IAS हनुल चौधरी  UPSC सफलता की कहानी


यूपीएससी की तैयारी करने वाले हर स्टूडेंट को यह सवाल जरूर परेशान करता है कि अच्छे नोट्स कैसे तैयार किए जा सकते हैं? यह एक ऐसा पहलू है जिसे आप स्किप नहीं कर सकते हैं। यदि आप वाकई इस परीक्षा को लेकर serious है और चाहते हैं कि इस परीक्षा में आप अच्छे अंक हासिल करें तो आपको notes बनाना आना चाहिए। दरअसल exam के last moments में यही नोट्स हैं जो revision के काम आते हैं। इसीलिए आज के वीडियो में हम जानेंगे कि यूपीएससी के लिए बढ़िया नोट्स कैसे तैयार कर सकते हैं?

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हनुल चौधरी सफलता की कहानी

देश की सबसे कठीन परीक्षाओं में से एक यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन (UPSC) को क्लीयर करने के लिए कड़ी मेहनत, जुनून, धीरज, पॉजिटिव अप्रोच और इसी तरह के कई और गुणों की आवश्यकता होती है.

शाहपुरा| सिविल सर्विसेज परीक्षा 2018 में 191 भी रैंक हासिल करने वाले शाहपुरा निवासी हनूल चौधरी को शनिवार को जारी सूची में आईएस सर्विसेज आवंटित की गई है।

पिता आरपी पवन कुमार चौधरी ने बताया कि हनूल ने सिविल सर्विसेज परीक्षा 2018 के 5 अप्रैल को जारी हुए परिणाम में 191 रैंक हासिल की थी। संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आवंटित की गई सूची में हनूल चौधरी का आईएएस सर्विसेज आवंटित गई है। उन्होंने बताया कि हनुल ने पूर्व में आईएफएस परीक्षा में भी ऑल इंडिया में 30 वी रैंक व इसरो में 121वीं रैक प्राप्त की थी। हनूल मैथ ओलिंपियाड विजेता रह चुका है। 

छोड़ दी सभी प्रकार की वैकलपिक कार्य

शाहपुरा  के रहने वाले हनूल चौधरी ने 12वीं तक की पढ़ाई अपने ही शहर से की. 12वीं के बाद उन्होंने इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रॉनिक्स से बीटेक किया.

इस स्ट्रैटजी से क्लीयर की UPSC

हनुल चौधरीने बताया कि उन्होंने ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में सबसे पहले गणित चुना, उनके टीचिंग इतिहास को देखते हुए यह सब्जेक्ट उनके लिए स्कोरिंग था. कोचिंग मटेरियल के बजाय उन्होंने इंटरनेट से हेल्प ली और यूपीएससी की तैयारी की. रिवीजन के साथ ही उन्होंने करीब 80 से 100 मॉक टेस्ट पेपर सॉल्व किए. 

दिन में इतने घंटे करते थे पढ़ाई

IAS हनुल चौधरी ने बताया कि वे दिन में 8 से 9 घंटे पढ़ाई करते, जिसमें 60 फीसदी समय ऑप्शनल सब्जेक्ट की तैयारी को देते थे. वह दो घंटे तक न्यूज पेपर पढ़ते और एग्जाम के दिनों में करीब 9 से 10 घंटे तक पढ़ाई कर लिया करते थे.    

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देखते रहिए,

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नमस्कार 

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