देश-दुनिया की ख़बर रखने वाले प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में जुटे छात्रों के बीच एक नाम बहुत फ़ेमस है ये नाम कोई और नहीं  बल्कि ख़ान सर हैं | जो अपने 'यूट्यूब चैनल' पर जनरल साइंस के मुश्किल से मुश्किल टॉपिक को भी आसानी से समझा देते हैं | उनका समझाने का अंदाज़ ऐसा कि आम आदमी को भी ये आराम से समझ आ जाता है | ख़ान सर का यूनिक टीचिंग स्टाइल है | वो पढ़ाते समय भोजपुरी और मैथिली भाषा का प्रयोग करते हैं| जो उनको दूसरे टीचर्स से अलग बनाता है | इनके वीडियो सोशल मीडिया ही नहीं लोगों के व्हाट्सएप स्टेटस पर भी पाए जाते हैं लेकिन यह प्रसिद्ध उन्हें इतनी आसानी से नहीं मिली हैं | इसके लिए उनको कड़ी मेहनत करनी पड़ी आइए जानते हैं ख़ान सर की सफलता की कहानी |


ख़ान सर बिहार के पटना के रहने वाले मशहूर टीचर हैं  उनका जन्म एक मिडिल क्लास फ़ैमिली में गोरखपुर में हुआ था | इनका पूरा नाम तो किसी को नहीं पता  लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि इनका नाम फैजल ख़ान है | वहीं कुछ का कहना है कि इनका नाम अमित सिंह है | मगर अभी तक उन्होंने स्वयं अपने नाम का खुलासा पब्लिक डोमेन में नहीं किया है | ख़ान सर टीचिंग के ज़रिये अपनी आजीविका चलाते हैं | वो ऑनलाइन और ऑफ़लाइन छात्रों को G.S की कोचिंग देते हैं |


ख़ान सर का यूट्यूब पर Khan GS Research Centre के नाम से चैनल है | इसके सब्सक्राइबर्स मिलियन में हैं | इनके वीडियो आते ही यूट्यूब पर वायरल हो जाते हैं जिन पर मिलियन की संख्या में व्यूज़ आते हैं |



बात करें इनके बचपन की तो ख़ान सर बचपन से पढ़ने में इतने तेज़ नहीं थे  इसके चलते उनकी मां से उन्हें खूब डांट खानी पड़ती थी | 9वीं कक्षा पास करने के बाद उनके अंदर फ़ौजी बनने का सपना पनपने लगा | 12वीं पास करने के बाद उन्होंने NDA की परीक्षा दी | इसमें वो पास हो गए  लेकिन मेडिकल टेस्ट में फ़ेल हो गए | टेस्ट में उनके हाथ सीधे न होने के चलते उन्हें फ़ेल कर दिया गया था | इसके बाद ख़ान सर निराश हो गए | और वो सोचने लगे अब क्या किया जाए |


माता-पिता के समझाने पर पढ़ाई जारी रखी | इसके बाद इन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से एम.एस.सी. की पढ़ाई पूरी की इन्होंने IIT एंट्रेंस की तैयारी की  लेकिन एग्ज़ाम के दिन ये सोते रह गए और वो टेस्ट न दे सके | इसके बाद वो निराश हो गए और तब इनके बचपन के दोस्तों ने इनको टीचिंग करने का आइडिया दिया | होम ट्यूशन से इनके पढ़ाने का सफ़र शुरू हुआ और पटना के कोचिंग सेंटर तक पहुंचा | यहां उनका पढ़ाने का स्टाइल बच्चों को बहुत पसंद आने लगा  वो अकसर बच्चों को उनके कोर्स से अधिक पढ़ा दिया करते थे | इस पर कोचिंग सेंटर्स को आपत्ति होने लगी |


तब उन्होंने ख़ुद का कोचिंग सेंटर शुरू किया | कुछ पार्टनर ने कोचिंग सेंटर में पैसा लगाया लेकिन बाद में धोखा दिया | उन्होंने क्लासेस चलने के बाद उसे हड़प लिया | अब फिर से ख़ान सर निराश हो गए और उनके पास घर लौटने तक के पैसे नहीं बचे | तब वो निराशा में गंगा किनारे बैठे रहे | उन्हें फिर से कोचिंग सेंटर शुरू करने में छात्रों ने भी मदद की | उन्होंने जिन ग़रीब बच्चों को मुफ़्त में पढ़ाया था उनमें से कुछ ने आकर नया कोचिंग सेंटर शुरू करने में मदद की |


कोचिंग सेंटर चलने लगा तो एक बार उनकी कोचिंग के बाहर बम फट गया | उनके कैंपस के बाहर सारे कोचिंग सेंटर बंद हो गए | फिर छात्रों ने ही उनको कहा कि आप कोचिंग शुरू कीजिए डरने की ज़रूरत नहीं है | सुबह बम फटा था और शाम को क्लास लगी | इसके बाद आ गई कोरोना महामारी इसकी वजह से पूरे देश में लॉकडाउन लग गया | तब इन्हें घर आना पड़ा | यहां उन्हें ऑनलाइन कोचिंग देने का आइडिया दोस्तों ने बताया | अब गांव में कुछ व्यवस्था नहीं थी तो एक कोचिंग सेंटर में किसी तरह वीडियो बनाकर पढ़ाना शुरू किया | मगर वीडियो की आवाज़ क्लीयर न होने के कारण उसे रोकना पड़ा | अब ऑनलाइन कोचिंग देने के लिए भी उनको पटना जाने की दरकार थी | तब वो लॉकडाउन में एक ट्रक ड्राइवर के क्लीनर बनकर गांव से पटना पहुंचे थे | यहां बांस पर ट्यूबलाइट बांधकर एक कमरे में Khan Sir ने बच्चों के लिए वीडियो बना कर ऑनलाइन क्लास शुरू की |


इसके बाद इनके एक दोस्त ने कैमरे और बाकी टेक्निकल चीज़ों में इनकी मदद की लोगों को समझ आने लगा और इनकी क्लासेस हिट होने लगी यूट्यूब चैनल के बाद ख़ान सर ने APP (KHAN SIR OFFICIAL) भी बना ली अब उनकी सामग्री उस पर भी उपलब्ध थी ख़ान सर के वीडियो यूट्यूब पर आते ही हिट हो जाते हैं इनके वीडियो की ख़ासियत ये है कि ये समस्याओं के हल भी अंत में बताते हैं | इसलिए इनके वीडियो सेलेब्स भी अपने सोशल मीडिया पर शेयर करते हैं |