आईएएस का फिजिकल कैसे होता है?
वैसे तो आईएएस बनने के लिए कोई खास फ़िज़िकल रिक्वाइरमेंट नहीं होती लेकिन फिर भी यूपीएससी ने कुछ बेसिक शारीरिक मानदंड तय किए हैं। जैसे उम्मीदवारों की आंखों में उचित दृष्टि (Proper Vision) होनी चाहिए।
अगर दृष्टि पूरी तरह ठीक ना हो तो चश्मो की मदद से उन्हें ठीक किया जा सकता है। यूपीएससी सिविल सेवाओं के लिए कुछ और भी शारीरिक मानक यानि Physical Standards हैं, जिनमे अभ्यर्थी की ऊंचाई, वजन, छाती, आदि शामिल है। अगर आईएएस बनने के लिए हाइट की बात की जाए तो इसकी कोई निश्चित रिक्वायरमेंट नहीं है यानी कि अगर आप अच्छे अंक प्राप्त कर लेते हैं तो आपकी हाइट मायने नहीं रखती है।
आपकी हाइट कितनी भी हो सकती है वह चाहे 2 फुट की हो 5 फुट की हो या 7 फुट की हो इसकी कोई स्पेशल रिक्वायरमेंट नहीं होती है। इसी प्रकार आईएएस बनने के लिए वजन कितना होना चाहिए इसकी भी कोई निश्चित रिक्वायरमेंट नहीं है। अगर आपको लगता है कि आपका वजन ज्यादा है तो आपको फिजिकल से पहले दो-तीन महीने का वक्त मिल जाता है \
जिसमें कि आप अपना वजन को कम या बढ़ा सकते हैं। हालांकि यह जरूरी बिल्कुल भी नहीं है। क्यूँकि जैसा कि हमने कहा शारीरिक योग्यता ज़्यादा मायने नहीं रखती है। आपको बता दें कि मेडिकल टेस्ट के दौरान हुए आपका सुनने की क्षमता भी चेक किया जाता है। हालांकि कोई दिक्कत होने पर वह आपको रिजेक्ट नहीं करेंगे लेकिन फिर भी हियरिंग टेस्ट compulsory होता है।
अब सवाल उठता है कि आखिर दिव्यांगता क्या और उन्हें किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है? यह ऐसी शारीरिक एवं मानसिक अक्षमता है जिसके चलते कोई व्यक्ति सामान्य व्यक्तियों की तरह किसी कार्य को करने में अक्षम होता है। भारत में तकनीकी दृष्टि से ऐसे व्यक्ति को दिव्यांग माना गया है जो चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्रमाणित 40 प्रतिशत से कम दिव्यांगता का शिकार न हो। यूपीएससी उम्मीदवारों की शारीरिक क्षमता के आधार पर कोई भेद भाव नहीं करता है।
बल्कि आयोग तो दिव्यांग जनों को आगे बढ़ाने के लिए उनके लिए आरक्षण की भी व्यवस्था करता है। इसके अंतर्गत उन्हें number of attempts और maximum age जैसी शर्तों में उन्हें छूट मिलती है। एक ph कैंडिडैट को 9 attempts मिलते हैं और उनके लिए maximum age भी 42 वर्ष है। प्रति वर्ष यूपीएससी द्वारा निर्धारित कुल रिक्तियों में से कुछ रिक्त स्थान शारीरिक रूप से विकलांग (Physically Handicapped Category) श्रेणी के लिए आरक्षित होते हैं। ये श्रेणियाँ हैं - एलडीसीपी (LDCP) यानि Locomotor Disability and Cerebral Palsy, (B/LV) अथवा अन्धता / कम दिखाई देना (Blind/ Low Vision) और Hearing Impaired (HI) यानि बहरापन। हालांकि, IPS बनने के लिए कुछ शारीरिक योग्यता भी रखी जाती है और
उन्हें पूरा करना बहुत ही जरुरी है। इसके लिए निम्न प्रकार से शारीरिक योग्यता रखी गयी है - लम्बाई – पुरुषों की लम्बाई 165 से.मी. होनी चाहिए व महिलाओं की लम्बाई 150 से.मी. होनी चाहिए. Chest – पुरुषों का चेस्ट 84 से.मी. होना चाहिए व महिलाओं की 79 से.मी. होनी अनिवार्य हैं. Eye Site – स्वस्थ आंखों का विज़न 6/6 या 6/9 होना चाहिए. कमजोर आंखों का विज़न 6/12 या 6/9 होना अनिवार्य हैं.