आज की तारीख है 1 फरवरी, बात है साल 2003 की 16 दिन के अपने अंतरिक्ष मिशन को पूरा कर 'कोलंबिया स्पेस शटल STS-107' पृथ्वी पर वापस आने को पूरी तरह से तैयार था | सुबह 9 बजे से ठीक पहले, मिशन कंट्रोल में असामान्य रीडिंग्स नोट की गईं | बाएं विंग के सेंसर से टेम्परेचर रीडिंग नहीं मिल रहीं थीं और फिर, शटल के बाईं तरफ़ के टायर की प्रेशर रीडिंग भी गायब हो गई | नासा के स्पेस कम्यूनिकेटर ने टायर की प्रेशर रीडिंग के बारे में कोलंबिया से संपर्क करना चाहा, उधर से ठीक सुबह 8 बजकर 59 मिनट 32 सेकंड पर Rick Husband ने कोलंबिया से वापस फोन किया | उन्होंने जो वाक्य बोला उसका बस एक शब्द साफ़ सुनाई दिया, - "रोजर”
बारह मिनट बाद, जब कोलंबिया को रनवे पर होना चाहिए था | मिशन कंट्रोल को एक फोन आया | फोन करने वाले ने कहा 'एक टीवी चैनल आसमान में शटल के टूटने का वीडियो दिखा रहा है' | नासा ने इसे कॉन्टिंजेंसी घोषित कर दिया जिसके बाद नासा ने अपनी एक टीम को शटल का मलबा खोजने के लिए भेजा साथ ही एक बयान जारी कर अंतरिक्ष यात्रियों के लापता होने की घोषणा की उस समय नासा के प्रशासक रहे शॉन ओ'कीफ ने कहा 'यह वास्तव में नासा परिवार के लिए STS-107 पर उड़ान भरने वाले अंतरिक्ष यात्रियों के परिवारों के लिए, और इस राष्ट्र के लिए एक दुखद दिन है'
शटल के मलबे को ढुढ़ने में कई हफ्ते लग गए , क्योंकि शटल इतनी ऊँचाई से गिरा था की वह पूर्वी टेक्सास में लगभग 2,000 वर्ग मील के क्षेत्र में बिखरा गया था | आखिरकार नासा ने शटल के 84(चौरासी) हजार टुकड़े बरामद किए, जो वजन के हिसाब से कोलंबिया का सिर्फ 40 प्रतिशत थे | इन्हीं 84(चौरासी) हजार टुकड़ों में सभी अंतरिक्ष यात्रियों के अवशेष भी थे | कोलंबिया STS-107 में 7 लोग थे- पहला नाम Rick Husband. ये इस मिशन के कमांडर थे | माइकल एंडरसन, पेलोड कमांडर थे | इस शटल में अंतरिक्ष में जाने वाली प्रथम भारतीय महिला कल्पना चावला भी मौजूद थी | इनके अलावा डेविड ब्राउन मिशन और लॉरेल क्लार्क मिशन स्पेशलिस्ट थे विलियम मैक्कूल पायलट थे और इयान रेमन पेलोड स्पेशलिस्ट थे |
इससे पहले भी कल्पना को नासा की ओर से अंतरिक्ष मिशन में जाने का मौका मिला था | वह कोलंबिया फ्लाइट STS-87 का हिस्सा बन चुकी थी | 10.4 मिलियन माइल्स का वह सफर पृथ्वी के 252 चक्कर काटने के बाद सफल साबित हुआ था | जिसके बाद STS-107 को लॉन्च किया गया था | जिसका हिस्सा बनने का मौक एक बार फिर से कल्पना चावला को मिला था | बताया जाता है कि कोलंबिया स्पेस शटल के उड़ान भरते ही पता चल गया था कि ये सुरक्षित जमीन पर नहीं उतरेगा तय हो गया था कि सातों अंतरिक्ष यात्री मौत के मुंह में ही समाएंगे | फिर भी उन्हें इसकी जानकारी नहीं दी गई | बात हैरान करने वाली है, लेकिन यही सच है | इसका खुलासा इस हादसे के बाद मिशन कोलंबिया के प्रोग्राम मैनेजर ने किया था |
इस हादसे की जांच में पता चला कि उड़ान के बाद फोम का एक बड़ा टुकड़ा शटल के बाहरी टैंक से टूटकर अलग हुआ और इसने अंतरिक्ष यान के पंख को तोड़ दिया | यह बाद में पाया गया कि बाएं पंख पर बने छेद के चलते बाहरी वायुमंडलीय की गैसें शटल के अंदर बहने लगीं | इसके चलते सेंसर खराब हो गए और आखिर में कोलंबिया सभी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ नेस्तोनाबूत हो गया | फोम के साथ यह समस्या वर्षों से जानकारी में थी, लेकिन फिर भी इसके इस्तेमाल को जारी रखने की अनुमति देने के लिए नासा कांग्रेस और मीडिया गहन जांच के दायरे में आ गया | कोलंबिया अंतरिक्ष में उड़ान भरने वाला पहला अंतरिक्ष यान था | इसकी पहली उड़ान अप्रैल 1981(इक्यासी) में हुई और इसने इस घटना से पहले 27 मिशन सफलतापूर्वक पूरे किए थे | कोलंबिया ने अपनी 28वीं उड़ान पर 16 जनवरी, 2003 को आखिरी बार पृथ्वी छोड़ी थी |
अंतरिक्ष यात्रा के हर पल मौते के साये में स्पेस वॉक करती रहीं कल्पना चावला और उनके साथियों को इसकी भनक तक नहीं लगने दी गई कि वो सुरक्षित धरती पर नहीं आ सकते वो जी जान से अपने मिशन में लगे रहे, वो पल-पल की जानकारी नासा को भेजते रहे लेकिन बदले में नासा ने उन्हें पता तक नहीं लगने दिया कि वो धरती को हमेशा-हमेशा के लिए छोड़कर जा चुके हैं | उनके शरीर के टुकड़ों को ही लौटना बाकी है |
दोस्तों आइए अब आखिर में जानते है देश और दुनिया की आज की तारीख यानि 1 फरवरी की अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में :-
1785: वॉरेन हेस्टिंग्स ने काउंसिल की बैठक में अंतिम बार हिस्सा लिया। बैठक के बाद बंगाल के गवर्नर जनरल पद से इस्तीफा दिया।
1827: बंगाल क्लब ऑफ कलकत्ता की स्थापना हुई।
1835: ईस्ट इंडिया कंपनी ने दार्जिलिंग क्षेत्र को सिक्किम से लीज पर लिया।
1855: ईस्ट इंडिया रेलवे का ऑफिशियल उद्घाटन किया गया।
1881: दिल्ली के सबसे प्रतिष्ठित और पुराने कॉलेज सेंट स्टीफन की स्थापना हुई।
1884: डाक बीमा योजना की शुरुआत हुई थी।
1949: प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया ने एसोसिएटेड प्रेस ऑफ इंडिया का अधिग्रहण किया।
2004: हज यात्रा में भगदड़ मचने से 250 से ज्यादा लोगों की मौत और 244 घायल हुए।
2009: भारत के महेश भूपति और सानिया मिर्जा की जोड़ी ने ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट में पहली बार मिक्स्ड डबल्स का खिताब जीता।