College में अपना समय बर्बाद मत करो
दोस्तों, यूपीएससी की तैयारी करना और यूपीएससी की तैयारी Seriously करना इन दोनों बातों में बहुत फर्क होता है। आपने देखा होगा कि कुछ लोग ऐसे होते हैं जो पहले या दूसरे अटैम्प्ट में ही बाज़ी मार ले जाते हैं वहीं दूसरी तरफ कई लोग ऐसे भी होते हैं जिन्हें अपने पांचवे या छठे प्रयास में सफलता मिल पाती है। ऐसा क्यों होता है? क्या पहले अटैम्प्ट में पास करने वाले लोग ज्यादा पढ़ते हैं? नहीं, बल्कि वे अपनी तैयारी जल्दी शुरू कर देते हैं और इसके कारण उन्हें बाकियों की तुलना में एक हैड स्टार्ट मिल जाता है। यही हैड स्टार्ट आपको भी मिल सके इस विषय हम आज के Blog में चर्चा करने वाले हैं।
अब यहाँ मैं आपसे यह कहना चाहती हूँ कि सबसे अच्छा तो यह होगा कि आप यूपीएससी की तैयारी 12th के बाद से ही शुरू कर दें। वैसे तो आप Graduation के बाद भी तैयारी शुरू कर सकते हाँ लेकिन यदि आप कॉलेज के दिनों से ही अपनी तैयारी शुरू कर देंगे तो आपको समय ज्यादा मिलेगा। इसके लिए आप नीचे लिखे टिप्स को फॉलो कर सकते हैं -
अपनी स्नातक स्ट्रीम बुद्धिमानी से चुनें: एक ऐसा स्नातक कार्यक्रम चुनें जो आपकी रुचियों और शक्तियों के साथ-साथ यूपीएससी परीक्षा की आवश्यकताओं के अनुरूप हो। इतिहास, राजनीति विज्ञान, समाजशास्त्र, अर्थशास्त्र और लोक प्रशासन जैसे विषय लोकप्रिय विकल्प हैं, लेकिन यदि आप इसके प्रति जुनूनी हैं तो कोई भी स्ट्रीम उपयुक्त हो सकती है।
एक मजबूत नींव बनाएं: अपने स्नातक स्तर की पढ़ाई के दौरान अपने चुने हुए विषयों की गहरी समझ विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करें। इससे आपको प्रारंभिक और मुख्य दोनों परीक्षाओं में मदद मिलेगी।
एक मजबूत आधार बनाने के लिए अपने स्नातक विषयों के साथ-साथ भूगोल, अर्थशास्त्र और विज्ञान जैसे विषयों के लिए एनसीईआरटी पाठ्यपुस्तकें पढ़ें।
रोजाना करेंट अफेयर्स पढ़ने की आदत बनाएं: करेंट अफेयर्स और मुद्दों से अपडेट रहने के लिए द हिंदू और द इंडियन एक्सप्रेस जैसे अखबार और योजना और कुरूक्षेत्र जैसी पत्रिकाएं पढ़ना शुरू करें। महत्वपूर्ण वर्तमान घटनाओं और विकास को रिकॉर्ड करने के लिए एक डायरी या डिजिटल नोट्स बनाए रखें।
यूपीएससी पाठ्यक्रम को समझें: पाठ्यक्रम और यूपीएससी परीक्षा पैटर्न से खुद को परिचित करें। इससे आपको यह जानने में मदद मिलेगी कि अपनी तैयारी के दौरान किस पर ध्यान केंद्रित करना है।
किसी मैंटर अथवा गाइड के संपर्क में रहें: यदि आपको संरचित मार्गदर्शन और अध्ययन सामग्री की आवश्यकता महसूस होती है तो एक प्रतिष्ठित कोचिंग संस्थान से जुड़ने पर विचार करें। आप या तो 2 चरण के सामान्य अध्ययन कार्यक्रम या सामान्य अध्ययन कार्यक्रम का विकल्प चुन सकते हैं जो आपको सभी प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है। हालाँकि कोचिंग अनिवार्य नहीं है, यह मूल्यवान अंतर्दृष्टि और संसाधन प्रदान कर सकती है।
पढ़ने की आदतें विकसित करें: समाचार पत्र, मासिक करेंट अफेयर्स पत्रिकाएँ, योजना पत्रिका, कुरूक्षेत्र पत्रिका, फ्रंटलाइन आदि पढ़ने की आदत डालें।
वैकल्पिक विषय चयन: शोध करें और अपने वैकल्पिक विषय का बुद्धिमानी से चयन करें। ऐसा विषय चुनें जिसके बारे में आप भावुक हों और जिसकी आपको अच्छी समझ हो। अपने स्नातक पाठ्यक्रम के साथ-साथ धीरे-धीरे अपने वैकल्पिक विषय का अध्ययन शुरू करें।
लेखन कौशल का अभ्यास करें: दैनिक उत्तर लेखन का अभ्यास शुरू करें। अपने लेखन कौशल को बेहतर बनाने के लिए निबंध, संक्षिप्त उत्तर और लेखों का सारांश लिखें। अपने लेखन की आलोचनात्मक समीक्षा करें और स्पष्टता, संरचना और सामग्री पर काम करें।
समय प्रबंधन: एक अध्ययन कार्यक्रम बनाएं जो आपके स्नातक पाठ्यक्रम और यूपीएससी की तैयारी को संतुलित करे। प्रत्येक विषय के लिए विशिष्ट समय स्लॉट आवंटित करें और शेड्यूल का पालन करें।
स्वस्थ और आराम से रहें: नियमित व्यायाम और संतुलित आहार के साथ एक स्वस्थ जीवन शैली बनाए रखें। तरोताजा रहने के लिए अध्ययन सत्र के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक लें। अपने अध्ययन के समय को छोटे-छोटे ब्रेक में विभाजित करें, जैसे 6-7 घंटे की सीधी अवधि के बजाय एक बैठक के लिए 3-4 घंटे।
आधिकारिक यूपीएससी अधिसूचनाओं के साथ अपडेट रहें: परीक्षा कार्यक्रम, पाठ्यक्रम में बदलाव और अन्य अपडेट के संबंध में यूपीएससी की आधिकारिक अधिसूचनाओं और घोषणाओं पर नज़र रखें।
12वीं कक्षा के बाद यूपीएससी की तैयारी शुरू करने से आपको अच्छी शुरुआत मिलती है, लेकिन याद रखें कि निरंतरता, अनुशासन और एक अच्छी तरह से संरचित दृष्टिकोण इस अत्यधिक प्रतिस्पर्धी परीक्षा में सफलता की कुंजी है। जैसे-जैसे आप स्नातक और स्नातकोत्तर के माध्यम से आगे बढ़ते हैं, अपने द्वारा रखी गई नींव पर निर्माण करना जारी रखें, और यूपीएससी परीक्षा से पहले के वर्षों में व्यापक तैयारी का लक्ष्य रखें।