जिन परीक्षाओं को पास करने में सबके पसीने छुटते हैं, 7 साल का बचा उनको पढ़ता है ?


पूरे देश में UPSC और IIT कि परीक्षाओं को सबसे मुश्किल माना जाता है. इसके साथ ही इन परीक्षाओं में आने वाले सब्जेक्ट्स  को पढ़ना और पढ़ाना दोनों काफी कठिन काम है. जिसमें बड़े बड़ों के पसीने छूट जाते हैं. लेकिन वृंदावन  का  रहने वाला  एक  सात  साल का बच्चा  ऐसा है जो न  सिर्फ UPSC और IIT में आने वाले सब्जेक्ट्स  को  पढ़ता  है. आइए उनके बारे में विस्तार से जानते हैं.

वृंदावन स्थित गौरनगर कॉलोनी के रहने वाले गुरु उपाध्याय जिनको पूरी दुनिया गूगल गुरु के नाम से जानती है. उनकी उम्र सिर्फ सात साल है. लेकिन इस छोटी सी उम्र में इनकी प्रतिभा को देख कर बड़े बड़े हैरान हैं. इन्होंने अपना नाम इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में सबसे कम उम्र के लेक्चरर के रूप के दर्ज करा लिया है.

18 महीने की उम्र से प्रतिभा दिखनी हुई थी शुरू :


उपाध्याय गुरु के पिता अरविंद उपाध्याय ने बताया कि घर में हमेशा से पढ़ाई का माहौल था, क्योंकि हम दोनों पति पत्नी सिविल परीक्षाओं के तैयारी करते थे. इन बातों को गुरु हमेशा से बड़े ध्यान से सुनता था. जब एक दिन किसी न्यूज चैनल पर बांग्लादेश की खबर दिखाई जा रही थी. तब गुरु ने वहां की राजधानी और उससे जुड़ी कई अन्य चीजों के बारे में बताने लग गये. तब गुरु की उम्र सिर्फ 18 महीने की थी और तब उनके हुनर का परिवार के लोगों को पता चला.


नाम के पीछे भी कहानी :

अरविंद ने आगे बताया कि गुरु का नाम गुरु रखने के पीछे भी दिलचस्प कहानी है. गुरु का नाम अरविंद के बड़े भाई ने यह सोच कर रखा था कि जैसा जिसका नाम होता है वो वैसे ही काम करता है. इसीलिए अपने ताऊ के दिये नाम का मतलब गुरु ने बखूबी निभाया.


14 अलग-अलग विषयों का है ज्ञान :

इसके बाद गुरु ने एक से बढ़ कर एक कारनामे करने शुरू कर दिये. उन्होंने 2 साल की उम्र में पूरे दो सालों का करेंट अफ़ेयर्स, UPSC प्रीमिल्स के प्रश्नपत्र याद कर डाले. इसके अलावा गुरु ने कई जटिल विषयों को 5 साल की उम्र से पढ़ना भी शुरू कर दिया. जिन टॉपिक्स को गुरु पढ़ते थे. जब उन्हें आपस में समाहित किया गया तो पता चला उन्होंने UPSC के 14 सब्जेक्ट्स का ज्ञान है. जिन्हें वो पढ़ा भी सकते है. जिसके लिए उनका नाम इंडिया बुक ऑफ़ रिकॉर्ड्स में भी दर्ज किया गया है.

अब्दुल कलाम की तरह बनना है वैज्ञानिक :

दोस्तों इतना ही नहीं गुरु ने पहले भी कई रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किये हुए है. इसके साथ ही गुरु को देश विदेश में कई जगहों पर गेस्ट लेक्चरर के रूप में भी बुलाया जाता है. गुरु ने बताया कि वह बड़े होकर अपने आदर्श ऐ.पी.जे अब्दुल कलाम की तरह एक वैज्ञानिक बनाना चाहते है.