UPSC का संघर्ष, आज का संघर्ष कल का बेहतर जीवन
सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। यह अथक मेहनत सकारात्मक सोच आत्मबल सही निर्णय क्षमता से मिलता है। और जब बात सिविल सर्विस में सफलता पाने की हो तो उसके लिये उससे जुनून की हद तक इश्क़ करने की जरूरत होती है। यह जुनूनी इश्क ही है जो मुश्किल के दिनों में भी हमे आगे बढ़ते रहने के लिए प्रेरित करता रहता है और एक दिन हमे सफलता के शिखर पर पहुंचा देता है।
संघर्ष सभी के जीवन में आते हैं, जो लोग संघर्षों का डरे बिना सामना करते हैं, उन्हें बड़ी उपलब्धियां हासिल हो सकती हैं। हम जिस समय संघर्ष करना बंद कर देते हैं, उसी पल से हमारी योग्यता कम होने लगती है और जैसे जैसे योग्यता कम होती जाएगी जीवन में कुछ हासिल करने की क्षमता भी कम होती जाएगी।
सफलता और संघर्ष साथ-साथ चलते हैं। चुनौतियां केवल बुलंदियों को छूने की नहीं होतीं, बल्कि वहां टिके रहने की भी होती हैं। यह ठीक है कि एक काम करते-करते हम उसमें कुशल हो जाते हैं। उसे करना आसान हो जाता है, पर वही करते रह जाना हमें अपने ही बनाई सुविधा के घेरे में कैद कर लेता है। रोम के महान दार्शनिक सेनेका कहते हैं कि कठिन रास्ते भी हमें ऊंचाइयों तक ले जाते हैं। अनिश्चितताएं हमारी शत्रु नहीं हैं। कुछ स्थायी नहीं होना बताता है कि मैं और आप कोई भी जीवन की असीमित संभावनाओं को जान नहीं सकते। कभी आप अनिश्चितताओं की तरफ बढ़ते हैं तो कभी वे आपको ढूंढ़ लेती हैं। यही जीवन है। हर रात के बाद सवेरा आता ही है और यह भी सत्य है कि रात जितनी काली और भयावह होगी, सुबह उतनी ही प्रकाशमान और सुहानी होगी। गर्म हवाओं के चलने से ही जल वाष्प बनकर मेघ बनता है और फिर जीवनदायिनी वर्षा के रूप में बरसता है। जीवन में आए दुख, चिंता, तनाव और समस्या ही मनुष्य को निरंतर कर्मशील रखती है। सच तो यह है कि विपत्ति एक कसौटी है जिस पर कसकर मनुष्य का व्यक्तित्व और चरित्र जांचा-परखा जाता है। आपका हर दिन बीते दिन से अलग है। इसे स्वीकारना ही जीवन को गले लगाना है।
यूपीएससी की तैयारी भी संघर्षों की एक यात्रा है जिसके पथरीले राहों पर चले बिना सफलता मिल ही नहीं सकती। हर साल जब यूपीएससी के रिजल्ट्स announce होते हैं तो हमें संघर्षों की ऐसी कई कहानियाँ सुनने को मिलती है जो बताती हैं कि इंसान यदि कुछ ठान ले और पक्के इरादे के साथ अपनी मंजिल की ओर बढ़ता रहे तो सफलता जरूर मिलेगी।
चाहे वह उत्तराखंड के ऋषिकेश की रहने वाली नमामि बंसल हो जिनके पिता एक छोटी सी बर्तन की दुकान चालते थे लेकिन अपनी बेटी के सपनों को कभी भी मरने नहीं दिया या फिर के मैथ्यू जिनके पिता एक दिहाड़ी मजदूर थे और जो खुद एम्स में मेल नर्स थे लेकिन फिर भी अपनी समस्याओं से ज्यादा ध्यान अपने लक्ष्य पर रखा और यूपीएससी क्लियर कर लिया। हर कहानी का सार एक ही है कि संघर्ष सफलता का ही एक भाग है। अब यह आपके ऊपर है कि आप समस्याओं का रोना रोते हैं या उनका डट कर सामना करते हैं और अपनी मंजिल को हासिल कर लेते हैं।
तो आज से अपने मन में यह बात अच्छी तरह बिठा लीजिये कि मुश्किलें आपको तभी परेशान कर सकती हैं जब आप उन्हें खुद को परेशान करने देंगे। जब भी आपको ऐसा लगे कि आप मुश्किलों में घिर गए हैं तो इन बातों को याद रखिए –
• जीवन में सफलता का आशीर्वाद सिर्फ उन्हें ही मिलता है जिन्होंने कभी संघर्ष के लिए अपने कदमों को पीछे न किया हो.
• जो लोग चुनौतियों को देख कर अपना रास्ता बदल लेते हैं, वे कभी सफल नहीं हो पाते हैं, क्योंकि जहां संघर्ष नहीं है, वहां शक्ति नहीं और जहांं शक्ति नहीं, वहां प्रगति नहीं होती है.
• अपने संघर्षों की तुलना कभी भी किसी और से न करें. इसी प्रकार दूसरों की सफलता से निराश न हों, बल्कि अपनी सफलता के लिए अपना रास्ता खुद बनाओ और कभी हार मत मानो.
• बत्तख पानी के ऊपर भले ही शांत तरीके से तैरती हुई नजर आए, लेकिन वह पानी के भीतर अपने पैर लगातार हिलाती रहती है, इसलिए अपने संघर्ष की कभी किसी के साथ तुलना नहीं करना चाहिए.
• यदि आप जीवन से जुड़े संघर्ष से भागते हैं तो निश्चित तौर पर आप नई मुसीबतों को न्योता देते हैं. व्यक्ति को समय-समय पर चुनौतियों और मुसीबतों का सामना करना पड़ता है और यही जीवन का सत्य है.