भारत-श्रीलंका संबंध

• भारत और श्रीलंका हिंद महासागर क्षेत्र में स्थित दो दक्षिण एशियाई देश हैं। भौगोलिक रूप से देखें तो श्रीलंका पाक जलसंधि द्वारा विभाजित भारत के दक्षिणी तट से कुछ दूर स्थित है।

• इस निकटता का दोनों देशों के बीच संबंधों पर बहुत प्रभाव पड़ा है। 

• कई समुद्री मार्गों के केंद्र में श्रीलंका का होना इसे हिंद महासागर में भारत के लिये नियंत्रण का बिंदु बनाता है, जो व्यापार और सैन्य गतिविधियों के लिये  सामरिक रूप से महत्त्वपूर्ण जलमार्ग है।


भारत-श्रीलंका ऐतिहासिक संबंध

• भारत और श्रीलंका के बीच प्राचीन काल से ही सांस्कृतिक, धार्मिक और व्यापारिक संबंधों का एक लंबा इतिहास रहा है। 

• दोनों देशों के बीच मज़बूत सांस्कृतिक संबंध हैं, कई श्रीलंकाई अपनी विरासत की जड़ें भारत में खोजते हैं। बौद्ध धर्म जिसकी उत्पत्ति भारत में हुई थी, श्रीलंका में भी एक महत्त्वपूर्ण धर्म है।


भारत-श्रीलंका आर्थिक संबंध

• अमेरिका और ब्रिटेन के बाद भारत श्रीलंका का तीसरा सबसे बड़ा निर्यात गंतव्य है। श्रीलंका के 60% से अधिक का निर्यात भारत-श्रीलंका मुक्त व्यापार समझौते के अंतर्गत होता है। भारत श्रीलंका में एक प्रमुख निवेशक भी है।

• भारत से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) वर्ष 2005 से 2019 के बीच लगभग 1.7 बिलियन अमेरिकी डॉलर था।


भारत-श्रीलंका रक्षा संबंध

• भारत और श्रीलंका संयुक्त सैन्य (मित्र शक्ति) और नौसेना अभ्यास (SLINEX) आयोजित करते हैं।


भारत-श्रीलंका विवादित मुद्दे

• श्रीलंकाई नौसेना द्वारा भारतीय मछुआरों की हत्या दोनों देशों के बीच एक पुराना मुद्दा है। 

• वर्ष 2019 और वर्ष 2020 में कुल 284(चौरासी)  भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार किया गया तथा कुल 53(तिरेपन) भारतीय नौकाओं को श्रीलंकाई अधिकारियों ने ज़ब्त कर लिया। 

• श्रीलंका में चीन का तेज़ी से बढ़ता आर्थिक हित और परिणाम के रूप में राजनीतिक दबदबा भारत-श्रीलंका संबंधों को तनावपूर्ण बना रहा है। 

• चीन पहले से ही श्रीलंका में सबसे बड़ा निवेशक है, जो कि वर्ष 2010-2019 के दौरान कुल प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) का लगभग 23.6% था, जबकि भारत का हिस्सा केवल 10.4 फीसदी है।