जिस किसी ने भी स्थायी सफलता हासिल की है, तो इसका मतलब, उसके पास मानसिक दृढ़ता है। एथलीट, कॉरपोरेट अधिकारी, शिक्षक, अभिभावक, छात्र, उद्यमी, लेखक..
यह सबके लिए समान रूप से मान्य तथ्य है। यदि किसी व्यक्ति ने लंबे समय से उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है तो निश्चित रूप से वह मानसिक रूप से सुदृढ़ है। ऐसी बाधाएँ, जिनसे हमें अपने लक्ष्य से दूर होने का खतरा रहता है, उनका सामना करने के लिए मानसिक दृढ़ता की जरूरत होती है।
इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है कि आप अपने जीवन के किस पड़ाव पर हैं या वर्तमान में आप किस तरह के संघर्ष का सामना कर रहे हैं। मानसिक शक्ति और अपनी जिजीविषा के बल पर आप अपनी परिस्थितियों को सुधारकर बड़े पैमाने पर सफलता हासिल कर सकते हैं।
आपका अपनी मानसिकता पर जबरदस्त प्रभाव होना चाहिए। यदि आप मानसिक बल और शक्ति को नियंत्रित कर लें तो निश्चित रूप से सफलता आपके कदम चूमेगी। इससे आपको प्रतिकूल समय में दृढ़ बने रहने के लिए आवश्यक साधन, विधिवत् योजना और प्रशिक्षण प्राह्रश्वत होगा। अपने आत्मिक और मानसिक बल को विकसित कर सफलता के सोपान चढ़ने का पथ प्रशस्त करनेवाली व्यावहारिक पुस्तक।