इस बार किस राज्य से बने ज्यादा IAS/IPS Officers ?


भारत में कुल 28 राज्य और 8 केंद्र शासित प्रदेश हैं। इन सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेश के युवा अगर किसी एक सपने से आपस में जुड़े रहते है तो वो है यूपीएससी। यूपीएससी देश के हर राज्य हर प्रांत के युवाओं को एक समान रूप से अपनी ओर आकर्षित करती है। लेकिन फिर भी जब यूपीएससी के अंतिम परिणाम आते हैं तो कुछ राज्य के Candidates की संख्या अन्य राज्यों से ज्यादा होती है लेकिन फिर भी जब भी यूपीएससी के परिणाम घोषित होते हैं तो स्टूडेंट्स के मन में यह कौतूहल जरूर रहता है कि उसके राज्य से कितना स्टूडेंट्स का Selection हुआ है। इसीलिए आज के वीडियो में हम इस बारे में चर्चा करेंगे कि यूपीएससी में किस राज्य के Students हावी रहते हैं?

दोस्तों, सबसे पहले तो मैं आपसे अपने पिछले Blog में दिये गए एक आंकड़े के बारे में माफी मांगना चाहती हूँ, जहां यह कहा गया था कि हिन्दी माध्यम से कुल 10 Candidates का ही Selection 2023 के Results में हो पाया है। यह तथ्य गलत है और हिन्दी माध्यम से कुल 42 Students का Selection इस साल हुआ है। यह गड़बड़ी इसलिए हुई क्योंकि जब वह वीडियो हमने तैयार किया था तब तक पूरी तरह डाटा हमारे सामने नहीं आ पाया था।

काहीर आज के वीडियो के बारे में बात करते हैं। तो इस साल सबसे पहले मैं आपको यह बताना चाहती हूँ कि इस

हर साल यूपीएससी परीक्षा का आयोजन किया जाता है और लाखों कैंडिडेट्स इसमें शामिल होते हैं. रिजल्ट आने के बाद मुट्ठीभर उम्मीदवारों का सेलेक्शन होता है जो इस देश का प्रशासन संभलाते हैं. रैंक के अनुसार इन्हें आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और आईआरएस जैसे बहुत से पद/सर्विसेस मिलती हैं. कई बार ये रैंक के साथ ही कैंडिडेट की च्वॉइस भी होती है. यूपीएससी परीक्षा में देशभर से कैंडिडेट शामिल होते हैं लेकिन पिछले कई सालों के नतीजों पर नजर डालने से पता चलता है कि कुछ राज्यों के उम्मीदवारों का इस परीक्षा में बोलबाला रहता है।

रिपोर्ट के अनुसार 1951 से लेकर 2021 तक 70 सालों में देश में सबसे ज़्यादा आईएएस उत्तर प्रदेश से निकले हैं. 2021 तक यूपी के कुल आईएएस अधिकारियों की संख्या 717 है. वहीं दूसरे नंबर पर बिहार आता है, जहां से 452 आईएएस निकले हैं. तीसरे नंबर पर राजस्थान है, यहां से 322 उम्मीदवारों का चयन आईएएस पद के लिए हुआ है। इसके बाद तमिलनाडु का नंबर आता है, जिसने देश को 318 आईएएस अधिकारी दिए हैं. वहीं आंध्र प्रदेश से 314 आईएएस अफ़सर निकले हैं. इसके बाद नंबर आता है महाराष्ट्र का, जहां से 253 आईएएस अधिकारी हैं. वहीं पंजाब से 232, दिल्ली से 211 आईएएस निकले हैं. 9वें नंबर पर हरियाणा है, जिसने 190 आईएएस अधिकारी दिए हैं. वहीं टॉप-10 में अंतिम स्थान पर आता है मध्यप्रदेश, जहां से 183 आईएएस अफ़सर निकले हैं।

अगर आईएएस देने के मामले में टॉप 10 राज्यों की बात करें तो, उनके नाम और 2021 तक कुल आईएएस की संख्या कुछ इस प्रकार है-

उत्तर प्रदेश – 717 

बिहार – 452 

राजस्थान – 322 

तमिलनाडु – 318 

आंध्र – प्रदेश – 314 

महाराष्ट्र – 253 

पंजाब – 232 

दिल्ली – 211 

हरियाणा – 190 

मध्य प्रदेश -183

तो दोस्तों, इस लिस्ट से हम यह साफ तौर पर कह सकते हैं कि उत्तर प्रदेश और बिहार ने देश में सबसे ज्यादा सिविल सेवक दिये हैं लेकिन एक बात जो इस लिस्ट से बाहर नहीं आ प रही है वो ये कि राजस्थान और तमिल नाडु भी बहुत तेजी से इस लिस्ट में ऊपर आ रहे हैं और आने वाले समय में हो सकता है कि वे इस लिस्ट में शीर्ष स्थान को भी प्राप्त कर लें।