यूपीएससी का नाम सुनते ही हमारे दिमाग में सिविल सेवा का ध्यान आता है। लेकिन सिविल सेवा के अलावा और भी कई प्रतिष्ठित सेवायें जो आज कल के युवाओं को काफी आकर्षित कर रहे हैं। ऐसी ही एक सेवा है भारतीय इंजीनियरिंग सेवा यानि आईईएस। यह परीक्षा देश के होनहार engineers को राष्ट्र निर्माण में योगदान देने के लिए मौका देती है। 


IES का पूरा नाम इंडियन इंजीनियरिंग सर्विसेज (Indian Engineering Services) है। IES परीक्षा उस सेवा विषय से संबंधित है|  जिसके द्वारा अंतिम रूप से चयनित उम्मीदवार एक Techno-Managerial Officer के रूप में भारत सरकार की विभिन्न इंजीनियरिंग, तकनीक एवं प्रबंधन से जुड़े कामों  की ज़िम्मेदारी संभालने का काम करते हैं। यह परीक्षा भले ही सिविल सेवा परीक्षा से अलग हो लेकिन इसमे भी सक्सेस रेट बहुत ही कम है।


भारतीय इंजीनियरिंग सेवा का आयोजन तीन चरणों में किया जाता है। जिसमें प्रथम दो चरणों में लिखित परीक्षा होती है। प्रथम चरण में 2 पेपर होते हैं। पेपर वन में वर्तमान में समसामयिक मुद्दे, इंजीनियरिंग एप्टीट्यूड तथा सामान्य अध्ययन के विषयों से प्रश्न होते हैं। पेपर 2 के प्रश्न संबंधित इंजीनियरिंग डिसिप्लिन से होता है। दूसरा चरण भी दो स्टेज में होता है, यहां दोनों ही परीक्षा के प्रश्न पत्र संबंधित इंजीनियरिंग डिसिप्लिन से रहते हैं।



आईईएस परीक्षा तैयारी के टिप्स -


समान्य अंग्रेजी

मूल अंग्रेजी व्याकरण की किताबे पढ़ें, और शब्दों, भाषण के हिस्सों और काल के उपयोग के बारे में अवधारणा स्पष्ट करें। दैनिक आधार पर कुछ नए शब्द सिखने की कोशिश करें इससे आप को अपनी शब्दावली बढ़ाने में मदद मिलेगी। हर दिन एक दैनिक अंग्रेजी अखबार पढने की आदत डाले इससे आप के ज्ञान और अंग्रेजी शब्दावली में बढ़ोतरी होगी। जितना सम्भव हो उतने सामान्य अंग्रेजी के पिछले प्रश्नपत्रों को हल करें,क्योंकि वे आप को इन्फॉर्मेशन के साथ साथ पैटर्न और आप परीक्षा से क्या उमीद रख सकते है|  इसका ज्ञान देंगे।


सामान्य ज्ञान

इस सेक्शन की तैयारी करने के लिए, देश व दुनिया में क्या हो रहा है| इसके प्रति उम्मीदवार को जागरूक होना होगा। नियमित रूप से समाचार पत्र पढ़ें और समाचार चेनल देखे  ताकि आप को पता चलता रहें  की आप के आसपास क्या हो रहा है। जितना सम्भव हो सके जरनल नॉलेज की पुस्तकों का अध्ययन करना चाहिए मगर ज्यादा फोकस करेंट events पर रखना चाहिए। पिछले प्रश्नपत्रों का सन्दर्भ ले जिससे आपको परीक्षा में पूछे जाने वाले सवालों का एक अंदाज़ा मिल सके।


जनरल टिप्स

IES Exam के लिए तैयारी उम्मीदवार को स्नातक पाठ्यक्रम के साथ ही शुरू कर देनी चाहिए। इसके लिए उम्मीदवार स्नातक पाठ्यक्रम के दौरान पढ़ाये गए प्रत्येक विषय को गहनता से अध्ययन करना चाहिए। पढ़ाई के दौरान concepts को समझने की कोशिश करनी चाहिए और किसी भी विषय को छोड़ना नहीं चाहिए। याद रखें यह कठिन परीक्षा है|  तो इसकी तैयारी के लिए आप को अपना सौ प्रतिशत देना होगा|


जब आप प्रश्नों का उत्तर देते है|  तो बहुत तार्किक रहें  अपने उत्तरों को विषय के बारें में अपने ज्ञान को प्रदर्शित करना होगा।  इसलिए गहराई से सवालों का जबाब देने की कोशिश करें


परीक्षा के पहले चरण में नेगेटिव मार्किंग भी होती है। इसीलिए किसी सवाल का जबाब तुक्के से देने का प्रयास न करें। जिन सवालों के जवाब को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हों उनके ही जवाब दें।


जितना सम्भव हो उतना पिछले सालों के प्रश्नपत्रों को हल और स्टडी करें  इससे एक तो आप को परीक्षा का पैटर्न समझ आ जाएगा दूसरा यह आपको परीक्षा के लिए तैयार करेगा।


engineering papers में उन अभ्यर्थियों को लाभ मिलता है|  जो जबाब को एक प्रभावी व्यवस्थित तरीके से प्रस्तुत करते है। आपके जवाब to the point होने चाहिए और उनमे जितना अधिक diagrams और charts का प्रयोग करेंगे, आपका जवाब उतना ही प्रभावशाली होगा। उत्तर देते समय गति और उसकी शुद्धता के साथ समय का भी ख्याल रखना चाहिए। subjective papers में हर सवाल को attempt करने की कोशिश करें।


आप IES Exam के लिए औपचारिक कोचिंग जाने पर भी विचार कर सकते है। लेकिन यह पूरी तरह आप पर निर्भर है| क्योंकि ऐसे मामलों में परीक्षार्थियों ने स्वयं अध्ययन द्वारा भी शीर्ष स्थान प्राप्त किए है।


और अंत में अपने ऊपर भरोसा रखें  और आश्वस्त रहें  की आप IES Exam को उत्तीर्ण करने में सक्षम है। आप में यह सकारात्मक रुख निश्चित रूप से इस परीक्षा को उत्तीर्ण करने में आप की मदद करेगा।