होमी भाभा की मृत्यु कब और कैसे हुई?
आज की तारीख है 24 जनवरी होमी जहांगीर भाभा देश और दुनिया के लिए जाना माना नाम है। भारत के लिए भाभा जहां देश का गौरव थे वहीं अमेरिका के लिए वह दहशत का पर्याय बन चुके थे। आज की ही तारीख यानि २4 जनवरी को भाभा वियना में एक कांफ्रेंस में हिस्सा लेने जा रहे थे | उनकी ये यात्रा आखिरी यात्रा बन गई | दरअसल इसी दिन एयर इंडिया का एक विमान मुंबई से न्यूयॉर्क जा रहा था। लेकिन अमेरिका पहुंचने से पहले ही यह विमान यूरोप के माउंटेन रेंज में क्रैश हो गया। इस हादसे में भाभा समेत 117 लोगों की जान गई थी। कहा जाता है कि होमी जहांगीर भाभा की मौत के पीछे अमेरिकी खुफिया एजेंसी का हाथ था | ऐसा इसलिए कहा जाता है क्यूंकि विमान हादसे के तीन महीने पहले भाभा की एक घोषणा ने दुनिया के बड़े मुल्कों को चौंका दिया था। भाभा ने ऑल इंडिया रेडियो पर घोषणा करते हुए कहा था कि अगर उन्हें छूट मिले तो वे 18 महीने में एटम बम बनाकर दिखा सकते हैं। उनकी दूरदर्शी सोच का ही नतीजा था कि भारत इस क्षेत्र में लगातार तरक्की कर रहा था जिससे अमेरिका काफी डर गया था। अमेरिका की सोच थी कि यदि भारत इस मुहिम में कामयाब रहा तो यह उसके लिए और पूरे दक्षिण एशिया के लिए खतरनाक होगा। इसके लिए उसने सीआईए की मदद से उस विमान में समान रखने वाली जगह में बम फिट करवाया था।
भारत के न्यूक्लियर एनर्जी प्रोग्राम को रोकने के लिए भाभा की मौत की साजिश रची गई थी। इस हादसे की वजह से भारत को जबरदस्त धक्का लगा और भारत ने अपने सर्वश्रेष्ठ वैज्ञानिक को खो दिया था। यह विमान किसी खराबी की वजह से हादसा का शिकार हुआ था या इसके पीछे कोई साजिश थी, इस बात को लेकर आज तक सवाल बना हुआ है।
हादसे के 42 साल बाद 2008 में एक दावा किया गया | एक पत्रकार ग्रेगरी डगलस और CIA के अधिकारी रॉबर्ट टी क्राओली के बीच हुई कथित बातचीत को फिर से पेश किया था। इस बातचीत में CIA अधिकारी रॉबर्ट के हवाले से कहा गया| 'हमारे सामने समस्या थी। भारत ने 60 के दशक में आगे बढ़ते हुए परमाणु बम पर काम शुरू कर दिया था। उन्होंने इस बातचीत में रूस का भी जिक्र किया है जो भारत की मदद कर रहा था। भाभा का उल्लेख करते हुए CIA अधिकारी ने कहा 'मुझपर भरोसा करो, वह खतरनाक थे। उनके साथ एक दुर्भाग्यपूर्ण ऐक्सिडेंट हुआ। वह परेशानी को और अधिक बढ़ाने के लिए वियना की उड़ान में थे तभी उनके बोइंग 707 के कार्गो में रखे बम में विस्फोट हो गया।
होमी जहांगीर भाभा का जन्म कब और कहां हुआ था?
भाभा का जन्म 30 अक्टूबर 1909 को बॉम्बे में हुआ था। उनके पिता जाने माने वकील थे। अपने अंकल की सलाह पर वह कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी गए थे। वहां से आने के बाद उन्होंने कुछ समय जमशेदपुर में टाटा स्टील में भी काम किया। बॉम्बे के टाटा इंस्टिट्यूट की स्थापना में उनका अहम योगदान था। भाभा भारत ही नहीं बल्कि विश्व में जाने माने वैज्ञानिक थे। उन्हें 'आर्किटेक्ट ऑफ इंडियन एटॉमिक एनर्जी प्रोग्राम' भी कहा जाता है।
होमी भाभा भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू के काफी नजदीक थे। साथ ही दुनिया के उन चुनिंदा लोगों में से थे जो उन्हें भाई कहकर पुकारते थे। भाभा 1950 से 1966 तक परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष थे। तब वे भारत सरकार के सचिव भी हुआ करते थे। कहते हैं कि सादगी पसंद भाभा कभी भी अपने चपरासी को अपना ब्रीफकेस नहीं उठाने देते थे।
दोस्तों आइए अब आखिर में जानते है देश और दुनिया की आज की तारीख यानि 24 जनवरी की अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं के बारे में :-
1556: चीन के शेन्सी प्रांत में आए भूकंप में 8 लाख 30 हजार लोगों की मौत हुई ।
1857: कोलकाता यूनिवर्सिटी की स्थापना हुई। 1945: हिन्दी फिल्मों के निर्माता-निर्देशक सुभाष घई का जन्म हुआ।
1950: 'जन गण मन' देश के राष्ट्रगान के रूप में स्वीकार किया गया।
1951: प्रेम माथुर कमर्शियल लाइसेंस हासिल करने वाली पहली महिला पायलट बनीं।
1965: दूसरे विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटेन के प्रधानमंत्री रहे विस्टन चर्चिल का 90 साल की उम्र में निधन हुआ।
2004: में लॉन्च किया गया रोबोटिक रोवर अपॉर्चुनिटी की मंगल ग्रह पर लैंडिग हुई।
2011: भारत रत्न हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायक पंडित भीमसेन जोशी का निधन हुआ।