1) पुस्तक में दी गई कहानियाँ बच्चों को न केवल मनोरंजन प्रदान करती हैं, बल्कि उन्हें प्रेरित भी करती हैं।

2) यह किताब बच्चों को परिवारिक संबंधों की महत्ता को समझाती है, और उन्हें अपने माता-पिता, दादा-दादी के साथ कनेक्ट करती है।

3) सुधा मूर्ति की कहानियाँ बच्चों को जीवन में सफलता की ओर प्रेरित करती हैं, और उन्हें उत्साहित करती हैं कि वे भी अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं।

4) पुस्तक में दी गई कहानियाँ महत्वपूर्ण संदेशों को संवेदनशीलता से पेश करती हैं, जैसे कि समय का महत्त्व, साझेदारी का महत्व, और परिवार में समर्थन।

5) यह किताब बच्चों की सोच को विकसित करने में मदद करती है, और उन्हें नैतिक मूल्यों का सही मार्ग दिखाती है।

6) यह पुस्तक अनुभवी लेखिका सुधा मूर्ति के प्रेरणादायक कहानी संग्रह को संवेदनशीलता से पेश करती है, जो बच्चों को जीवन के उत्सव में आनंद और संबंध का महत्त्व बताती हैं।


परिवार को प्यार के बंधन में बाँधने का काम करती हैं और बालपन के पंख लगाकर आसमान छूने को प्रेरित करती हैं।


  • ईश्‍वर ने अभी-अभी इस पृथ्वी की रचना की थी। उन्होंने एक कदम पीछे हटकर उसे मुग्ध होकर देखा। उन्होंने मनुष्यों, जानवरों, पेड़-पौधों व समुद्रों की रचना की थी और वह रहने के लिए एक अद‍्भुत स्थान लगता था।

  • परंतु किसी चीज की कमी थी। कुछ देर सोचने के बाद उन्होंने छह भाइयों—दिन, रात, गरमी, सर्दी, बारिश और वायु—को बुलाया।

  • उन्होंने छह भाइयों से नीचे धरती पर जाने और वहाँ के प्राणियों को एक सुखद व समृद्ध जीवन जीने में मदद करने का निर्देश दिया—‘तुम्हें पृथ्वी पर रहनेवाले प्राणियों के लिए आहार उपजाने में उनकी मदद करनी होगी, ताकि वे आनंदपूर्वक रह सकें। मैंने समय को दो भागों में बाँट दिया है—24 घंटे और 365 दिन।

  • तुम्हें समय के इन भागों को आपस में बाँटना होगा, ताकि पृथ्वी के लोगों को वह सब मिल सके, जिसकी उन्हें जरूरत है।

  • प्रख्यात लेखिका सुधा मूर्ति की दादी की भूमिका से उपजी ये कहानियाँ बच्चों, माता-पिता, दादा-दादी—यानी तीन पीढ़ियों के आपसी संबंधों को समझाती हैं; परिवार को प्यार के बंधन में बाँधने का काम करती हैं और बालपन के पंख लगाकर आसमान छूने को प्रेरित करती हैं।






प्रोडक्ट विवरण :

लेखक के बारे में

सुप्रसिद्ध लेखिका सुधा मूर्ति एक उम्दा उपन्यासकार तो हैं ही, बेजोड़ कहानीकार भी हैं। कहानी कहने की अपनी कुशल क्षमताओं के आधार पर एक प्यारी बिटिया नूनी को केंद्र में रखकर समाज की विभिन्न स्थितियों पर दृष्टि डालती रोचक एवं पठनीय कहानियों का संकलन। सुधा मूर्ति सुधा मूर्ति का जन्म सन् 1950 में उत्तरी कर्नाटक के शिग्गाँव में हुआ था। इन्होंने कंप्यूटर साइंस में एम.टेक. किया और अब इन्फोसिस फाउंडेशन की अध्यक्षा हैं। अंग्रेजी और कन्नड़ की एक बहुसर्जक लेखिका। इन्होंने उपन्यास, तकनीकी पुस्तकें, यात्रावृत्तांत, कहानीसंग्रह, कथेतर रचनाएँ तथा बच्चों के लिए अनेक पुस्तकें लिखी हैं। इनकी अनेक पुस्तकों का भारत की सभी प्रमुख भाषाओं में अनुवाद हो चुका है और पूरे देश में उनकी 4 लाख से अधिक प्रतियाँ बिक चुकी हैं। इन्हें सन् 2006 में साहित्य के लिए ‘आर.के. नारायण पुरस्कार’ और ‘पद्मश्री’ तथा 2011 में कन्नड़ साहित्य में उत्कृष्टता के लिए कर्नाटक सरकार द्वारा ‘अट्टिमब्बे पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया है।.