भारतीय विदेश सेवा (IFS) देश की प्रतिष्ठित सेवाओं में से एक है। उम्मीदवारों को सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से IFS में भर्ती किया जाता है। इस सेवा में जाने के लिए उम्मीदवारों को कठिन परिश्रम करना पड़ता है और UPSC के रैंक लिस्ट में अपनी जगह बनानी पड़ती है

आज के इस विडियो में हम बात करेंगे कि IFS यानि कि भारतीय विदेश सेवा में जाने पर अधिकारीयों को क्या सैलरी मिलती है और किस तरह की सुख-सुविधाएं प्राप्त होती है-

तो सबसे पहले भारतीय विदेश सेवा क्या है?

हालाँकि, भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) को भारत में प्रतिष्ठित सिविल सेवा माना जाता है और उम्मीदवारों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है, लेकिन इसके बावजूद भारतीय विदेश सेवा (IFS) ने समय के साथ अपनी चमक बनाए रखी है अभी भी high demanding service है, जहाँ जाने वाले उम्मीदवार अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाकर जाते हैं

हर साल लगभग 10-15 उम्मीदवारों का चयन भारतीय विदेश सेवा- IFS के लिए किया जाता है। अभ्यर्थी पूरी परीक्षा प्रक्रिया में उत्तीर्ण होने के बाद प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं और आम तौर पर, भारतीय विदेश सेवा (IFS) में पूर्ण रूप से भर्ती होने में लगभग 3 साल लगते हैं. इसीलिए इस सेवा की ट्रेनिंग को बहुत ही स्पेशल और कठिन माना जाता है जहाँ English कम्युनिकेशन का ख़ास तौर पर ध्यान रखा जाता है. इसके अलावा और भी बहुत सारे अंतर्राष्ट्रीय भाषाओँ की ट्रेनिंग दी जाती है

भारतीय विदेश सेवा (IFS), भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) और भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के साथ-साथ अखिल भारतीय सेवाओं के अंतर्गत आती है। सभी भर्तियां एक परीक्षा के माध्यम से की जाती हैं, जिसे आमतौर पर IAS परीक्षा के रूप में जाना जाता है।

अब बात करते हैं IFS officers के सैलरी के बारे में-

इससे पहले एक बात बता दूँ कि लोगों के बीच एक गलत धारणा यह भी है कि IFS का वेतन IAS  के समान होता है। जबकि, वे अलग-अलग हैं और भत्ते में भारी अंतर होता है और साथ ही यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि एक IFS अधिकारी किस देश में तैनात है। 

IFS traning के बाद भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी दुनिया भर के भारतीय दूतावासों और उच्च आयोगों के साथ-साथ भारत में विदेश मंत्रालय के कार्यालयों में तैनात होते हैं। जब वेतन और भत्तों की बात आती है, तो यह उस स्थान पर निर्भर करता है जिस पर एक IFS अधिकारी तैनात रहता है चाहे वह भारत में हो या अन्य विदेशी देशों में। विदेशों में तैनात अधिकारियों के लिए विशेष विदेशी भत्ता मिलेगा जो उस विशेष देश की Purchasing Power parity या क्रय शक्ति समानता पर निर्भर करता है। वैसे इनकी सैलरी structure कुछ इस तरह होती है:

Grade Rank Basic Pay (Rs.) Grade Pay (Rs.)

Junior Time Scale Under Secretary 8000 5400

Senior Time Scale 10650 6600

Junior Administrative Scale Deputy Secretary 12750 7600

Senior Administrative Scale Joint Secretary 18400 10000

Selection Grade IV Counselor Director 15100 8700

High Commissioner/Ambassador Foreign Secretary 26000 (Fixed)

सामान्य तौर पर एक IFS अधिकारी का कुल वेतन लगभग 60000 रूपये का होता है जिसमें सभी भत्ते शामिल हैं। लेकिन, विदेशी भत्ते के बाद, मसलन- एक IFS अधिकारी जो USA के भारतीय दूतावास काम कर रहा है तो उसे प्रति माह लगभग 2.40 लाख प्राप्त होंगे. भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी को दिया जाने वाला विदेशी भत्ता उस स्थान से भिन्न होता है, जहां वह तैनात है। यह भत्ता ग्रेड और स्तर में वृद्धि के साथ बढ़ता है। 

इसके अतिरिक्त IFS अधिकारी को अन्य सुविधाएं भी मिलती है जैसे-

  • सस्ते दरों में 3-4BHK का शानदार आवास
  • कार घरेलू सहायक और सुरक्षा गार्ड
  • चिकित्सा उपचार खर्च
  • मुफ्त बिजली और पानी की सुविधा
  • मुफ्त फोन कॉल की सुविधा
  • विदेश में अध्ययन के विकल्प
  • सेवानिवृत्ति लाभ और पेंशन

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