीं मिल पाते।


Error handling – दोस्तों, आपने भी यह महसूस किया होगा कि जब आप exam दे कर निकलते हैं तो आपको यह लगता है कि आपने सभी सवाल सही किए हैं। कुछ यही हाल घर पर तैयारी करने में भी होता है। आप पढ़ते जाएंगे, अपने अनुसार test लेते जाएंगे और आपको पता ही नहीं चलेगा कि आप कितनी गलतियाँ कर रहे हैं और कहाँ कहाँ कर रहे हैं।


Prepare a good study plan – दोस्तों, बिना experience के कोई भी action प्लान बना पाना बेहद मुश्किल काम है। आपको अपनी क्षमताओं और सामने आने वाली चुनौतियों का अंदाज़ा ही नहीं लग पाएगा और आप plan बनाने, उसे implement करने, उसकी कमियाँ तलाशने और फिर एक नया प्लान बनाने में बहुत समय व्यर्थ कर देंगे।


Mental stress – घंटों एक जगह पर बैठ कर सिर्फ किताबों के बीच में समय बिताना बहुत stressful हो सकता है। और यह stress सिर्फ physical ही नहीं बल्कि मेंटल भी होता है और मेंटल stress के साथ कोई भी काम करना हमें desired result नहीं दे सकता। और जब आप यूपीएससी की syllabus को देखेंगे तो आपको पता चलता है कि इतना विशाल syllabus इतने कम समय में पूरा करने का pressure भी आपके दिमाग पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है


Current issues – कई बार हमें current issues की जानकारी और उसके बारे में पूरा perspective सिर्फ study material से नहीं मिल सकता और इसके लिए जरूरी है कि हम उन लोगों से टच में रहें जो हमने अलग अलग मुद्दों पर events को समझाने और एक ओपिनियन तैयार करने में मदद कर सके।


Lack of peer pressure – दोस्तों, peer pressure हमारे लिए थोड़ा सा जरूरी होता है। अकेले घर पर तैयारी करने में हमें peer pressure नहीं मिलता और इसके परिणामस्वरूप हमें यह पता नहीं चल पाता कि हम इस competition में कहाँ stand करते हैं।


तो दोस्तों, आपने देखा कि घर पर रह कर तैयारी करने में कई प्रकार की समस्याएँ आती हैं लेकिन इसका मतलब यह कतई नहीं निकालना चाहिए कि घर पर रह कर तैयारी नहीं की जा सकती। यहाँ हमने आपको कुछ समस्याएँ बताई हैं जिन्हें समय पर address करके और उनका solution ढूंढ कर आप घर पर ही तैयारी कर भी सकते हैं और सिविल सेवा परीक्षा पास भी आकर सकते हैं।