बताया जाता है कि हैम कैमरून के जंगलों में मिला था | जिसके बाद उसको फ्लोरिडा ले जाया गया | जहां उसे मियामी रेयर बर्ड फर्म में सुरक्षित रखा गया | साल 1959(उनसठ) में अंतरिक्ष में जाने की ट्रेनिंग के लिए हैम को एयरफोर्स बेस भेजा गया | हैम की पहचान #65 (हैशटेग 65) और चैंग नाम से भी थी | 18 महीने की ट्रेनिंग के बाद हैम अंतरिक्ष में जाने के लिए तैयार हो गया | तैयारियां पूरी करने के बाद हैम को लॉन्च पैड पर लाया गया | हैम को प्रोजेक्ट मरकरी (MR-2) के तहत भेजा जाना था | लॉन्च पैड फ्लोरिडा के टापू पर था | हैम को कंटेनर में भरकर अंतरिक्ष के लिए रवाना किया गया |
उड़ान के 16:30 मिनट बाद हैम अंतरिक्ष में पहुंच चुका था | उसने 5800(अट्ठावन) किमी की स्पीड से 157(सत्तावन) किमी की उंचाई तक उड़ान भरी | अंतरिक्ष में चुनौतियां थी भारहीनता, शून्य गुरुत्वाकर्षण बल और तेज रफ्तार ,इन सबके बावजूद हैम ने शानदार काम किया जिस पर यकीन करना मुश्किल है | उड़ान के दौरान दबाव के चलते हैम के कैप्सूल को नुकसान पहुंचा था | लेकिन हैम के स्पेस सूट ने उसे बचा लिया | हैम को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचा |
अंतरिक्ष से हैम की वापसी काफी चुनौतीपूर्ण थी | लैंडिग के दौरान हैम का कैप्सूल अपने लक्ष्य से 130 मील दूर अटलांटिक महासागर में जा गिरा | घंटों बाद हैम को बचाने के लिए जहाज पहुंचा हैरत की बात थी कि इतने देर बाद भी वह जिंदा और शांत था | वापस आने के बाद जब हैम को काउच से छोड़ा गया तो उसके चेहरे पर एक मुस्कान थी | कुछ लोग इसे खुशी की मुस्कान बताते हैं तो कुछ उसे भय और चिंता का इजहार | कुछ समय बाद फटॉग्रफर ने काउच में डालकर हैम की एक और फोटो लानी चाही | लेकिन हैम ने उसमें जाने से मना कर दिया | कई लोग मिलकर भी उसको काउच में जाने के लिए मना नहीं सके | इसको देखकर यह अंदाजा लगाना आसान है कि जहाज से बचाव के समय उसके चेहरे पर खुशी की मुस्कान नहीं थी | अंतरिक्ष से आने के बाद 1963(तिरेसठ) में हैम वॉशिंगटन, डीसी स्थित नैशनल जू में भेज दिया गया | वहां वह 17 साल रहा जिसके बाद नॉर्थ कैरोलिना स्थित एक चिड़ियाघर में उसे भेज दिया गया | 18 जनवरी, 1983( तिरासी) को 26 की उम्र में हैम का निधन हो गया |
हैम की अंतरिक्ष यात्रा कई वजहों से अनूठी रही अंतरिक्ष के असहनीय माहौल और सभी चुनौतियों को हराकर हैम जिंदा वापस पृथ्वी पर लैटा इतना ही नहीं वहां हैम ने सारे कामों को सही ढंग से अंजाम दिए | उसके साहस और बहादुरी ने इंसान की अंतरिक्ष यात्रा को आसान बनाया | अगर अंतरिक्ष में अमेरिका का पहला व्यक्ति ऐलान शेपर्ड जूनियर जा सका तो यह हैम की वजह से ही संभव हो पाया |
दोस्तों आइए अब आखिर में जानते है देश और दुनिया की आज की तारीख यानि 31 जनवरी की अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में :-
आज ही के दिन साल 1958 (अट्ठावन) में अमेरिका ने पहला आर्टिफिशियल स्पेस सैटेलाइट अंतरिक्ष में भेजा था |
साल 1966 (छियासठ) में सोवियत संघ ने मानवरहित लूना-9 स्पेस क्राफ्ट की लॉन्चिंग की थी |
वहीं साल 1975 (पचहत्तर) में बॉलीवुड एक्टर प्रीति जिंटा का जन्म हुआ था |
आज ही के दिन साल साल 1989 (नवासी) में कोलंबिया विमान को हाईजैक किया और इसमें सवार 122 लोगों को किडनैप कर कोस्टारिका ले जाया गया था |
साल 1996 (छियानबे) में आज ही के दिन श्रीलंका में आत्मघाती हमला हुआ। इसमें 86 लोगों की मौत हुई। 1400 से ज्यादा लोग घायल हुए |
वहीं साल 2004 में पाकिस्तानी न्यूक्लियर प्रोग्राम के जनक डॉक्टर अब्दुल कादिर खान को PM के पर्सनल एडवाइजर पद से हटाया गया था |
साल 2010 में अवतार दो बिलियन डॉलर की कमाई करने वाली दुनिया की पहली फिल्म बनी |
आज ही के दिन 31 जनवरी को साल 2020 में UK आधिकारिक तौर पर यूरोपियन यूनियन से अलग हो गया था |