UPSC में क्यों नहीं हो रहा आपका SELECTION


उम्र भर ग़ालिब यही भूल करता रहा

धूल चेहरे पर थी और आईना साफ करता रहा।


यानि, हम अक्सर अपनी गलतियों के कारण अक्सर दूसरों में ढूंढते फिरते हैं जबकि सच्चाई तो यह है कि 99 प्रतिशत असफलताओं में गलती हमारी खुद की होती है। आपको यूपीएससी की तैयारी करने वाले ऐसे कई लोग मिलेंगे जो सालों तैयारी करते हैं लेकिन फिर भी किसी न किसी कारण उनका selection नहीं होता। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि वे अपनी गलतियाँ ढूँढने की बजाय दूसरों को दोष देते रहते हैं। और यदि आप यह चाहते हैं कि आपका ना म्भी उन लोगों क सूची में शामिल ना हो जो सालों की तैयारी के बाद भी point zero पर ही रह जाते है तो सबसे पहले गलतियों को समझिए और उन्हें दुरुस्त कीजिये। और यदि आप को समझ नहीं आ रहा कि गलती कहाँ हो रही है तो आज का यह वीडियो खास आपके लिए है।


दोस्तों, यूपीएससी में selection नहीं होने का सबसे बड़ा कारण strategic fault होता है। अक्सर हमारी रणनीति में कुछ खामियाँ होती है जिन्हें या तो हम इग्नोर कर देते हैं या उन्हें समझ ही नहीं पाते। आज हम आपको कुछ ऐसी गलतियाँ बताने जा रहे हैं जो अंजाने में ही सही मगर यूपीएससी में आपका selection रोक रही हैं।


प्री को seriously नहीं लेना – अक्सर जब स्टूडेंट्स अपनी तैयारी शुरू करते हैं तो उनका ध्यान mains पर होता है। प्री के करीब आने पर भी वे उसकी तैयारी पर फोकस नहीं करते और नतीजा यह होता है कि वे इस परीक्षा के फ़ारमैट से मात खा जाते हैं। इस बात को हमेशा ध्यान में रखिए कि इसका फ़ारमैट आपको रिजैक्ट करने के लिए ही बनाया गया है और आपके एक गलत जवाब से आप disqualify हो सकते हैं। इसीलिए प्री की तैयारी को पूरी seriousness के साथ करें और कम से कम आखिरी के 90 दिन सिर्फ और सिर्फ प्री पर फोकस करें।


CSAT की तैयारी नहीं करना – csat एक tricky पेपर है और इसकी तैयारी नहीं करने से हो सकता है कि आप इस पेपर में ही qualify ना कर पाएँ और आपके selection के chances खत्म हो जाएंगे। यह जरूरी नहीं कि आप csat के लिए अलग से तैयारी करें लेकिन परीक्षा के नजदीक आने पर कम से कम एक टेस्ट पेपर जरूर सॉल्व करें। यदि आप csat को लेकर comfortable नहीं है या आपको यह पेपर मुश्किल लगता है तो आप इसके लिए अलग से कोचिंग भी ले सकते हैं।


Test series नहीं लेना – mock test किसी भी परीक्षा को समझने का सबसे अच्छा तरीका होता है। प्री के format को समझने के लिए और exam हाल में silly mistakes से बचने के लिए mock test सबसे प्रभावी टूल है। इसके अलावा mock test आपको निरंतर आपकी तैयारी के स्तर से भी अवगत करवाता रहता है और आपको exam hall के conditions से भी थोड़ा accustomed बनाता है।


कई किताबों से पढ़ना – यूपीएससी की तैयारी का मतलब यह कतई नहीं है कि आपको ढेर सारी किताबें पढ़नी चाहिए। यकीन मानिए, यदि आप बेसिक बुक्स को भी बार बार पढ़ेंगे तो भी आपकी knowledge requisite लेवेल पर चली जाएगी। वहीं, ढेर सारी किताबें पढ़ने से confusion के भी chances होते हैं और प्री के औब्जैकटिव format में confusion एक game breaker साबित हो सकता है।


Revision नहीं करना – रिवीजन किसी भी परीक्षा का अहम भाग होता है। यदि आप रिवीजन नहीं करते हैं तो आपके मन में इन्फॉर्मेशन रिफ्रेश नहीं होती और exam में उसे recall करना मुश्किल हो सकता है। इसलिए परीक्षा के करीबी दिनों में सिर्फ रिवीजन करें और कोई भी नयी जानकारी ढूँढने से बचें।


Over excursion – यह सच है कि यूपीएससी जैसी मुश्किल परीक्षा crack करने के लिए बहुत मेहनत करनी पड़ती है लेकिन आपको कुछ समय अपने शरीर और दिमाग को आराम देने के लिए भी निकालना चाहिए। इन दोनों पर जरूरत से ज्यादा लोड देने से हो सकता है कि exam के नजदीक आते आते आपको fatigue होने लगे और आपका ध्यान पढ़ाई से हटने लगे। इसलिए अपनी पूरी तैयारी के दौरान पढ़ाई के साथ साथ थोड़ा समय recreation के लिए भी रखिए ताकि समय पर आपका शरीर और मस्तिष्क दोनों चुस्त दुरुस्त रहें।


अनुशासन की कमी - अनुशासन हीन लोग हर काम करने की कोशिश करते हैं। लेकिन उनमें किसी भी काम को करने का संकल्प नहीं होता। अनुशासित रहने के लिए आत्म नियंत्रण एवं त्याग की आवश्यकता होती है, तथा भटकना और लालच से बचना पड़ता है। इसका मतलब यह होता है कि हम लक्ष्य पर ध्यान लगाएं। जीवन में अनुशासन लाने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप एक time table बनाएँ और उसे पूरी तरह follow करें।