Upsc हमारे देश की सबसे सम्मानित परीक्षा मानी जाती है। इस परीक्षा का मान इतना ऊंचा है कि इसमे चूक जाने वालों को भी आदर से देखा जाता है। यूपीएससी की तैयारी करने वालों के बारे में यह धारणा बहुत आम है कि उनकी जानकारी का भंडार किसी भी अन्य student से अधिक होता है। कहने वाले तो यहाँ तक कहते हैं कि जिसने यूपीएससी की तैयारी पूरी ईमानदारी से की हो वह दुनिया कि किसी भी परीक्षा की तैयारी कर सकता है। आखिर कितनी सच्चाई है इन बातों में? आइए जानते हैं | 

दोस्तों सच कहा जाए तो यूपीएससी की परीक्षा का pattern और syllabus कुछ ऐसा है कि इसमे भारत की हर घटना, हर विचार और हर पक्ष पर किसी न किसी तरह से चर्चा हो ही जाती है। अब देखिये न साल 2011 के बाद से जब से prelims में वैकल्पिक विषय के बदले CSAT को डाला गया है तब से कैट और बैंकिंग की तैयारी करने वाले स्टूडेंट्स को भी इस परीक्षा में सफल होने की आस जागने लगी है। लेकिन अगर इस स्थित को उल्टा कर के देखें तो हम कह सकते हैं कि CSAT की तैयारी करने से अन्य परीक्षाओं की भी तैयारी आसानी से की जा सकती है। हालांकि यह भी सच है कि अन्य परीक्षाओं की तैयारी के लिए आपको CSAT पर थोड़ा ध्यान देना पड़ेगा। 

इसी प्रकार यूपीएससी की तैयारी करने से आप अन्य राज्यों की सिविल सर्विसेस की भी तैयारी आसानी से कर सकते हैं । राज्यों की PCS और यूपीएससी के सिलैबस में कोई खास फर्क नहीं होता। और अब तो कई राज्यों ने अपनी परीक्षा का pattern भी यूपीएससी जैसा ही कर दिया है। इसके पीछे उनका मकसद साफ है कि जो स्टूडेंट्स यूपीएससी में थोड़े से अंकों से चूक गए हैं उन्हें अपने राज्य में सिविल सेवक बनने का अवसर प्रदान करना। आपने कसर देखा भी होगा कि राज्यों के PCS परीक्षा में जो students अच्छा प्रदर्शन करते हैं वे यूपीएससी के कैंडिडैट रह चुके होते हैं। 

इसी प्रकार केंद्र सरकार की सेवाओं में नियुक्ति के लिए होने वाली एसएससी की परीक्षा हो या फिर राज्यों की अपनी नियुक्ति परीक्षा, इन सभी की तैयारी आप यूपीएससी की तैयारी में ही पूरा कर सकते हैं। दोस्तों, सरकारी सेवाओं के लिए होने वाली परीक्षाओं के सिलैबस में बहुत ज्यादा फर्क नहीं होता, अंतर है तो सिर्फ पैटर्न और मोड ऑफ exam का। हाँ कुछ राज्यों में भाषा की बाधा आ सकती है, विशेषकर दक्षिण भारत के राज्यों में लेकिन यदि आप इस बाधा को दूर कर सकते हों, तो आप इन exams में भी अच्छा प्रदर्शन कर सकते हैं। और यकीन मानिए इन भाषायी बाधाओं को दूर करने का साहस भी एक यूपीएससी aspirant ही दिखा सकता है। क्योंकि सिर्फ एक यूपीएससी aspirant ही अपने आप को उस मानसिक परिस्थ्ति तक ले जा सकता है जहां उसके लिए कुछ भी असंभव नहीं होता। 

cसिर्फ इतना ही नहीं यूपीएससी की तैयारी करने से आप private नौकरी या psu में नौकरी के लिए होने वाली परीक्षाओं में भी अच्छा कर सकते हैं। यूपीएससी जकी तैयारी करने से आपके अंदर ज्ञान का एक भंडार तैयार होता रहता है और आपको तो पता ही है कि ज्ञान कभी व्यर्थ नहीं जाता। यकीन मानिए कि जो ज्ञान आपने यूपीएससी की तैयारी के दौरान अर्जित किया है उसका लाभ आपको जरूर मिलेगा। यदि आप देखेंगे तो आपको ऐसे कई उदाहरण मिल जाएंगे जिन्होने यूपीएससी की तैयारी तो की लेकिन उमसे असफल होने के बावजूद अन्य क्षेत्रों में अपनी एक अलग पहचान बनाई है। 

जब कोई आई.ए.एस. की तैयारी करने वाला विद्यार्थी प्राइवेट कम्पनी में नौकरी के लिए जाता है, तो निश्चित रूप से सामान्य ज्ञान की बदौलत वह बेहतर परफॉरमेंस देता है। यदि वह इन्टरव्यू तक पहुँच चुका था, तो उसकी यह उपलब्धि इन्टरव्यू लेने वालों पर बहुत अच्छा असर छोड़ती है। आई.ए.एस. की परीक्षा की चुनौतियों और कठिनाइयों से लगभग-लगभग हर पढ़ा-लिखा व्यक्ति अच्छी तरह से परिचित होता है। ऐसे कैंडीडेट को देखकर वह समझ जाता है कि इसमें कोई न कोई तो विशेष बात है ही, खासकर उन अन्य लोगों की तुलना में, जो यहाँ इन्टरव्यू देने आए हैं।

तो डरिए मत, यूपीएससी की यह राह मुश्किल जरूर है लेकिन यकीन रखिए कि ईमानदारी से इस राह पर चलते रहने से आप कहीं ना कहीं तो जरूर पहुंचेंगे।