Difference in Chief Secretary and Cabinet Secretary explained

भारतीय प्रशासनिक सेवा में दो पदों की खूब चर्चा होती है। पहला कैबिनेट सेक्रेटरी और दूसरा चीफ़ सेक्रेटरी। यह दोनों ही पद प्रशासनिक व्यवस्था में सर्वोच्च स्थान रखते हैं। इन दोनों पदों में कुछ समानताएँ हैं तो कुछ अंतर भी। आज के वीडियो में हम इसी के बारे में चर्चा करेंगे। 

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Difference in Chief Secretary and Cabinet Secretary 



मुख्य सचिव का पद मूलतः ब्रिटिश शासनकालीन केंद्र सरकार की देन है । वर्ष 1799 में तत्कालीन गवर्नर जनरल लॉर्ड वेलेजली ने इस पद का सृजन किया था। पहले यह तत्कालीन सरकार के अधीन था लेकिन समय बीतने के साथ आज़ादी से पूर्व इसे राज्य सरकार के अधीन कर दिया गया । जबकि कैबिनेट सचिव का पद भारतीय संविधान के निर्माण के बाद 1950 में सृजित किया गया था। एन. आर. पिल्लई भारत के पहले कैबिनेट सचिव थे। 

मुख्य सचिव राज्य सचिवालय का शासकीय प्रधान होता है। वह राज्य प्रशासन का प्रशासनिक प्रमुख होता है तथा राज्य के प्रशासनिक पदानुक्रम में उसका सर्वोच्च स्थान है। अन्य सचिवों की तुलना में मुख्य सचिव शीर्ष होता है। वस्तुतः मुख्य सचिव सचिवों का प्रमुख है तथा सचिवालय के सभी विभाग उसके नियंत्रण में होते हैं। वह पूरे राज्य प्रशासन का नेता, मार्गदर्शक और नियंत्रक होता है। जबकि कैबिनेट सचिव भारत सरकार के प्रधानमंत्री कार्यालय के अधीन काम करता है। वह प्रधानमंत्री के सचिवालय का प्रमुख होता है और सिविल सेवा बोर्ड का पदेन अध्यक्ष भी होता है।

वर्ष 1973 से मुख्य सचिव सभी राज्यों में वरिष्ठतम लोकसेवक माना जाता है। इसके पूर्व अलग-अलग राज्यों में इस पद की वरीयता अलग होती थी। शासनिक सुधार आयोग की सिफारिश पर वर्ष 1973 में इस पद का मानकीकरण किया गया तथा इस पद को दर्जे और परिलब्धियों दोनों ही दृष्टि से केंद्र सरकार के सचिव के पद के समतुल्य बनाया गया। लेकिन केंद्र सरकार में राज्य के मुख्य सचिव पद के समतुल्य कोई पद नहीं है ।

केंद्रीय कैबिनेट सचिव को ही राज्य के मुख्य सचिव के समकक्ष माना जा सकता है । वास्तविकता यह है कि मुख्य सचिव द्वारा प्रशासन में जितने अधिक कार्य और भिन्न-भिन्न भूमिकाएँ अकेले निभाई जाती हैं, उन कार्यों के लिए केंद्र सरकार में कैबिनेट सचिव, कार्मिक सचिव, गृह सचिव और वित्त सचिव हैं। 

मुख्य सचिव और मंत्रिमंडल सचिव में निम्नलिखित असमानताएँ हैं:

(i) मुख्य सचिव के कार्य एवं शक्तियाँ कैबिनेट सचिव की तुलना में बहुत अधिक हैं।

(ii) मुख्य सचिव राज्य सचिवालय का प्रशासनिक प्रमुख होता है, जबकि कैबिनेट सचिव केंद्रीय सचिवालय का प्रशासनिक प्रमुख नहीं होता है।

(iii) मुख्य सचिव राज्य के सचिवों का प्रधान होता है, जबकि मंत्रिमंडल सचिव केंद्र सरकार के सचिवों का प्रधान नहीं होता हैं बल्कि समान दर्जाधारी प्रथम या सर्वोच्च अधिकारी होता है।

(iv) मुख्य सचिव राज्य स्तर पर वे सब कार्य देखता है जो कार्य अन्य सचिवों के अधिकार क्षेत्र में नहीं आते किंतु केंद्रीय कैबिनेट सचिव के मामले में ऐसा नहीं है। केंद्र स्तर पर यह कार्य प्रधानमंत्री का प्रधान सचिव देखता है जो प्रधानमंत्री कार्यालय का प्रशासनिक प्रमुख होता है।

(v) राज्य सचिवालय के कुछ विभाग सीधे मुख्य सचिव के अधीन होते हैं किंतु कैबिनेट सचिव के अधीन कैबिनेट सचिवालय के अतिरिक्त केंद्रीय सचिवालय का कोई भी विभाग नहीं होता। 

अब बात करते हैं कि इन दोनों पदों में क्या समानताएँ होती हैं – 

(i) दोनों अपने-अपने मुख्य कार्यपालकों के प्रमुख सलाहकार हैं।

(ii) दोनों अपने-अपने प्रशासन के मुख्य समन्वयक हैं।

(iii) दोनों अपने-अपने मंत्रिमंडल के सचिव हैं।

(iv) दोनों अपने-अपने कैबिनेट सचिवालयों के प्रशासनिक प्रमुख हैं।

(v) दोनों पदों की उत्पत्ति केंद्र स्तर पर हुई है।

दोस्तों, आशा है कि अब आप मुख्य सचिव और कैबिनेट सचिव के बीच के differences को समझ गए होंगे। 

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देखते रहिए, 

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